पहली बार इस्तेमाल होगी नो बॉल होने पर यह नई तकनीक, जानिए क्या है खासियत

इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच 24 अगस्त से शुरू हो रही 5 मैचो की वनडे सीरीज़ में होने वाली एक नई प्रणाली का ट्रायल किया जाएगा। जिसके तहत तीसरे अंपायर गेंदबाज के पैरों के आधार पर होने वाली नो बॉल का फैसला करेंगे। अब फील्ड अंपायर को इस बात की चिंता नहीं होगी कि गेंदबाज़ का पैर कहीं पॉपिंग क्रीज से आगे तो नहीं निकल गया। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने प्रयोग के तौर पर इस सीरीज में फ्रंट फुट नो बॉल देखने और इशारा करने की ज़िम्मेदारी तीसरे अंपायर को दे दी है।

Update: 2016-08-21 01:17 GMT

नई दिल्ली: इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच 24 अगस्त से शुरू हो रही 5 मैचो की वनडे सीरीज में एक नई प्रणाली का ट्रायल किया जाएगा। जिसके तहत अब तीसरे अंपायर (टीवी अंपायर) गेंदबाजों के पैरों के आधार पर होने वाली नो बॉल का फैसला करेंगे। अब फील्ड अंपायर को इस बात की चिंता नहीं होगी कि गेंदबाज का पैर कहीं पॉपिंग क्रीज से आगे तो नहीं निकल गया। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने ट्रायल के तौर पर इस सीरीज में फ्रंट फुट नो बॉल देखने और इशारा करने की जिम्मेदारी तीसरे अंपायर को दे दी है। अगर इसका अच्छा असर इस सीरीज़ में पड़ा तो फिर आने वाले दिनों में इसे नियमित तौर पर अमल में लाया जा सकता है।

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ऐसे होगा ट्रायल

-आईसीसी ने कहा कि मैदान पर खड़ा अंपायर तीसरे अंपायर की सलाह के बगैर तभी फैसला करेगा जब साइड में लगे कैमरे उपलब्ध नहीं हों।

-आईसीसी ने कहा कि तीसरा अंपायर कुछ सेकेंड के अंदर ही गेंद पर फैसला करेगा और फील्ड अंपायर को ‘वाइब्रेट करने वाले पेजर’ के जरिए इसकी जानकारी देगा।

-अगर पेजर काम नहीं करता है तो नियमित ‘रेडियो कम्यूनिकेशन प्रणाली’ के जरिए अंपायर को फैसले के बारे में बताया जाएगा।

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