लखनऊ : पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार किसानों और नौजवानों के मुद्दों से जनता का ध्यान हटाना चाहती है। जातिवाद का जह़र भाजपा ने फैलाया। जातिवादी राजनीति करने में भाजपा को महारथ हासिल है।
भाजपा सरकार ने समाजवादी पेंशन छीनने, पोषण मिशन की समाप्ति करके महिलाओं का अपमान किया है। स्कूलों में बच्चों के लिये स्वेटर इसलिये नहीं बंटे क्योंकि भाजपा का कहना है कि जनता को कुछ भी मुफ्त नहीं मिलेगा।
उन्होंने कहा उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार सिर्फ उद्घाटन का उद्घाटन कर रही है। अवध शिल्प ग्राम का उद्घाटन समाजवादी सरकार में हो चुका है बावजूद इसके भाजपा फिर से इसका उद्घाटन का उपक्रम कर रही है। भाजपा सरकार विकास कार्यों की जांच के नाम पर बदनाम करने की साजिश कर रही है।
पूर्व सीएम ने कहा राज्य सरकार के पास लाज-शर्म नहीं बची है। उत्तर प्रदेश में सड़कों का काम रोक दिया गया हैं, स्वास्थ्य सेवायें ठप्प कर दी गयी हैं। छात्रों-नौजवानों के लिये सरकार रोजगार देने की दिशा में कोई काम नहीं कर रही है। किसानों की हालत बदहाली के कगार पर है। आलू किसान बर्बाद हो गये हैं। धान और गन्ना के किसान तबाह है। अमीर-गरीब के बीच बढ़ती सामाजिक-आर्थिक विषमता को दूर करने में केन्द्र और राज्य सरकार की कोई रूचि नहीं है। केन्द्र सरकार ने जीएसटी, नोटबंदी और एफडीआई के द्वारा स्वदेशी आंदोलन को कमजोर किया है। केन्द्र सरकार को जाति के आधार पर जनगणना घोषित करनी चाहिये और उसे आधार से जोड़ना चाहिए। जब सबका विकास होगा तभी सबका साथ हो पायेगा।
यादव ने कहा कि दावोस में प्रधानमंत्री जी प्रदूषण कम करने की बात कर रहे हैं लेकिन भारत में प्रदूषण दूर करने का कोई उपाय नहीं कर रहे हैं। समाजवादी सरकार ने ही पर्यावरण बचाने के लिये सबसे अधिक वृक्षारोपण कर रिकार्ड बनाया हैं। भाजपा सरकार साइकिल की विरोधी हैं जबकि पर्यावरण के लिये साईकिल जरूरी है।