लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी के युग पुरुष और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की हालत अभी नाजुक है। ऐसे में लोगों द्वारा दुआओं का सिलसिला जारी है। बता दें, उन्हें जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया है। वाजपेयी 1942 से 2004 तक राजनीति में सक्रिय रहे। आज हम आपको अटल बिहारी वाजपेयी के राजनीतिक जीवन में लिए गये दस खास फैसलों के बारे में बता रहे है। जिसके लिए उन्हें आज भी याद किया जाता है और आगे भी हमेशा याद किया जाता रहेगा।
-संरचनात्मक ढांचे के लिये कार्यदल, सॉफ्टवेयर विकास के लिये सूचना एवं प्रौद्योगिकी कार्यदल, विद्युतीकरण में गति लाने के लिये केन्द्रीय विद्युत नियामक आयोग आदि का गठन किया।
-राष्ट्रीय राजमार्गों एवं हवाई अड्डों का विकास; नई टेलीकॉम नीति तथा कोकण रेलवे की शुरुआत करके बुनियादी संरचनात्मक ढाँचे को मजबूत करने वाले कदम उठाये।
-राष्ट्रीय सुरक्षा समिति, आर्थिक सलाह समिति, व्यापार एवं उद्योग समिति भी गठित कीं।
-आवश्यक उपभोक्ता सामग्रियों की कीमतें नियंत्रित करने के लिये मुख्यमंत्रियों का सम्मेलन बुलाया।
-भारत भर के चारों कोनों को सड़क मार्ग से जोड़ने के स्वर्णिम चतुर्भुज परियोजना की शुरुआत की थी। इसके तहत दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई को राजमार्ग से जोड़ा गया।
-उड़ीसा के सर्वाधिक गरीब क्षेत्र के लिये सात सूत्रीय गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम शुरू किया।
-आवास निर्माण को प्रोत्साहन देने के लिए अर्बन सीलिग एक्ट समाप्त किया।
-ग्रामीण रोजगार सृजन एवं विदेशों में बसे भारतीय मूल के लोगों के लिये बीमा योजना शुरू की।
-सरकारी खर्चे पर रोजा इफ़्तार शुरू किया। ताज्जुब की बात ये थी कि संघ से जुड़े होने के बाद भी इस चलन को आगे बढ़ाया।
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