क्या BJP से खफा हैं मुरली मनोहर जोशी? टिकट कटने पर सामने आया ये लेटर

सूत्रों की मानें तो आडवाणी ने भी मुरली मनोहर जोशी की तरह रामलाल से कहा था कि पार्टी हमें चुनाव में टिकट नहीं देना चाहती है तो पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को खुद आकर पार्टी के फैसले की जानकारी देनी चाहिए। मुरली मनोहर जोशी ने साफ कहा कि वह पार्टी दफ्तर आकर इसकी घोषणा नहीं करेंगे।

Update:2019-03-26 11:20 IST

कानपुर: बीजेपी के सबसे वरिष्ठ नेता और कानपुर से सांसद डॉ मुरली मनोहर जोशी का लिखा हुआ लेटर सोशल मीडिया पर वायरल है। ऐसे में क्या बीजेपी से खफा हैं मुरली मनोहर जोशी ये तो साफ नहीं हो रहा है। लेकिन जानकारी के अनुसार उनका कहना है कि चुनाव न लड़ने की इस बात की जानकारी हमें पार्टी के अध्यक्ष को देना चाहिए।

वायरल लेटर में लिखा है मेरे प्यारे कानपुर के मतदाता बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन मंत्री ने सलाह दी है कि कानपुर और उसके आलावा कही से भी चुनाव नही लड़ना चाहिए। डॉ जोशी का यह वायरल लेटर खूब सुर्खिया बटोर रहा है। कानपुर के वोटरों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है।

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कानपुर से सांसद डॉ मुरली मनोहर जोशी को गंगा मेला के मौके पर कानपुर आना था। डॉ जोशी कानपुर की जनता से गले मिलकर गंगा मेला मनाना मनाना चाहते थे। लेकिन पार्टी हाई कमान से उन्हें जब सलाह दी गई कि आप को कही से भी चुनाव नही लड़ना चाहिए तो उन्होंने अपना कानपुर दौरा रद्द कर दिया।

2014 के लोकसभा चुनाव में डॉ मुरली मनोहर जोशी ने तीन बार सांसद व पूर्व केंद्रीय कोयलामंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल को 2,22,946 वोटो से हराया था। डॉ मुरली मनोहर जोशी को 4,74,712 वोट मिले थे और पूर्व कांग्रेस के श्रीप्रकाश जायसवाल को 2,51,766 वोट हासिल हुए थे। लेकिन अब हालात बदल चुके है कांग्रेस का मानना है कि यदि डॉ जोशी कानपुर से दोबारा चुनाव लड़ते है तो इसका फायदा कांग्रेस को मिलेगा। क्यों कि शहर की जनता में उनके खिलाफ आक्रोश व्याप्त है।

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बीजेपी जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र मैथानी के मुताबिक डॉ जोशी के कार्यालय से एक पत्र जारी हुआ है। जिसमे डॉ जोशी ने कहा है कि राष्ट्रीय महामंत्री संगठन रामलाल ने उनसे कहा है कि वो कानपुर या कही से भी चुनाव नही लड़ रहे है। ऐसी जानकारी उनके कार्यालय से दी गई है। बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व का जो आदेश होता है हम लोग उसे सर आँखों पर लेते है हमारा काम पालन करना है।

सूत्रों की मानें तो आडवाणी ने भी मुरली मनोहर जोशी की तरह रामलाल से कहा था कि पार्टी हमें चुनाव में टिकट नहीं देना चाहती है तो पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को खुद आकर पार्टी के फैसले की जानकारी देनी चाहिए। मुरली मनोहर जोशी ने साफ कहा कि वह पार्टी दफ्तर आकर इसकी घोषणा नहीं करेंगे।

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