Rahul Dravid: पूर्व हेड कोच राहुल द्रविड़ ने बताया उनके कोचिंग कार्यकाल का सबसे खराब पल, विराट कोहली से है खास कनेक्शन
Rahul Dravid: राहुल द्रविड़ ने टीम इंडिया के कोचिंग कार्यकाल के दौरान कईं अनुभव का अहसास किया, जिसमें से उन्होंने एक खास अनुभव को किया शेयर
Rahul Dravid: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज और कप्तान रहे राहुल द्रविड़ ने अपने करियर में बहुत ही खास योगदान दिया है। राहुल द्रविड़ ने बतौर खिलाड़ी क्रिकेट में बहुत कुछ कमाया है, तो वहीं उन्होंने अपने कोचिंग में भी वो महारथी साबित हुए, जहां उनके मार्गदर्शन में भारत की अंडर-19 टीम ने वर्ल्ड कप जीता तो हाल ही में भारतीय सीनियर क्रिकेट टीम ने टी20 वर्ल्ड कप के खिताब को अपने नाम किया था। राहुल द्रविड़ के कोचिंग कार्यकाल में ये सबसे बड़ी उपलब्धि है।
भारतीय टीम के साथ राहुल द्रविड़ का कार्यकाल रहा है यादगार
भारतीय क्रिकेट टीम ने जून में वेस्टइंडीज और अमेरिका की मेजबानी में खेले गए टी20 वर्ल्ड कप 2024 में शानदार प्रदर्शन कर खिताब के साथ राहुल द्रविड़ का यादगार फेयरवेल दिया। भारतीय टीम के लिए राहुल द्रविड़ का शानदार सफर रहा, जहां उन्होंने कईं बाइलेट्रल सीरीज जीती, तो साथ ही एशिया कप को भी जीता। वहीं आईसीसी के 3 फाइनल खेले, जिसमें से द्रविड़ के अंडर टीम इंडिया को 1 खिताब जीतने में सफलता मिली।
राहुल द्रविड़ ने बताया अपने कोचिंग कार्यकाल का सबसे खराब दौर
भारतीय क्रिकेट टीम ने साल 2021 में खेले गए टी20 वर्ल्ड कप में निराशाजनक प्रदर्शन किया। उस वर्ल्ड कप के बाद टीम इंडिया के तात्कालिन हेड कोच रवि शास्त्री के कार्यकाल के खत्म होने के बाद राहुल द्रविड़ को नया हेड कोच नियुक्त किया गया। इसके बाद राहुल द्रविड़ ने काफी लंबे समय तक टीम इंडिया को कोचिंग दी। इनमें से द्रविड़ के कार्यकाल का सबसे खराब दौर कौनसा रहा, इस बारे में खुद इस दिग्गज ने खुलासा किया है। जहां उन्होंने बताया कि उनके लिए 2021 की शुरुआत का वो दौर काफी खराब रहा, जब विराट कोहली परिवर्तन के दौर से गुजर रहे थे और भारत को दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर टेस्ट सीरीज में हार का सामना करना पड़ा था।
जब दक्षिण अफ्रीका से मिली थी टेस्ट सीरीज में हार, वो था सबसे खराब पल
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व हेड कोच राहुल द्रविड़ ने अपने कोचिंग कार्यकाल के अनुभव को साझा किया। स्टार स्पोर्ट्स के हवाले से राहुल द्रविड़ ने कहा कि, “अगर आप मुझसे पूछें कि मेरा सबसे खराब पल कौन सा था, तो मैं कहूंगा कि मेरे करियर की शुरुआत में साउथ अफ्रीका में टेस्ट सीरीज के दौरान हुई थी। इस दौरान हमने साउथ अफ्रीका में सेंचुरियन में पहला टेस्ट मैच जीता था और फिर हम दूसरे और तीसरे टेस्ट मैच में खेल रहे थे। जैसा कि आप जानते हैं हमने साउथ अफ्रीका में कभी कोई सीरीज नहीं जीती है। उस सीरीज को जीतना हमारे लिए वाकई बहुत बड़ा मौका था। हमारे कुछ सीनियर खिलाड़ी वहां नहीं थे। रोहित शर्मा चोटिल थे और उस सीरीज में हमारे कुछ सीनियर खिलाड़ी नहीं थे।“