शहीद परिवार से हुए थे बड़े-बड़े वादे अब टूट गई उम्मीद जब तक सम्मान नही मिलेगा वह चुनाव का बहिष्कार करेंगे
यह पूरा मामला है, थाना पुवायां के पनौती खुर्द का, यहां के रहने वाले बलवीर सिंह का बेटा गुरजीत सिंह 10 सिख रेजीमेन्ट में चाइना इंडो बार्डर पर तैनात थे। और वह ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए थे। उनका पार्थिव शरीर जब उनके पैतृक गांव लाया गया था तो उनके अंतिम संस्कार में बड़ी तादाद में शामिल हुए थे। इसके अलावा डीएम अमृत त्रिपाठी एसपी एस चिनप्पा समेत स्थानीय बीजेपी विधायक भी शामिल हुए थे।
शाहजहांपुर: यूपी के शाहजहांपुर में शहीद के परिवार ने वोट का बहिष्कार कर दिया है। और उनके साथ करीब पांच गांव के लोग ऐसे हैं जो चुनाव का बहिष्कार कर रहे हैं। उन्होंने सरकार से लेकर जिला प्रशासन पर बड़ी लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि शहीद के अंतिम संस्कार में डीएम से लेकर स्थानीय विधायक भी आए थे। उन्होंने बड़े-बड़े वादे किये थे। लेकिन उनमें से एक भी वादा पूरा नहीं किया गया । इसलिए शहीद के पिता ने लोगों से अपील की है कि वह अपने बच्चों को आर्मी में भर्ती न करें। क्योंकि सरकार धोखेबाज है। हमें किसी भी पार्टी को वोट नही देना है।
यह पूरा मामला है, थाना पुवायां के पनौती खुर्द का, यहां के रहने वाले बलवीर सिंह का बेटा गुरजीत सिंह 10 सिख रेजीमेन्ट में चाइना इंडो बार्डर पर तैनात थे। और वह ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए थे। उनका पार्थिव शरीर जब उनके पैतृक गांव लाया गया था तो उनके अंतिम संस्कार में बड़ी तादाद में शामिल हुए थे। इसके अलावा डीएम अमृत त्रिपाठी एसपी एस चिनप्पा समेत स्थानीय बीजेपी विधायक भी शामिल हुए थे।
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नेताओं और अधिकारीयों के वादा खिलाफी से नाराज है शहीद का परिवार और गांव के लोग
उन्होंने शहीद परिवार से बड़े-बड़े वादे भी किए थे। तब परिवार अपने शहीद बेटे पर बहुत गर्व महसूस कर रहा था। उनको लग रहा था कि मेरा बेटा देश की सेवा करते वक्त शहीद हुआ है। उसका पूरा सम्मान किया जाएगा। लेकिन उनकी उम्मीद अब टूट गई है। अब वह लोगों से अपील कर रहे हैं कि अपने बेटों को आर्मी में भर्ती न करें। क्योंकि सरकार किसी भी पार्टी कि हो सभी धोखेबाज है। इसलिए जब तक उन्हें सम्मान नहीं मिलेगा वह चुनाव का बहिष्कार करेंगे।
शहीद गुरजीत के पिता ने आज अपने परिवार और गांव वालों के साथ मिलकर धरना प्रदर्शन किया। उनकी मांग है कि स्थानीय विधायक चेतराम, कैबिनेट मिनिस्टर सुरेश खन्ना डीएम अमृत त्रिपाठी सभी ने वादा किया था कि शहीद बेटे के नाम पर रोड पर शहीद द्वार, स्कूल, शहीद बेटे के नाम पर शहीद पार्क और शहीद के भाई भूपेंद्र सिंह को नौकरी देंगे ।
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तब तो हमने उन सभी लोगों पर भरोसा करके अपने शहीद बेटे का अंतिम संस्कार कर दिया था और उस वक्त हमें अपने बेटे के शहीद होने पर गर्व महसूस हो रहा था। लेकिन अब, जब उनके पास वादे पूरे करने के की गुहार लगनी पड़ती है और जब इसके लिय उनसे कहा जाता है तो वे सब लोग हंसते हैं । किसी भी अधिकारी या नेता ने मेरे बेटे के शहीद होने के बाद किये गए वादों पर कोई ध्यान नही दिया। इसलिए अब हम चुनाव का बहिष्कार करेंगे। साथ ही हमारे साथ, पांच गांव के लोग भी ऐसे है जो चुनाव का बहिष्कार करेंगे।
अधिकारी और नेताओं ने कहा सड़क बनवाने के लिए "निधि" नहीं है
गुरजीत सिंह की शहादत के बाद वादा न पूरा होने पर ग्रामीण, मनजीत सिंह का कहना है कि "शहीद के अंतिम संस्कार पर तमाम अधिकारी और नेता आए थे। सबने गांव तक पक्की सड़क देने का वादा किया था। लेकिन अब जब सड़क बनाने के लिए विधायक के पास गए तो उन्होंने कह दिया कि मेरे पास "निधी" (फंड ) नहीं है। इसलिए आप लोग अपने पास से बनवा लीजिए। जब पैसे आ जाएंगे तब हम वापस कर देंगे।"
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पांच गांवों में लगभग 2472 वोट हैं
उनका यह भी कहना है कि बीजेपी सिर्फ वोट की राजनीति कर रही है। बीजेपी शहीद के परिवार की भावनाओं के साथ खेल रही है। उन्होंने धमकी दी है कि "अगर हमारे शहीद बेटे का सम्मान नही हुआ तो वह पांच गांव के लोग जो करीब 2472 वोट हैं वो सभी चुनाव का बहिष्कार करेंगे।"