हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन के प्रेसिडेंट पोस्ट के लिए अजहरुद्दीन का नॉमिनेशन रद्द

इंडियन क्रिकेट टीम के फॉर्मर कैप्टन मोहम्मद अजहरुद्दीन का प्रेसिडेंट पोस्ट के लिए नॉमिनेशन हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन (एचसीए) ने रिजेक्ट कर दिया है। अजहरुद्दीन ने एचसीए के प्रेसिडेंट पोस्ट के लिए कुछ दिन पहले ही नॉमिनेशन किया था।

Update:2017-01-14 15:25 IST

हैदराबाद: हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन (एचसीए) के प्रेसिडेंट पोस्ट के लिए शनिवार (14 जनवरी) को इंडियन क्रिकेट टीम के फॉर्मर कैप्टन मोहम्मद अजहरुद्दीन का नॉमिनेशन रिजेक्ट कर दिया गया है। अजहरुद्दीन ने एचसीए के प्रेसिडेंट पोस्ट के लिए कुछ दिन पहले ही नॉमिनेशन किया था। बताया जा रहा है कि इस पोस्ट पर चुने जाने को लेकर उनकी एलिजिबिलिटी को लेकर सवाल उठे थे। अजहरुद्दीन का कहना था कि वह एसोसिएशन के काम करने के तरीके से खुश नहीं हैं और यहां चल रही अनियमितताएं खत्म करना चाहते हैं। बता दें कि 17 जनवरी को एचसीए का चुनाव होना है।

इस वजह से रिजेक्ट हुआ नॉमिनेशन

-अजहरुद्दीन का नॉमिनेशन रिटर्निंग ऑफिसर राजीव रेड्डी ने खारिज किया।

-बताया जा रहा है कि एचसीए ने दो वजहों से अजहरुद्दीन का नामांकन रिजेक्ट किया है।

-पहला यह कि अजहरुद्दीन यह नहीं बता पाए कि बीसीसीआई की तरफ से अभी तक उनपर आधिकारिक रूप से बैन हटाया गया है या नहीं।

-दूसरा, इस बात के भी पुख्ता सबूत नहीं हैं कि वह नामांकित वोटर हैं या नहीं।

-राजीव रेड्डी ने कहा कि मैच फिक्सिंग मामले में बीसीसीआई द्वारा बैन किए जाने के कारण अजहरुद्दीन इस चुनाव में उम्मीदवार नहीं हो सकते।

क्या बोले अजहरुद्दीन ?

-अजहरुद्दीन ने अपना नॉमिनेशन रिजेक्ट होने पर निराशा जताई।

-उन्होंने कहा कि मुझे जब हाई कोर्ट से बरी कर दिया गया है तो फिर मेरा नॉमिनेशन क्यों रिजेक्ट किया, यह समझ से बाहर है।

बीसीसीआई ने लगाया है लाइफटाइम बैन

-गौरतलब है कि अजहरुद्दीन ने साल 1992, 1996 और 1999 वर्ल्ड कप में इंडियन टीम की कप्तानी की थी।

-साल 2000 में सामने आए मैच फिक्सिंग स्कैंडल के बाद उन पर भारतीय क्रिकेट कंटोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने लाइफटाइम बैन लगा दिया था।

-साल 2011 में आंध्र हाई कोर्ट ने अजहरुद्दीन के पक्ष में फैसला सुनाया।

-लेकिन बीसीसीआई ने ऑफिशियली यह एलान नहीं किया कि वह अजहरुद्दीन पर बैन हटा चुका है।

क्या बोले एचसीए के पूर्व प्रेसिडेंट ?

-एचसीए के पूर्व प्रेसिडेंट अरशद अयूब के मुताबिक, अजहरुद्दीन प्रेसिडेंट पोस्ट एलिजिलिबिटी क्राइटेरिया को भी पूरा नहीं करते।

-उन्होंने कहा कि यह सच है कि अजहरुद्दीन ने नॉमिनेशन फाइल किया था।

-लेकिन एचसीए को बीसीसीआई से ऐसा कोई कन्फर्मेशन नहीं मिला कि उनपर से बैन हटा लिया गया है।

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