लखनऊ: उसे याद है कैसे उसने चलना सीखा था, उसे याद है कब उसने बारिश के पानी में अपनी बेशकीमती कश्तियां तैराई थीं और उसे यह भी याद है कि कैसे उसकी मां ने रातों को जागकर उसे खाना खिलाया। ये सारे वो एहसास हैं, जिन्हें युवाओं ने अब तक अपनी डायरी के पन्नों और दिलों के कमरे में संजो रखे थे।
पर जब एक बार फिर उसे हवाबाज़ी.कॉम की तरफ से ऑर्गनाइज किए गए Open Mic सेशन का मंच मिला, तो उसने अंदर छिपे एहसासों को खुलकर बयां किया।
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जी हां, रविवार 24 सितंबर को Open Mic के तीसरे सीजन को गोमतीनगर स्थित शिरोज हैंगआउट कैफे में आयोजित किया गया, जहां गोरखपुर, बनारस और इलाहाबाद से आए लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। अमन ने अपने खूबसूरत अल्फाजों से मां-बेटी के प्यार को दिखाया, तो रजनी ने वहां मौजूद लोगों को उनके बचपन की याद दिलाई।
एसिड अटैक पीड़िताओं के मन में कौन-कौन से सवाल उन्हें हर पल टीस पहुंचाते रहते हैं, उनका जिक्र रितेश ने बेहद मार्मिक ढंग से किया। एक तरफ जहां माहौल बड़े-बड़े मुद्दों पर गंभीर हुआ, तो वहीं निखिल, अजहरुद्दीन, सौरभ और प्रत्यूष ने अपने मजेदार चुटकुलों से सबको गुदागुदाने का काम किया।
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युवाओं के हुनर को मंच दिलाने वाले इस कार्यक्रम की शुरुआत मोहम्मद नदीम सिद्दीकी ने अपनी टीम के साथ की थी। उनका कहना है कि जिस तरह से लोगों का प्यार और सहयोग मिल रहा है, उसे देखकर वह इसे काफी आगे तक ले जाने की इच्छा रखते हैं।