IND vs NZ Test: कप्तान लैथम की बदकिस्मती से चमकी न्यूजीलैंड की किस्मत, टॉस हारने से रोहित वाली गलती करने से बचे
IND vs NZ Test: टीम इंडिया की हार में रोहित शर्मा के एक फैसले की बड़ी भूमिका मानी जा रही है। टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करने का उनका फैसला काफी भारी पड़ा क्योंकि टीम इंडिया पहली पारी में सिर्फ 46 रनों पर ऑल आउट हो गई थी।
IND vs NZ Test: बेंगलुरु में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए पहले टेस्ट मैच के दौरान टीम इंडिया को शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा है। न्यूजीलैंड की टीम को दूसरे पारी में 107 रनों का आसान लक्ष्य मिला था और टीम ने दो विकेट के नुकसान पर टारगेट हासिल करते हुए टीम इंडिया को आठ विकेट से हरा दिया है। टीम इंडिया की हार में रोहित शर्मा के एक फैसले की बड़ी भूमिका मानी जा रही है। टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करने का उनका फैसला काफी भारी पड़ा क्योंकि टीम इंडिया पहली पारी में सिर्फ 46 रनों पर ऑल आउट हो गई थी।
मैच जीतने के बाद न्यूजीलैंड के कप्तान टॉम लैथम ने भी दिलचस्प खुलासा किया है। लैथम ने कहा कि टॉस हारने की वजह से वह टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा की पहले बल्लेबाजी करने वाली गलती से बच गए। इस तरह माना जा रहा है कि लैथम की बदकिस्मती से ही न्यूजीलैंड की किस्मत चमक गई।
रोहित शर्मा का फैसला पड़ गया भारी
दरअसल बारिश से प्रभावित पहले टेस्ट मैच के पहले दिन टॉस तक नहीं हो सका था। दूसरे दिन टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। रोहित शर्मा का यह फैसला टीम इंडिया के लिए काफी भारी पड़ा। कप्तान रोहित शर्मा के पहले बल्लेबाजी करने के फैसले के बाद जब भारतीय टीम बल्लेबाजी करने के लिए उतरी तो आसमान में बादल छाए हुए थे और न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों के लिए आदर्श स्थिति थी। मैट हेनरी, विलियम और टिम साउदी ने अपनी स्विंग और सीम से भारतीय बल्लेबाजों की नाक में दम कर दिया।
हालत यह हो गई कि विराट कोहली समेत टीम इंडिया के पांच दिग्गज बल्लेबाज अपना खाता तक नहीं खोल सके। भारत की पहली पारी 31.2 ओवर में केवल 46 रनों पर ही सिमट गई। टीम इंडिया 92 सालों के टेस्ट इतिहास में पहली बार अपने घर में इतने कम स्कोर पर आउट हुई।
रोहित शर्मा ने मानी थी अपनी गलती
बाद में टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने मीडिया से बातचीत के दौरान अपनी इस गलती को स्वीकार किया। उन्होंने इस बात को स्वीकार किया के पिच को भांपने में उनसे बहुत बड़ी गलती हुई है। उन्होंने कहा कि मुझे लगा था कि पहले सत्र के बाद पिच बल्लेबाजों के लिए अनुकूल होगी मगर ऐसा नहीं हो सका। इसके जवाब में न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों ने 402 रनों का विशाल स्कोर बनाकर मजबूत बढ़त हासिल कर ली थी।
टॉस हारना न्यूजीलैंड के लिए बना वरदान
टीम इंडिया ने दूसरी पारी में 462 रन बनाकर पलटवार भी किया मगर पहली पारी में हुए नुकसान की भरपाई नहीं की जा सकी। पहले टेस्ट मैच में 8 विकेट से जीत हासिल करने के बाद न्यूजीलैंड के कप्तान टॉम लैथम ने कहा कि अच्छा हुआ कि हम टॉस हार गए क्योंकि हमने भी टॉस जीतने के बाद पहले बल्लेबाजी करने की बात मन में सोच रखी थी।
न्यूजीलैंड के कप्तान ने कहा कि टॉस हारना हमारे लिए वरदान बन गया क्योंकि पहले बल्लेबाजी करने का फैसला हमारे लिए भी काफी भारी साबित हो सकता था। हमारी टीम की भी पहली पारी में बुरी हालत हो सकती थी मगर अच्छा यह हुआ कि हम टॉस हार गए। इस तरह लैथम की बदकिस्मती ही न्यूजीलैंड की किस्मत चमकने का बड़ा कारण बन गई।
अपने खिलाड़ियों की दिल खोलकर तारीफ
लैथम ने कहा कि पहली दो पारियों ने हमारे लिए गेम तैयार कर दिया क्योंकि पहली पारी में ही हमने भारी बढ़त हासिल कर ली थी। उन्होंने कहा कि हमें इस बात की बखूबी जानकारी है कि भारतीय सरजमीं पर टीम इंडिया को हराना काफी मुश्किल होता है। दूसरी पारी में टीम इंडिया ने पलटवार जरूर किया मगर हमारे गेंदबाजों ने नई गेंद से काफी अच्छी गेंदबाजी की।
इस कारण हम तेजी से बढ़ रहे टीम इंडिया के स्कोर को रोकने में कामयाब हुए। उन्होंने पहली पारी में शतक लगाने वाले रचिन रविंद्र (134) और टिम साउदी (65) की बल्लेबाजी की दिल खोलकर प्रशंसा की जिन्होंने आठवें विकेट पर 137 रनों की पार्टनरशिप की थी।
दो विकेट खोकर हासिल किया लक्ष्य
न्यूजीलैंड की टीम को दूसरी पारी में 107 रनों का आसान लक्ष्य मिला था जिसे टीम ने दो विकेट खोकर आराम से हासिल कर लिया। न्यूजीलैंड की दूसरी पारी में विल यंग 45 और रचिन रविंद्र 39 रन बनाकर नाबाद लौटे। इस तरह न्यूजीलैंड की टीम ने भारतीय सरजमीं पर 36 साल बाद टेस्ट मैच जीतने में कामयाबी हासिल की है।
इससे पहले न्यूजीलैंड ने भारत को घर में आखिरी बार 1988 में हराया था। बेंगलुरु टेस्ट में जीत हासिल करने के साथ ही न्यूजीलैंड की टीम ने तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है। दोनों टीमों के बीच दूसरा टेस्ट मैच 24 अक्टूबर से पुणे में खेला जाना है।