Understand Your Child: बच्चों के मन को इस तरह से समझ सकते हैं आप, जानिए कैसे वो बन जायेंगे आपके दोस्त
Understand Your Child: अगर आप भी अपने बच्चे के मन की बात को समझना चाहते हैं तो आप इन टिप्स को फॉलो करके उनके अच्छे दोस्त बन सकते हैं।
Understand Your Child: आजकल के माता पिता अपने बच्चों के साथ एक ऐसा बांड बनाना चाहते हैं जिससे उनके लाडले उनसे अपने मन की हर बात शेयर करने में हिचकिचाएं नहीं। लेकिन ये इतना आसान भी नहीं होता। ऐसे में एक माता पिता कई तरह की चुनौतियों का भी सामना करते हैं। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि कैसे आप बच्चे के दिल की बात को समझ सकते हैं।
कैसे समझे अपने बच्चे के मन को
हर माता पिता ये चाहते हैं कि वो अपने बच्चे की दिल की बात समझें लेकिन इसमें उन्हें कई तरह की परेशानियां भी आतीं हैं। तो ऐसे में हम आपके लिए कुछ टिप्स लेकर आये हैं जिससे आप उनके दिल की बात को समझ भी पाएंगे और उनके साथ सही ताल मेल भी बैठा लेंगें। आइये एक नज़र डालते हैं इन टिप्स पर।
खुलकर करें उनसे बात : आप अगर अपने बच्चे के साथ उनके दोस्त बनकर बात करते हैं और उनके दिल की बात उनसे पूछते हैं और साथ ही उनको क्या पसंद है या क्या नहीं इसपर भी आप उनको शामिल करते हैं तो वो आपके और करीब आएंगे और आपसे खुलकर अपनी बातों को शेयर करना शुरू कर देंगें।
उनकी भी सुनें : जब भी आपका बच्चा आपसे कुछ कहना चाहे तो आप उनकी बातों को ध्यान से सुने उन्हें अनसुना न करें और न ही उनकी बातों को टालें। इससे वो आपसे अपने दिल की कोई भी बात करने से डरने या हिचकिचाने लगेंगे। उन्हें ये विश्वास दिलाएं कि आपके लिए उनकी हर एक बात काफी मायने रखती है। अगर आप उन्हें सुनेंगे तो वो आपसे अपने दिल की बात ज़रूर शेयर करेंगे।
उनकी भावनाओं को समझे: अगर बच्चा आपसे अपनी कोई समस्या बता रहा है या वो किसी तरह की परेशानी में है तो आप उनके साथ सहानुभूति दिखाएं और उन्हें डांटें न क्योंकि इससे वो निराश महसूस करेंगे। आपको ऐसे में उनकी भावनाओं को समझना होगा और उसका हल भी निकलना होगा।
बच्चे को अपना समय दें: आप अगर अपने बच्चे के करीब रहना चाहते हैं तो आपको उनके साथ क्वालिटी टाइम बिताना होगा। इसके अलावा आप उनके साथ कोई क्रिएटिव एक्टिविटी भी कर सकते हैं। इससे आपका रिश्ता उनके साथ मज़बूत होगा।
उनकी पसंद का रखें ख्याल: आपके बच्चे को जो पसंद है उसका आपको ख़ास ख्याल रखना होगा। उनकी हॉबीज़ के लिए भी उन्हें प्रोत्साहित करिये उन्हें नई चीज़ों को जानने और समझने के लिए भी प्रोत्साहित करें।