Afghanistan Cricket Team History: विरोध, हिंसा, आतंक, आसान नहीं अफगानिस्तान में क्रिकेट, फिर कैसे हुई शुरुआत
Afghanistan Cricket Team History: पिछले कुछ सालों से अफगानिस्तान क्रिकेट टीम का नाम भी पूरी दुनियाभर में काफी पॉपुलर हुआ है।;
Afghanistan Cricket Team History: क्रिकेट भारत सहित पूरे विश्वभर में खेला जाता है। क्रिकेट के फैंस लाखों, करोड़ों नहीं बल्कि अरबों में है। भारतीय क्रिकेट टीम, ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम, इंग्लैंड क्रिकेट टीम, न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम और साउथ अफ्रीका क्रिकेट टीम को ज्यादातर बेस्ट टीम कहा जाता है। ये सभी टीमों ने टेस्ट से लेकर T20 क्रिकेट तक में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। इन क्रिकेट टीम के बाद वेस्ट इंडीज, पाकिस्तान क्रिकेट टीम, जिम्बावे क्रिकेट टीम, बांग्लादेश क्रिकेट टीम का नाम आता है। हालांकि पिछले कुछ सालों से अफगानिस्तान क्रिकेट टीम का नाम भी पूरी दुनियाभर में काफी पॉपुलर हुआ है।
अफगानिस्तान क्रिकेट टीम जिन्हें दुनियाभर में अपनी पहचान बनाने के लिए सबसे पहले तो अपने घर से लड़ाई शुरू करनी पड़ी क्योंकि कुछ साल पहले तक अफगानिस्तान में क्रिकेट को महत्व नहीं दिया जाता था। जिसके कारण कई खिलाड़ी ना चाहते हुए भी क्रिकेट छोड़ने के लिए मजबूर हुए। क्रिकेट खेलने पर खिलाड़ियों को विरोध का सामना करना पड़ता था। आतंक, हिंसा, विरोध के बीच अफगान में पनपता क्रिकेट, अब कहीं ना कहीं पूरी दुनियाभर में अपनी पहचान बना रहा है।
हाल ही में खेले गए अफगानिस्तान और इंग्लैंड के बीच चैंपियन ट्रॉफी के एक मुकाबले में अफगानिस्तान क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड क्रिकेट टीम को मात दी। जिस तरह से अफगान के खिलाड़ियों ने इस मैच में खेला वो वाकई कमाल था। दुनिया में क्रिकेट की शुरुआत करने वाली इंग्लैंड की टीम ही अफगानिस्तान के हाथों से शिकस्त खा बैठी। पहले विश्व कप और फिर चैंपियन ट्रॉफी में जिस तरह का प्रदर्शन अफगानिस्तान ने किया और जीत हासिल की वो अफगान टीम के लिए काफी अहम था क्योंकि अफगानिस्तान में अभी भी क्रिकेट की वैल्यू उतनी नहीं है लेकिन धीरे धीरे अफगान के आज के ये खिलाड़ी अपने देश अफगान में क्रिकेट को पहचान और जगह दिलाने के लिए लड़ रहे हैं। जो कुछ हद तक कामयाब भी हो चुके हैं। दरअसल अफगान के क्रिकेट खेलना कुछ साल पहले तक आसान नहीं था।
अफगानिस्तान में कैसी हुई क्रिकेट की शुरुआत
वर्ल्ड कप 2023 में जहां अफगानिस्तान क्रिकेट टीम ने वर्ल्ड चैम्पियन इंग्लैंड को 69 रनों से हारकर अपना दबदबा बनाया तो वहीं चैंपियन ट्रॉफी में भी इंग्लैंड को हराने में कामयाब रही। अब ये टीम पाकिस्तान, श्रीलंका और वेस्टइंडीज से आगे निकल चुकी है। अफगानिस्तान क्रिकेट टीम में बड़ी-बड़ी टीमों को धूल चटाने की काबिलियत है। हालांकि, यहां तक पहुंचने के लिए अफगानिस्तान की टीम को आतंक और विरोध से जूझ रहा।
अफगानिस्तान में 19वीं शताब्दी के बाद से क्रिकेट की शुरुआत हुई और 21वीं सदी की शुरुआत में ही अफगान राष्ट्रीय टीम को सफलता मिलने लगी थी। अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड साल 1995 में बना और साल 2001 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) का एक एफिलिएट सदस्य भी बन गया। साल 2003 में एशियाई क्रिकेट परिषद (ACC) का सदस्य बना। वहीं 22 जून 2017 को, लंदन में एक आईसीसी की बैठक में, पूर्ण आईसीसी सदस्यता अफगानिस्तान को मिली। जानकारी के लिए बता दें कि, आईसीसी की एफिलिएट सदस्यता रखने के बाद ये पूर्ण सदस्य का दर्जा हासिल करने वाला पहला देश है।
