पंजाब में डेरों से होकर गुजरता है सत्ता का रास्ता, शुरू हुई 'चरण चांपना'

चुनाव हों और पंजाब में नेता डेरा परिक्रमा ना करें, ये हो नहीं सकता। इसका कारण ये है कि राज्य में नौ हजार से अधिक डेरे हैं और ये डेरे अपने भक्तों को राजनैतिक दिशा निर्देश देते हैं। ऐसे में नेता इन डेरों पर डोरे डालते हैं और अपना हित साधते हैं। 

Update: 2019-04-09 10:01 GMT

चंडीगढ़ : चुनाव हों और पंजाब में नेता डेरा परिक्रमा ना करें, ये हो नहीं सकता। इसका कारण ये है कि राज्य में नौ हजार से अधिक डेरे हैं और ये डेरे अपने भक्तों को राजनैतिक दिशा निर्देश देते हैं। ऐसे में नेता इन डेरों पर डोरे डालते हैं और अपना हित साधते हैं। पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह पिछले हफ्ते ब्यास में स्थित राधा स्वामी डेरा होकर आये हैं।

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सीएम के साथ पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष सुनील कुमार जाखड़ भी गुरिंदर सिंह ढिल्लों के साथ करीब दो घंटे का वक्त बिता कर आए।

इससे पहले केंद्रीय मंत्री नि‍तिन गडकरी ने भी डेरा ब्यास में हाजरी लगाईं थी।

आपको बता दें, राधा स्वामी संप्रदाय के लाखों अनुयायी देश भर में हैं।

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डेरे की ताकत का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं हैं कि विधानसभा चुनाव के समय अमरिंदर और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पंथ प्रमुख से मुलाकात की थी। आज नतीजा सबके सामने है।

ये हैं ताकतवर डेरे

निरंकारी

'डेरा सच्चा खंड'

दिव्य ज्योति जागरण संस्थान

भानियारेवाला डेरा

डेरा सच्चा सौदा

रविदास डेरा

नामधारी डेरा

 

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