दूसरे चरण में सबसे अमीर उम्मीदवार हेमा मालिनी, सबसे गरीब हसनुराम

लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में उत्तर प्रदेश के उम्मीदवारों में मथुरा से भाजपा की उम्मीदवार हेमा मालिनी सबसे अमीर हैं। इसी तरह से इस चरण में सबसे गरीब उम्मीदवार अम्बेडकरी हसनुराम हैं, जो आगरा से निर्दल उम्मीदवार के रूप में चुनाव मैदान में है।

Update: 2019-04-14 13:15 GMT

लखनऊ: लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में उत्तर प्रदेश के उम्मीदवारों में मथुरा से भाजपा की उम्मीदवार हेमा मालिनी सबसे अमीर हैं। इसी तरह से इस चरण में सबसे गरीब उम्मीदवार अम्बेडकरी हसनुराम हैं, जो आगरा से निर्दल उम्मीदवार के रूप में चुनाव मैदान में है।

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिर्फोम्स (एडीआर) के संयोजक पूर्व जिला जज शशिकांत श्रीवास्तव व आरएएस खांगर ने रविवार को लखनऊ के एक निजी होटल में प्रेसवार्ता करके बताया कि एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार दूसरे चरण में तीन उम्मीदवार सबसे अमीर हैं, उसमें भाजपा की हेमा मालिनी का नाम सबसे ऊपर है। हेमा मालिनी सबसे अमीर प्रत्याशी है जिनकी सम्पत्ति 250 करोड से अधिक है, दूसरे नम्बर पर कुंवर सिंह तनवर है जो अमरोहा से बीजेपी के प्रत्याशी है, तीसरे नम्बर के प्रत्याशी महेश पाठक है जो मथुरा से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड रहे है।

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सबसे कम सम्पत्ति घोषित करने वाले अम्बेडकरी हसनुराम है जो आगरा से निर्दलीय चुनाव लड रहे है जिन्होंने अपनी सम्पत्ति कुल 1200 रूपये घोषित की है, दूसरे नम्बर पर फक्कड बाबा है जिन्होंने अपनी सम्पत्ति 12000 रूपये घोषित की है जो मथुरा से निर्दलीय चुनाव लड रहे है, तीसरे प्रत्याशी सदाब नूर है जिन्होंने अपनी सम्पत्ति कुल 20000 रूपये घोषित की जो फतेहपुर से आदर्श समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार है। दूसरे चरण की उम्मीदवारों की औसत सम्पत्ति 8.14 करोड है।

उन्होंने बताया कि सबसे कम सम्पत्ति घोषित करने वालों में अम्बेडकरी हसनुराम का नाम है। आगरा से निर्दल उम्मीदवार के रूप में हसनुराम ने 12 सौ रुपये की सम्पत्ति घोषित की है। दूसरे स्थान पर मथुरा से निर्दल उम्मीदवार फक्कड़ी बाबा का नाम है, जिनकी कुल सम्पत्ति 12 हजार रुपये की है। ​तीसरे स्थान पर फतेहपुर लोकसभा सीट से आदर्श समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार सदाब नूर है, जिनकी कुल सम्पत्ति 20 हजार रुपये घोषित की गयी है।

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उन्होंने बताया कि 37 प्रतिशत उम्मीदावारों ने अपनी योग्यता 5वी से 12वी के बीच घोषित की है, जबकि 47 प्रतिशत उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षणिक योग्यता स्नातक या उससे ज्यादा घोषित की है, 7 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षणिक योग्यता साक्षर घोषित की है। 5 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षणिक योग्यता घोषित ही नहीं की है। 60 प्रतिशत उम्मीदवारों ने अपनी आयु 25 से 50 वर्ष के बीच घोषित की है जबकि 40 प्रतिशत उम्मीदवारों ने अपनी आयु 51 से 80 वर्ष के बीच घोषित की है।

एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार दूसरे चरण में कुल 23 प्रतिशत उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किये हैं। 17 प्रतिशत उम्मीदवारों ने अपने ऊपर गम्भीर आपराधिक मामले होना बताया है। पार्टीवार गम्भीर आपराधिक मामलों में भाजपा में 38 प्रतिशत, बसपा में 33 प्रतिशत, कांग्रेस में 25 प्रतिशत, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) में 50 प्रतिशत और लोकदल में 50 प्रतिशत उम्मीदवार आपराधिक हैं।

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