यूपी में बाढ़ ने लिया और विकराल रूप, लगातार बढ़ रहा नदियों में पानी

Update:2016-08-20 03:37 IST

लखनऊः यूपी में लगातार बारिश और नेपाल से आ रही नदियों में जलस्तर लगातार बढ़ने से बाढ़ ने और विकराल रूप ले लिया है। गंगा और यमुना के उफनाने से सूबे के पूर्वांचल में सैकड़ों गांव खतरे में पड़ गए हैं। वहीं, शारदा, राप्ती, घाघरा और सरयू का पानी कई जिलों में खतरे के निशान से ऊपर से होकर बह रहा है। इसकी वजह से लोगों को गांव और कस्बा छोड़ने पर मजबूर होना पड़ रहा है।

बाढ़ से हालात खतरनाक

बाराबंकी जिले में घाघरा कई जगह खतरे के निशान से सात से आठ सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। लोग यहां पलायन कर रहे हैं। गोंडा और बलरामपुर में घाघरा और सरयू कटान कर रही हैं। हालांकि, इनका स्तर कम हुआ है। बहराइच में घाघरा कहर बरपा रही है। बलरामपुर, सीतापुर, लखीमपुर खीरी और फूलबेहड़ में शारदा और घाघरा में स्तर बढ़ा है और लहरें कटान कर रही हैं। नदियों का विकराल रूप देखकर लोग डरे हुए हैं।

अन्य जगहों का क्या है हाल?

कानपुर मंडल में भी नदियों में उफान जारी होने से हालात विकराल हैं। उन्नाव, फतेहपुर, कन्नौज और हरदोई में गंगा उफन रही है। फतेहपुर जिले में यमुना और गंगा में जबरदस्त उफान है। इलाहाबाद में गंगा ने शुक्रवार को खतरे का निशान पार कर लिया। यमुना भी यहां उफनाई हुई है। शहर से सटे तमाम गांव टापू बन गए हैं। वहीं, बुंदेलखंड में यमुना, बेतवा, केन और मंदाकिनी में भी उफान दर्ज किया गया है। हमीरपुर सीमा पर क्योलारी बांध पर खतरा देख गेट खोला गया। सोनभद्र के रिहंद बांध में पांच फाटक खोलकर 50 हजार क्यूसेक पानी निकाला जा रहा है।

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