शाहजहांपुर: यूपी के शाहजहांपुर में #मीटू के नाम पर डिप्टी सीएमओ ने खुद को बदमान करने का आरोप लगाया है। #मीटू ‘ की गुमनाम झूठी शिकायत प्रदेश की मिनिस्टर रीता बहुगुणा से की गई है। जिसमें एक गुमनाम एएनएम ने अश्लील बातें करने का आरोप लगाया था। शिकायत के झूठे पाये जाने पर आज डिप्टी सीएमओं के समर्थन में एएनएम ने जिलाधिकारी कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन किया। एएनएम का कहना है कि डिप्टी सीएमओ को साजिशन बदनाम करने की साजिश रची जा रही है। वहीं डिप्टी सीएमओ ने जांच करने के बाद सच्चाई सामने लाने की बात की है।
एएनएम कर रहीं प्रदर्शन
#मीटू की झूठी शिकायत के बाद कलेक्ट्रेट में धरना प्रदर्शन कर रही ये स्वास्थ्य विभाग की एएनएम है। एएनएम अपने डिप्टी सीएमओं को ‘मी टू‘ की गुमनाम झूठी शिकायत के नाम पर बदमान किये जाने से नाराज है। दरसअल स्वास्थ्य विभाग में तैनात डिप्टी सीएमओं नरेश पाल अर्बन में एएनएम के नोडल अफसर है। कुछ दिन पहले किसी गुमनाम शख्स ने प्रदेश की कैबिनेट मिनीस्टर को डिप्टी सीएमओ पर अश्लील बातें करने की शिकायत की थी। शिकायती पत्र में किसी का कोई जिक्र नही था। शिकायत में कई एएनएम के साथ अभद्र व्यवहार करने का भी जिक्र किया गया था। लेकिन जांच में सभी आरोप झूठे पाये गये। लेकिन इस दौरान सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने डिप्टी सीएमओं के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट किये गये। सोसल मीडिया पर पोस्ट किये जाने पर सीएमओं ने उनका नोडल अफसर का कार्यभार छीन लिया।
धरना कर रही एएनएम की माने तो किसी ने एएनएम बनकर झूठी शिकायत की है जिससे एएनएम की भी छवि खराब हुई है। अपने अधिकारी की वापसी और उन्हे झूठा बदमान करने वालों के खिलाफ जांच और कार्यवाही की मांग को लेकर उन्होने जिलाधिकारी को शिकायत दी है। एएनएम का कहना है की जिले की सभी एएनएम कलेक्ट्रेट मे मौजूद है। इनमे से कौन सी एएनएम है जिसने डिप्टी सीएमओ के खिलाफ शिकायत की है। इसलिए इस मामले मे डिप्टी सीएमओ पर कोई कार्यवाही न हो।
वहीं डिप्टी सीएमओ का कहना है कि गुमनाम शिकायत के बाद कुछ लोगों ने हमसे पैसों की मांग की और पैसों की मांग पूरी ना होने पर मेरे खिलाफ सोसल मीडिया पर जमकर आपत्तिजकन पोस्ट डाली गई। अधिकारी का कहना है कि उन पर लगाये गये आरोप झूठे पाये गये है। साथ ही उनहोने मामले में उनके खिलाफ साजिश रचने वालों के खिलाफ मानहानी की कार्यवाही की बात कर रहे है। फिल्हाल अपने अधिकारी के समर्थन में धरना कर रही एएनएम की श्किायत पर जिला प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है।
एडीएम एके श्रीवास्तव का कहना है कि गुमनाम शिकायती पत्र के आधार पर जांच की जा रही थी। डिप्टी सीएमओ पर अश्लीलता का आरोप लगा था। लेकिन जांच मे शिकायत झूठी पाई गई है। इसलिए आज डिप्टी सीएमओ के पक्ष ने जिले की सभी एएनएम ने शिकायती पत्र देकर निष्पक्ष जांच कर कार्यवाही मांग की है।
फिल्हाल ‘#मीटू के जरिए किसी को झूठा फंसाने का ये पहला मामला है। क्योंकि में कोई पीड़ित नही है बल्कि अब लोगों को झूठा बदमान करने के लिए भी लोग फर्जी शिकायतों को सहारा ले रहे है।