Gautam Gambhir को बीसीसीआई ने दिया झटका, फील्डिंग कोच के लिए जोंटी रोड्स के नाम की सिफारिश ठुकराई
Gautam Gambhir: टीम इंडिया के नए हेड कोच गौतम गंभीर और जोंटी रोड्स के बीच अच्छी बॉन्डिंग रही है। दोनों खिलाड़ी इससे पहले आईपीएल फ्रेंचाइजी लखनऊ सुपरजाएंट्स के साथ काम कर चुके हैं।
Gautam Gambhir: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने टीम इंडिया के हेड कोच के रूप में गौतम गंभीर की नियुक्ति तो कर दी है मगर फील्डिंग कोच के लिए गंभीर की मांग को ठुकरा कर उन्हें बड़ा झटका भी दिया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक गौतम गंभीर ने टीम इंडिया के फील्डिंग कोच के रूप में दक्षिण अफ्रीका के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर जोंटी रोड्स के नाम के सिफारिश की थी मगर बीसीसीआई ने उनकी इस मांग को ठुकरा दिया है। रोड्स को दुनिया का बेहतरीन फील्डर माना जाता रहा है। दूसरी ओर बीसीसीआई का कहना है कि सहायक स्टाफ भारतीय ही होना चाहिए।
रोड्स के साथ पहले भी काम कर चुके हैं गंभीर
टीम इंडिया के नए हेड कोच गौतम गंभीर और जोंटी रोड्स के बीच अच्छी बॉन्डिंग रही है। दोनों खिलाड़ी इससे पहले आईपीएल फ्रेंचाइजी लखनऊ सुपरजाएंट्स के साथ काम कर चुके हैं। गंभीर इस टीम के मेंटर रह चुके हैं। आमतौर पर बीसीसीआई की ओर से हेड कोच को अपना सहयोगी स्टाफ चुनने की आजादी दी जाती है, लेकिन पूर्व भारतीय ओपनर की फील्डिंग और बॉलिंग कोच की पसंद को बीसीसीआई ने ठुकरा दिया है।
बीसीसीआई विदेशी की नियुक्ति के पक्ष में नहीं
एक अंग्रेजी अखबार में छपी रिपोर्ट के मुताबिक बीसीसीआई गंभीर की पसंद जोंटी रोड्स को फील्डिंग कोच के रूप में नियुक्त करने के लिए तैयार नहीं है। जोंटी रोड्स गिनती आज भी दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फील्डर्स में की जाती है।
दक्षिण अफ्रीका के यह दिग्गज खिलाड़ी आईपीएल में विभिन्न टीमों के साथ जुड़ा रहा है। बीसीसीआई की ओर से रोड्स के नाम पर तैयार न होने का कारण भी बताया गया है। बीसीसीआई की दलील है कि वह किसी विदेशी को नियुक्त करने के पक्ष में नहीं है।
पिछले सात वर्षों से भारत देशी सपोर्ट स्टाफ के साथ काम कर रहा है और बोर्ड इसमें कोई बदलाव नहीं लाना चाहता। इसके साथ ही गौतम गंभीर ने बॉलिंग कोच के रूप में पूर्व भारतीय गेंदबाज आर विनय कुमार के नाम की सिफारिश की थी मगर बोर्ड इसके लिए भी तैयार नहीं है।
दक्षिण अफ्रीका के जोंटी रोड्स ने साल 1992 से 2003 तक दक्षिण अफ्रीका की तरफ से 52 टेस्ट और 245 वनडे मैच खेले। उन्होंने टेस्ट में 35.66 और वनडे में 35.11 की बल्लेबाजी औसत से 8,000 से अधिक रन बनाए। आज भी जब बेहतरीन फील्डर की बात होती है तो सबकी जुबान पर रोड्स का ही नाम आ जाता है।
टी दिलीप बने रह सकते हैं फील्डिंग कोच
इस रिपोर्ट के मुताबिक फील्डिंग कोच के रूप में टी दिलीप को आगे भी बरकरार रखा जा सकता है। पिछले सत्र में टी दिलीप ने काफी अच्छा काम किया है और इसका उन्हें इनाम मिल सकता है। भारतीय टीम पिछले साल वनडे विश्व कप के फाइनल में पहुंची थी और अभी हाल में टीम इंडिया ने टी 20 विश्व कप जीता है।
हालांकि,बीसीसीआई की ओर से सहयोगी स्टाफ को लेकर कोई आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है मगर माना जा रहा है कि इस बाबत जल्द ही फैसला लिया जा सकता है। ऐसे में सबकी निगाहें इस बात पर लगी हुई हैं कि सहयोगी स्टाफ में किस-किस को मौका दिया जाता है।