Happy Birthday Sunil Gavaskar: चाचा न होते तो क्रिकेटर की जगह मछुआरा बन जाते 'Little Master'

टीम इंडिया के महानतम बल्लेबाजों में से एक सुनील गावस्कर का आज 72वां जन्मदिन हैं। उन्हें 'लिटिल मास्टर' के नाम से भी पहचाना जाता है। सुनील गावस्कर ने 16 साल (1971-1987) के अपने टेस्ट करियर में 34 शतकों के साथ 10,122 रन (125 टेस्ट) बनाए। सुनील गावस्कर के जन्मदिन पर आइए जानते हैं उनके जीवन से जुड़ी कुछ खास बातें।

Report :  Ashish Lata
Published By :  Satyabha
Update: 2021-07-10 10:55 GMT

सुनील गावस्कर फोटो (सोशल मीडिया)

Happy Birthday Sunil Gavaskar: टीम इंडिया के महानतम बल्लेबाजों में से एक सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) आज अपना 72वां जन्मदिन मना रहे हैं। क्रिकेट जगत में लिटिल मास्टर के नाम से पहचान बनाने वाले भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर 125 टेस्ट और 108 वनडे मैच खेले। सुनील गावस्कर ने टेस्ट में 10,122 रन बनाए वहीं वनडे में भी उन्होंने 3092 रनों का योगदान दिया। सुनील गावस्कर टेस्ट क्रिकेट में 10 हजार का आंकड़ा छूने वाले पहले खिलाड़ी थे। गावस्कर ने टेस्ट में 34 शतक ठोके जो कि काफी समय तक वर्ल्ड रिकॉर्ड रहा।

पांच फुट पांच इंच के सुनील गावस्कर ने वेस्टइंडीज के खिलाफ उस सीरीज में 4 टेस्ट मैचों में खेलकर रिकॉर्ड 774 रन (दोहरा शतक सहित 4 शतक और तीन अर्धशतक) बनाए थे। जो आज भी डेब्यू करते हुए पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में सर्वाधिक रन बनाने का विश्व रिकॉर्ड है।

सुनील गावस्कर ने 16 साल (1971-1987) के अपने टेस्ट करियर में 34 शतकों के साथ 10,122 रन (125 टेस्ट) बनाए। उनकी बल्लेबाजी औसत 51.12 की रही। उनके 34 शतकों का रिकॉर्ड 2005 में सचिन तेंदुलकर ने तोड़ा था। गावस्कर ने 108 वनडे इंटरनेशनल में में 35.13 की औसत से 3092 रन बनाए। वनडे में उनके बल्ले एक ही शतक निकला, वो भी 107वें मैच में।

7 मार्च 1987 का दिन सुनील गावस्कर और क्रिकेट इतिहास के लिए बेहद खास है। क्योंकि इस दिन उनके बल्ले से टेस्ट क्रिकेट का 10,000वां रन निकला था। टेस्ट में 10 हजार रन के आंकड़े को छूने वाले वह पहले क्रिकेटर रहे. उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ अपने 124वें टेस्ट मैच में यह उपलब्धि हासिल की थी।

चाचा ने बदल दी जिंदगी

सुनील गावस्कर ने अपनी ऑटोबायोग्राफी 'सनी डेज' में लिखा है कि वो कभी क्रिकेटर नहीं बन पाते और न ही ये किताब लिखी गई होती अगर उनकी जिंदगी में तेज नजरों वाले चाचा नारायण मासुरकर नहीं होते। जब उनका जन्म हुआ था तब नारायण मासुरकर उनको देखने अस्पताल आए थे और उन्होंने सुनील के कान पर एक निशान देखा। अगले दिन वे फिर अस्पताल आए और एक बच्चे को नन्हा गावस्कर समझकर गोद में उठाया। लेकिन इस बार कान के पास बर्थमार्क नहीं था। इसके बाद पूरे अस्पताल में नन्हे सुनील गावस्कर की तलाश की गई, जिसके बाद वो एक मछुआरे की पत्नी के पास सोते हुए मिले। शायद नर्स की गलती की वजह से ऐसा हुआ था। गावस्कर कहते हैं कि 'अगर उस दिन चाचा ने ध्यान नहीं दिया होता, तो शायद मैं आज वे मछुआरा होता।'

टेस्ट की चौथी पारी में सबसे ज्यादा शतक जमाने वाले भारतीय

गावस्कर ने अपने टेस्ट करियर में कुल 34 शतक जमाए थे। इनमें से 4 शतक उन्होंने किसी टेस्ट मैच की चौथी पारी में जमाए। मैच की चौथी पारी आते-आते आम तौर पर पिच काफी खराब हो जाती है, लेकिन गावस्कर मुश्किल पिचों पर भी बेहतरीन बल्लेबाजी के लिए जाने जाते थे। चौथी पारी में 4 शतक आज भी भारतीय रिकॉर्ड है। तीन शतकों के साथ सचिन तेंदुलकर दूसरे स्थान पर और 2-2 शतकों के साथ मोहम्मद अजहरुद्दीन और विराट कोहली तीसरे स्थान पर हैं। दुनिया में यह रिकॉर्ड पाकिस्तान के यूनुस खान के नाम है। उन्होंने चौथी पारी में 5 शतक जमाए थे।

टेस्ट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले स्ट्राइकर ओपनर

क्रिकेट में एक साथ दो ओपनिंग बल्लेबाज पिच पर उतरते हैं। जो पहली गेंद खेलता है, वह स्ट्राइकर ओपनर या नंबर-1 बल्लेबाज कहा जाता है। टेस्ट में बैटिंग ऑर्डर में नंबर-1 पॉजीशन पर सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड सुनील गावस्कर के नाम ही है। उन्होंने नंबर-1 पर बल्लेबाजी करते हुए 186 पारियों में 8,511 रन बनाए हैं। दुनिया में सबसे ज्यादा इंग्लैंड के ग्राहम गूच 7,598 रन के साथ दूसरे स्थान पर हैं।

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