Test Cricket: कैसे बचाएं टेस्ट क्रिकेट का अस्तित्व, ECB के मैनेजिंग डायरेक्टर ने दिया ये खास सुझाव
Test Cricket: टेस्ट क्रिकेट को खिलाड़ी अब नहीं दे रहे हैं ज्यादा तवज्जों, ईसीबी के अधिकारी टेस्ट फॉर्मेट को बचाने का दिया एक जबरदस्त फॉर्मूला
Test Cricket: क्रिकेट इतिहास के सबसे पुराने और सबसे बेहतरीन फॉर्मेट माने जाने वाले टेस्ट क्रिकेट के अस्तित्व पर बहुत ही जबरदस्त खतरा मंडरा रहा है। पिछले कुछ समय से टेस्ट क्रिकेट फॉर्मेट में खिलाड़ियों की दूरी बढ़ती जा रही है। एक तरफ तो क्रिकेटिंग नेशन में एक के बाद एक टी20 लीग का बढ़ता ग्राफ, तो दूसरी तरफ टेस्ट क्रिकेट में लगातार 2 मैचों की टेस्ट सीरीज ने बड़ा संकट पैदा कर दिया है। टेस्ट फॉर्मेट में अब खिलाड़ी इतनी ज्यादा रूचि नहीं ले रहे हैं, जिससे अब तो इसके खत्म होने का भी संकट गहराता जा रहा है।
टेस्ट क्रिकेट पर बढ़ता जा रहा है संकट
टेस्ट क्रिकेट को बचाने के लिए आईसीसी अपनी तरफ से प्रयासरत है, इसी बीच इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड के मैनेजिंग डायरेक्टर ने एक बहुत ही कमाल का फॉर्मूला दिया है। कईं पूर्व दिग्गज टेस्ट क्रिकेट के खतरें को लेकर अपनी चिंता जाहिर कर चुके हैं, लेकिन इसी बीच इस फॉर्मेट को बचानें और इसे लेकर खिलाड़ियों को आकर्षित करने के लिए ईसीबी के एमडी रॉब ने बड़ा ही शानदार सुझाव दिया है। इस सुझाव को अपनाने के बाद हो सकता है कि टेस्ट क्रिकेट के फॉर्मेट को बचाया जा सके।
टेस्ट को बचाने के लिए ईसीबी के मैनेजिंग डायरेक्टर का बड़ा शानदार सुझाव
ईसीबी के इस बड़े अधिकारी ने टेस्ट को बचाने के लिए फॉर्मूला सुझाते हुए बताया कि टेस्ट क्रिकेट के फॉर्मेट के लिए एक अलग से विंडो सेट करनी चाहिए। इस दौरान टेस्ट खेलने वाले देशों को बाध्य करना चाहिए कि वो टेस्ट सीरीज के अलावा कोई भी व्हाइट बॉल टूर्नामेंट नहीं खेले। साथ ही पूरी दुनियाभर में टेस्ट विंडो के दौरान किसी भी तरह का लिमिटेड ओवर्स क्रिकेट की टूर्नामेंट नहीं होना चाहिए।
टेस्ट क्रिकेट को बचाने के लिए दिया खास सुझाव
इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड के मैनेजिंग डायरेक्टर रॉब ने बीबीसी टेलएंडर बॉडकास्ट पर बात करते हुए कहा कि, "टेस्ट क्रिकेट को विंडो की जरूरत है। साल भर आईपीएल जैसे कई सारे फ्रेंचाइजी टूर्नामेंट खेले जाते हैं, व्हाइट बॉल टूर्नामेंट होते रहते हैं। यहां टेस्ट क्रिकेट को एक ऐसी विंडो की जरूरत है जब क्रिकेट के अन्य फॉर्मेट के गेम खेलने पर प्रतिबंध रहे। इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और भारत के क्रिकेट बोर्ड और आईसीसी को इस मामले में अन्य देशों पर ध्यान रखना चाहिए।"
अहंकार छोड़कर काबिल खिलाड़ियों को टेस्ट में सीधे दें मौका- रॉब
इसके बाद आगे रॉब ने कहा कि, "टेस्ट क्रिकेट के लिए हमें थोड़ा अहंकार भी छोड़ना होगा। हमारा नजरिया यह है कि जब तक कोई खिलाड़ी 150 व्हाइट बॉल गेम न खेल ले तब तक वह टेस्ट क्रिकेट नहीं खेल सकता। ऐसा नहीं होना चाहिए। यहां होना यह चाहिए कि जो भी काबिल खिलाड़ी हो उसे सीधे रेड बॉल गेम में मौका दिया जाना चाहिए।"