बांग्लादेश: बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा है कि राखिने राज्य से रोहिंग्या मुसलमानों के बड़े पैमाने पर पलायन के समय में उनकी सरकार बहुत सतर्क थी और म्यांमार के किसी उकसावे का जवाब नहीं दिया गया, बल्कि तनाव को कम करने की कोशिश की गई।
'ढाका ट्रिब्यून' की रिपोर्ट के अनुसार, हसीना ने शनिवार को कहा, "हमारे निकटतम पड़ोसी के रवैये से एक बार तो ऐसा लगा कि हमारे बीच युद्ध होगा। मैंने हमारी सेना, सीमा रक्षक और पुलिस को सतर्क कर दिया था कि जबतक मैं उन्हें आदेश न दूं तबतक वे किसी भी उकसावे से भ्रमित न हों।"
अमेरिका और ब्रिटेन की तीन सप्ताह की यात्रा से लौटीं हसीना ने यह बात हजरत शाहजलाल अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे के वीवीआईपी लाउंज में उनकी अवामी लीग पार्टी द्वारा आयोजित स्वागत समारोह में कही।
हसीना ने कहा कि म्यांमार पूरे विश्व का ध्यान भटकाने के लिए एक स्थिति पैदा करना चाहता है, जिसे लेकर "हम बहुत सतर्क हैं।"
--आईएएनएस