लेकिन अफगानिस्तान को यहां तक पहुंचने में काफी समय लगा। अफगानिस्तान में अच्छी क्रिकेट खेलने के बाद भी खिलाड़ियों को उतनी रकम नहीं मिलती थी। जिसके के कारण खिलाड़ियों को अपने पैशन के तौर पर क्रिकेट खेलने के अलावा अलग से कुछ रोजगार भी करना पड़ता था। अफगान में क्रिकेट खेलने पर विरोध का सामना करना पड़ता था। इसके अलावा पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बनते बिगड़ते रिश्ते के कारण भी अफगानिस्तान ने अपनी अलग टीम बनाने का फैसला किया। लेकिन क्रिकेट खेलने के लिए ज्यादा रकम चाहिए था इसलिए जल्दी कोई क्रिकेट नहीं खेलना चाहता था। पर धीरे धीरे जैसे जैसे अफगान ने क्रिकेट की दुनिया में अपनी पहचान बनाई, अफगान में भी क्रिकेट को महत्व मिलने लगा। आज अफगानिस्तान क्रिकेट टीम एक बेहतर क्रिकेट टीम है और आने वाले भविष्य में ये और भी बेहतर होकर उभरेगी। अफगानिस्तान ने कई बार कई मौकों पर खुद को बेहतरीन टीम साबित किया है।
साल 2015 के अक्तूबर में अपनी पहली जीत के बाद से अफगानिस्तान ने ऐसे कई मौकों पर बड़ी बड़ी टीमों को हराकर क्रिकेट फैंस को चौकाया है। जानकारी के लिए बता दें कि, 18 अक्टूबर 2015 को अफ़ग़ानिस्तान के लिए बड़ा पल था जब इस दिन अफगान टीम ने जीत दर्ज की। दरअसल पहले बल्लेबाजी करते हुए अफगानिस्तान क्रिकेट टीम ने 9 विकेट खोकर 245 रन बनाए, जिसमें मोहम्मद नबी का 53 रन का योगदान शामिल था। जादरान ने 38 रन देकर 4 रन देकर विकेट लिया। अफगानिस्तान के बेहतरीन गेंदबाजों ने बेहतरीन गेंदबाजी कर जिम्बाब्वे को 119 रन पर आउट कर दिया। इस जीत के साथ अफगानिस्तान ने क्रिकेट की दुनिया में अपना झंडा फहराया।
वहीं अपने पहले एकदिवसीय विश्व कप में अफगानिस्तान ने स्कॉटलैंड के खिलाफ 211 रन बनाएं। इस मैच में स्कॉटलैंड ने 210 रन बनाए। दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने उतरी अफगानिस्तान की टीम 97/7 पर लड़खड़ाती हुई नजर आई लेकिन समीउल्लाह शिनवारी और हामिद हसन के 49.3 ओवर में 211/9 में जीत दिला दी। अफगान की ये पहली विश्व कप जीत थी, जो अफगान में क्रिकेट खेलने और उसकी पहचान की ओर एक कदम बढ़ाया।
इतना ही नहीं वनडे वर्ल्ड कप 2023 में अफगानिस्तान ने इंग्लैंड को मात दे सबको चौंका दिया। इस मैच में करामाती खान यानी राशिद खान (3/37) और मुजीब उर रहमान (3/51) के बेहतरीन गेंदबाजी के कारण इंग्लैंड 215 रन ही बना सका। वहीं अफगानिस्तान की ओर से रहमानुल्लाह गुरबाज ने 80 और इकराम अलीखिल ने 58 रन बनाकर अफगानिस्तान को 40.3 ओवर में 3 विकेट पर 217 रन बनाकर कमाल की जीत हासिल की।
साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज को अपने नाम करना। अफगानिस्तान ने गुरबाज के 105 और अजमतुल्लाह उमरज़ई के नाबाद 86 रनों की बदौलत 4 विकेट के नुकसान पर 311 बनाए। दक्षिण अफ्रीका के खिलाड़ियों को क्रीज पर टिकने का मौका ही नहीं दिया, अफगानिस्तान के खिलाड़ियों ने। साउथ अफ्रीका मात्र 134 रन पर सिमट गया, जिसमें एक योगदान गेंद से राशिद खान का भी था। राशिद खान ने 19 रन देकर 5 महत्वपूर्ण विकेट लिए जो निर्णायक साबित हुआ। इस जीत के साथ ही अफगानिस्तान क्रिकेट टीम ने इस सीरीज को 2-1 से जीत ली।
लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में इब्राहिम जादरान ने जो पारी खेली उसे शायद ही कोई क्रिकेट फैंस भूलेगा। एक तरह जहां उनकी टीम के विकेट लगातार गिर रहे थे वहीं दूसरी ओर मजबूत दीवार की तरह इब्राहिम जादरान क्रीज पर खड़े रहे और 146 गेंदों पर 177 रन बनाकर अपनी टीम को 325 रन तक पहुंचा दिया। जिसके जवाब में दूसरी पारी में क्रिकेट खेलने उतरी इंग्लैंड टीम ने जो रूट के शतक के बदौलत भी जीत हासिल नहीं कर सकी। दूसरी छोड़ से लगातार विकेट गिरता रहा। अफगानिस्तान की ओर से उमरजजई ने 5 विकेट चटकाए और इंग्लैंड के खिलाड़ियों को क्रीज पर टिकने भी नहीं दिया।