Shane Warne Death: ऑस्ट्रेलिया के महान फिरकी गेंदबाज शेन वॉर्न का निधन, क्रिकेट जगत में छाया सन्नाटा
Shane Warne Death Passed Away: ऑस्ट्रेलिया के पूर्व लेग स्पिनर शेन वॉर्न का दिल का दौरा पड़ने की वजह से मौत हो गई है।
Shane Warne Death: ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज पूर्व लेग स्पिनर शेन वॉर्न का अचानक निधन हो गया है। 52 वर्षीय शेन वॉर्न का दिल का दौरा पड़ने की वजह से शुक्रवार शाम को निधन हुआ। शेन वॉर्न ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 100 से अधिक वनडे और टेस्ट मैच खेले हैं।
दुनिया के महान स्पिनरों में शुमार किए जाने वाले ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज शेन वार्न का निधन हो गया है। 52 साल की उम्र में उनका हार्ट अटैक से निधन हुआ। उनके निधन की खबर मिलते ही पूरा क्रिकेट जगत शोक में डूब गया है। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट जगत को आज दोहरी दुखद खबर का सामना करना पड़ा है। पहले ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर राड मार्च के निधन की खबर आई थी और अब शेन वार्न के निधन की खबर से क्रिकेट जगत को बड़ा धक्का लगा है।
खबर है कि शेन वार्न छुट्टियां मनाने के लिए थाईलैंड गए हुए थे और वही हार्टअटैक से उनका निधन हो गया। अपने 15 साल के क्रिकेट कॅरियर के दौरान शेन वार्न ने कई बड़ी उपलब्धियां हासिल की थीं। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 708 विकेट हासिल किए थे जबकि वनडे में उन्होंने 293 विकेट चटखाए थे।
वार ने फेंकी थी सदी की सबसे बेहतरीन गेंद
ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज स्पिनर शेन वार्न को स्पिन गेंदबाजी का जादूगर कहा जाता था। उनकी कलाई में ऐसा जादू था कि वे अपनी गेंदों में टर्न से विपक्षी बल्लेबाज को हमेशा आश्चर्यचकित कर देते थे। उन्होंने 3 जून 1993 को एक ऐसी गेंद फेंकी थी जिसे सदी की सबसे बेहतरीन गेंद माना जाता रहा है। इंग्लैंड के दिग्गज बल्लेबाज माइक गैटिंग को गेंदबाजी करते समय उन्होंने अपनी गेंद को 90 डिग्री टर्न करा दिया था और गेटिंग उस गेंद पर बोल्ड हो गए थे।
लेग स्टंप से बाहर टप्पा खाने के बाद गेंद टर्न होते हुए गेटिंग का ऑफ स्टंप उड़ा ले गई थी और गेटिंग पूरी तरह हतप्रभ रह गए थे। वार्न की गेंद ने पूरी दुनिया में तहलका मचा दिया था और इस गेंद को बॉल ऑफ द सेंचुरी यानी सदी की गेंद की संज्ञा दी गई थी। इस सीरीज में यादगार गेंदबाजी करते हुए वार्न ने टेस्ट क्रिकेट में हैट्रिक लेने का कमाल भी दिखाया था।
टेस्ट क्रिकेट में हासिल किए 708 विकेट
शेन वार्न ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 145 टेस्ट मैच खेले और इस दौरान आस्ट्रेलिया को कई जीत दिलाने में उनकी बड़ी भूमिका रही। पहले ऑस्ट्रेलिया को तेज गेंदबाजी के लिए ही जाना जाता था मगर शेन वार्न ने स्पिन गेंदबाजी में कमाल दिखाते हुए दुनिया के बड़े-बड़े बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया।
अपने टेस्ट कॅरियर के दौरान उन्होंने 708 विकेट हासिल किए। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए 194 वनडे मैच खेले और इस दौरान उन्होंने 293 विकेट लिए। टेस्ट क्रिकेट में विकेट लेने के मामले में शेन वार्न का श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन के बाद दूसरा नंबर है।
वार्न के नाम दर्ज है यह विश्वरिकॉर्ड
वार्न अपने टेस्ट कॅरियर के दौरान 3154 रन बनाए। हालांकि इस दौरान वे एक भी शतक नहीं लगा सके। उनके नाम टेस्ट क्रिकेट में बिना शतक लगाए सबसे ज्यादा रन बनाने का विश्व रिकॉर्ड दर्ज है। एक बार वे शतक के काफी करीब पहुंच गए थे मगर वह 99 के फेर में फंस गए और सिर्फ 1 रन से अपना शतक नहीं बना सके। वे 2001 में न्यूजीलैंड के खिलाफ पर्थ टेस्ट में 99 पर आउट हुए थे। इसके अलावा एक बार और भी वे शतक के करीब पहुंचकर शतक नहीं बना सके थे। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 12 अर्धशतक लगाए। ऑस्ट्रेलिया के लिए वनडे मैचों में खेलते हुए उन्होंने 1018 रनों का योगदान किया।
ऑस्ट्रेलिया को विश्व कप जिताने में बड़ी भूमिका
शेन वार्न ने 1999 में ऑस्ट्रेलिया को वर्ल्ड कप जिताने में बड़ी भूमिका निभाई थी। विश्व कप के फाइनल मुकाबले में वार्न ने गजब का प्रदर्शन किया था। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ 33 रन पर 4 विकेट लिए थे और पाकिस्तान की पूरी टीम 132 रनों पर सिमट गई थी। इसके बाद खेलने उतरी आस्ट्रेलिया की टीम ने 2 विकेट पर 133 रन बनाकर फाइनल मुकाबला जीत लिया था। इस शानदार प्रदर्शन के लिए बाद में शेन वार्न को मैन ऑफ द फाइनल भी चुना गया था।
विवादों से भी रहा गहरा नाता
हालांकि अपने क्रिकेट कॅरियर के दौरान शेन वार्न विवादों से अछूते नहीं रहे। सट्टेबाजों को पिच व मौसम की जानकारी देने का मामला हो या ड्रग्स लेने के मामले में प्रतिबंधित हो जाना, शेन वार्न का क्रिकेट जीवन विवादों में फंसा रहा। मैदान से बाहर अपने अफेयर और तलाक के मामले को लेकर भी शेन वार्न विवादों में फंसे रहे।
क्रिकेट के दिग्गजों का मानना है कि उन्हें आस्ट्रेलियाई टीम का कप्तान जरूर बनाया जाना चाहिए था मगर शायद विवादों में फंसा होने के कारण ही वे ऑस्ट्रेलिया के कप्तान नहीं बन सके। शेन वार्न भारत के दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर को सबसे अच्छा बल्लेबाज माना करते थे और उन्होंने एक बार यह बयान देकर सबको चौंका दिया था कि तेंदुलकर उनके सपनों में आते हैं।