महेश शिवा
सहारनपुर: आगामी 28 जुलाई से सावन का महीना प्रारंभ होने जा रहा है। अधिकांश भक्तों ने सावन के महीने को लेकर अपनी ओर से तैयारियां प्रारंभी कर दी होंगी। कुछ लोगों ने तो आज से ही सावन के व्रत रखने शुरू कर दिए हैं। इस बार सावन के महीने में चार सोमवार पड़ेंगे, जिन लोगों ने आज सोमवार का व्रत रखा है, वो उनके लिए है जो पांच सोमवार व्रत करते हैं। तो हम यहां आपको बताएंगे कि आप अपनी राशि के अनुसार क्या उपाय करें कि आपकी सभी मनोकामना पूर्ण हो जाए।
ज्योतिषाचार्य पंडित मदन गुप्ता सपाटू के अनुसार राशि के अनुसार पूजा किए जाने का विशेष्र महत्व शास्त्रों में बताया गया है। यदि मनुष्य अपनी राशि के अनुसार पूजा पाठ करता है तो उसके इसका अलग ही फल प्राप्त होता है।
मेष- ऊॅ मंगलाय नमः का जप करें एवं मीठे जल से अभिषेक करें।
वृष- ऊॅ तेजोनिधाय नमः का जप करें तथा दही से अभिषेक करें।
मिथुन- ऊॅ वागीशाय नमः का उच्चारण करें एंव बिल्प पत्र, भाॅग, धतूरा आदि चढ़ायें।
कर्क- ऊॅ सोमाय नमः का जप करें व दूध व मिश्री मिलाकर आभिषेक करें।
सिंह- ऊॅ बभ्रवे नमः मन्त्र का उच्चारण करके जल से अभिषेक करें।
कन्या- ऊॅ जीवाय नमः मन्त्र का जाप करें एंव कुशा व दूर्वा चढ़ायें।
तुला- ऊॅ भूमिपुत्राय नमः का उच्चारण करते हुये दूध से अभिषेक करें।
वृश्चिक- ऊॅ महीप्रियाय नमः का जप करते हुये गन्ने के रस से अभिषेक करें।
धनु-ऊॅ भुजाय नमः का उच्चारण करें तथा कनेर का फूल व धतूरा चढ़ायें।
मकर- ऊॅ गंगाधराय नमः मन्त्र का जप करते हुये बिल्पपत्र व शमी की पतियाॅ चढ़ायें।
कुम्भ- ऊॅ नीलकमलाय नमः का जप करें तथा रूद्राष्टक का पाठ करें।
मीन- ऊॅ भास्कराय नमः मन्त्र का उच्चारण करते हुये दूध, दही, घी आदि से अभिषेक करें।
शिव जी पर कौन सा पुष्प चढ़ाने से क्या लाभ होगा?
बिल्वपत्र चढ़ाने से- पापों से मुक्ति मिलेगी।
कमल का फूल चढ़ाने से- धन वृद्धि एवं शान्ति प्राप्त होगी।
कुशा चढ़ाने से- मुक्ति एवं सौभाग्य में वृद्धि होगी।
दूर्वा चढ़ाने से- आयु में वृद्धि तथा दुर्घटना से रक्षा।
आक का फूल चढ़ाने से- पद, प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी।
कनेर का फूल चढ़ाने से- शरीर निरोगी होगा और कष्टों में कमी आयेगी।
शमी पत्र चढ़ाने से- पापों का नाश होगा एवं विरोधियों का दमन होगा।
सोमवार को क्या चढ़ायें?
सावन के प्रत्येक सोमवार को शिव जी पर कोई विशेष वस्तु अर्पित की जाती है, उसे शिव मुटठी कहते है।
पहला सोमवार- एक मुटठी कच्चे चावल चढ़ाने से लाभ होता है।
दूसरा सोमवार- एक मुटठी सफेद तिल चढ़ायें।
तीसरा सोमवार- एक मुटठी हरी वाली खड़ी मूंग चढ़ायें।
चौथा सोमवार- एक मुटठी जौ आर्पित करें।
पांचवा सोमवार- एक मुटठी बेसन का सेतुआ चढ़ायें।
यदि सावन में पांच सोमवार न पड़े तो अन्तिम सोमवार को दो मुटठी सूखे मेवा व मीठे का भोग चढ़ायें।