ICC World Cup 2023: अब्दुल रज्जाक के फिर से बिगड़े बोल, अपनी घटिया मानसिकता दिखाकर भारत को लेकर हैरतअंगेज बयान
ICC World Cup 2023: भारतीय टीम की वर्ल्ड कप फाइनल में हार से पाकिस्तानी काफी खुश दिखायी रहे हैं, जहां उनके पूर्व ऑलराउंडर अब्दुल रज्जाक ने एक बार फिर से एक घटिया बयान दिया है।
ICC World Cup 2023:टीम इंडिया को हाल ही में आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप के फाइनल मैच में निराशा हाथ लगी, जहां ऑस्ट्रेलिया के हाथों 6 विकेट की हार से वर्ल्ड कप जीतने का सपना टूट गया। इस हार के बाद भारत में बहुत ही मायूसी छायी हुई है। भारतीय फैंस से लेकर क्रिकेटर हर कोई बहुत ही निराश है, लेकिन लगता है कि टीम इंडिया की हार से पाकिस्तानी बहुत ही खुश दिखायी दे रहे हैं। पाकिस्तानी फैंस या हो या पूर्व क्रिकेटर उन्हें जितना गम पाकिस्तान के हार का नहीं है उससे ज्यादा खुशी भारत के वर्ल्ड कप जीतने से चूकने पर हो रही है।
पाकिस्तानी हो रहे हैं भारत की फाइनल मैच में हार पर खुश
पिछले कुछ समय से अपने विवादित बयान से सुर्खियों में रहने वाले पाकिस्तान के पूर्व ऑलराउंडर अब्दुल रज्जाक का खुशी का ठीकाना नहीं है। अब्दुल रज्जाक ने पिछले ही दिनों भारत की मशहूर एक्ट्रेस ऐश्वर्या राय को लेकर घटिया सोच दिखायी थी, जिसके बाद अब उन्होंने टीम इंडिया की हार पर अपनी इस गिरी हुई मानसिकता को एक बार फिर से दर्शाया है।
अब्दुल रज्जाक ने फिर से बोले बिगड़े बोल
अब्दुल रज्जाक ने एक और हैरतअंगेज बयान दिया है। जिसमें वो पाकिस्तानी एक टीवी चैनल पर कह रहे हैं, कि उन्हें भारत की हार से खुशी है। रज्जाक का कहना है कि भारत हारता तो ये एक बहुत ही बुरा पल होता। इसके साथ ही इस पूर्व क्रिकेटर ने भारतीय टीम के मैच में पिच बदलने का गंभीर आरोप भी लगा दिया।
अब्दुल रज्जाक ने कहा, भारत हारा वो क्रिकेट के जीत के बराबर
पाकिस्तान के एक टीवी चैनल के शो हंसना मना है में अब्दुल रज्जाक ने कहा कि, "भारतीय ओवर कॉन्फिडेंस में थे। यह क्रिकेट की जीत और भारत की हार है। अगर भारत यह वर्ल्ड कप जीत जाता तो क्रिकेट के लिए यह बेहद बुरा पल होता। उन्होंने परिस्थितियों का उपयोग अपने फायदे के लिए किया। मैंने आईसीसी फाइनल में इससे खराब पिच कभी नहीं देखी। यह क्रिकेट के लिए अच्छा ही हुआ जो भारत हार गया।"
फाइनल मैच में पिच से छोड़खानी करने का लगाया गंभीर आरोप
इसके बाद अब्दुल रज्जाक ने आगे अपनी घटिया मानसिकता को बयां करते हुए कहा कि, “एक सेमीफाइनल में वह 400 रन बनाते हैं और दूसरी टीम 350 बना देती है। दूसरे सेमीफाइनल में 220-230 का ही स्कोर बनता है। इसके बाद फाइनल में भी बस 240 रन ही बनते हैं। इसका मतलब है कि परिस्थितियों में कुछ तो गड़बड़ थी। वहां बिना भेदभाव वाली पिच होनी चाहिए थी। दोनों टीमों को परिस्थितियों का बराबर फायदा मिलना चाहिए था।“