मंदिर में प्रवेश से रोके जाने वाले राहुल गांधी के आरोपों का गौतम गंभीर ने दिया जवाब, कहा ‘भाजपा ऐसी राजनीति नहीं करती...’
Rahul Gandhi Gautam Gambhir: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने सोमवार, 22 जनवरी 2024 को कहा कि उन्हें संत श्रीमंत शंकरदेव की जन्मस्थली असम के बताद्रवा थान जाने से रोका गया
Rahul Gandhi Gautam Gambhir: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने सोमवार, 22 जनवरी 2024 को कहा कि उन्हें संत श्रीमंत शंकरदेव की जन्मस्थली असम के बताद्रवा थान जाने से रोका गया। यह घटना असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा द्वारा "अनावश्यक प्रतिस्पर्धा" से बचने के लिए अयोध्या में राम मंदिर के अभिषेक समारोह के बाद उस स्थान का दौरा करने की सलाह देने के एक दिन बाद हुई। अब इस घटना पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने जवाब दिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि स्थली पर मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा समारोह में पहुंचे भाजपा सांसद और पूर्व भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने राहुल गांधी के आरोपों का खंडन किया और कहा, “देखिए मुझे इस घटना की पूरी जानकारी है नहीं, लेकिन मंदिर जाना सबका अधिकार है। यदि आप जाना चाहते हैं, तो आपको बिल्कुल जाना चाहिए। अगर आप आज नहीं गए, तो कल चले जाइए ऐसा तो है नहीं कि मंदिर जाने से कोई किसी को रोकता है। अगर आपकी वास्तविक आस्था है, उसको आप राजनीतिकरण नहीं कर रहे हैं, तो जरूर आप चाहिए।”
इसके बाद सामने कड़ी पत्रकार ने गौतम गंभीर से राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के बारे में सवाल किया और उस घटना का फिर से जिक्र किया। इसके जवाब में सांसद ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि ऐसा कुछ भी सच है और बीजेपी ने इतने बढ़िया काम किए हैं, चाहे वह इतना बड़ा भव्य राम मंदिर बनाया हो, तो किसी को रोकना वगैरा, मुझे नहीं लगता बीजेपी इस तरीके की घटिया राजनीत करेगी।”
गौरतलब है कि राहुल गांधी, जो वर्तमान में अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के असम चरण में हैं, ने कहा कि उन्हें आमंत्रित किए जाने के बाद वहां जाने से रोक दिया गया था। उन्होंने दावा किया कि अधिकारियों ने अपने इस कदम का कोई कारण नहीं बताया है। उन्होंने कहा, “हम मंदिर जाने की कोशिश कर रहे हैं। हमें आमंत्रित किया गया था और अब वे हमसे कह रहे हैं कि हम नहीं जा सकते। हम जबरदस्ती कुछ नहीं करने जा रहे हैं। हमें अपनी यात्रा करनी है, हम उनसे पूछ रहे हैं कि इसका कारण क्या है। हम किसी को परेशान नहीं करने जा रहे हैं। हमें वहां आमंत्रित किया गया है।”