IND vs SA Final: कोच के तौर पर राहुल द्रविड़ के लिए आखिरी मुकाबला, टीम इंडिया देना चाहेगी यादगार विदाई
IND vs SA Final: कोच के रूप में राहुल द्रविड़ के कार्यकाल के दौरान टीम इंडिया पिछले एक साल के दौरान आईसीसी के तीनों फॉर्मेट के फाइनल मुकाबले में पहुंचने में कामयाब रही है।
IND vs SA Final: आईसीसी मेंस टी 20 वर्ल्ड कप के फाइनल मुकाबले में आज भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच भिड़ंत होने वाली है। दोनों टीमें टूर्नामेंट में अजेय रहते हुए फाइनल मुकाबले में पहुंची हैं। दोनों टीमों की बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फील्डिंग के मजबूत होने के कारण आज कड़े मुकाबले की उम्मीद जताई जा रही है। फाइनल मुकाबला इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि यह बतौर हेड कोच राहुल द्रविड़ के लिए आखिरी मैच भी होगा।
ऐसे में टीम इंडिया विश्व कप जीतकर अपने कोच को शानदार विदाई देने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेगी। कोच के रूप में राहुल द्रविड़ के कार्यकाल के दौरान टीम इंडिया पिछले एक साल के दौरान आईसीसी के तीनों फॉर्मेट के फाइनल मुकाबले में पहुंचने में कामयाब रही है। हालांकि टेस्ट चैंपियनशिप और वनडे वर्ल्ड कप के फाइनल मुकाबले में भारत को हार का सामना करना पड़ा था। अब टी 20 के फाइनल मुकाबले में कोच राहुल द्रविड़ और भारत के क्रिकेट फैंस को टीम से काफी उम्मीदें हैं।
सोशल मीडिया पर ‘डू इट फॉर द्रविड़’ अभियान
टीम इंडिया के हेड कोच के रूप में राहुल द्रविड़ का करार पिछले साल नवंबर में वनडे विश्व कप के बाद ही समाप्त हो गया था, लेकिन बीसीसीआई और टीम प्रबंधन की ओर से उन्हें टी 20 विश्व कप तक कोच की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। टी 20 विश्व कप के ब्रॉडकास्टर की ओर से सोशल मीडिया पर ‘डू इट फॉर द्रविड़’ (द्रविड़ के लिए करो) का अभियान चलाया गया है।
इस अभियान को क्रिकेट जगत और प्रशंसकों का समर्थन मिल रहा है। वैसे द्रविड़ वर्ल्ड कप के इस खिताब को किसी व्यक्ति के लिए नहीं बल्कि टीम के लिए जीतना चाहते हैं। विश्व कप जीतना द्रविड़ के लिए कोई व्यक्तिगत गौरव का ऋण नहीं बल्कि यह टीम के लिए बड़ी उपलब्धि होगा। द्रविड़ का कहना है कि यदि भारत विश्व चैंपियन बनने में कामयाब रहा तो यह निश्चित रूप से टीम के खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन और रोहित शर्मा की प्रेरणादायी कप्तानी का नतीजा होगा।
खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन से गर्व का मौका
फाइनल मुकाबले से पहले राहुल द्रविड़ ने कहा कि मैं इस बात की पूरी तरह खिलाफ हूं कि टीम को यह खिताब किसी व्यक्ति विशेष के लिए जीतना चाहिए। मैं इस मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं करना चाहता। मैं ‘किसी के लिए कुछ करो’ के सिद्धांत पर विश्वास करने वाला व्यक्ति नहीं हूं। उन्होंने कहा कि टीम को यह बड़ी उपलब्धि हासिल करनी चाहिए क्योंकि हाल के मैचों के दौरान टीम के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए देश को गर्व करने का मौका दिया है।
पिछले साल वनडे वर्ल्ड कप के फाइनल मुकाबले में मिली हार का जिक्र करते हुए द्रविड़ ने कहा कि
हमने वनडे विश्व कप में अच्छा खेला और फाइनल में भी पूरी तरह तैयार थे, लेकिन दूसरी टीम हमसे बेहतर थी। खेल में यह होता रहता है। अगर कोई टीम फाइनल में पहुंची है तो निश्चित रूप से उसमें दम होगा। वह टीम भी हमारी तरह जीत की हकदार है।
तकदीर ने साथ दिया तो खिताब हमारा होगा
मीडिया से बातचीत के दौरान हेड कोच राहुल द्रविड़ ने कहा कि पिछले 12 महीने के दौरान हमने तीन आईसीसी फाइनल मुकाबला खेला है। इससे पता चलता है कि टीम निरंतरता के साथ शानदार प्रदर्शन कर रही है। द्रविड़ ने कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि इस बार टी 20 वर्ल्ड कप के फाइनल मुकाबले में चतुराई भरे क्रिकेट और तकदीर के दम पर टीम इंडिया खिताब जीतने में कामयाब होगी।
टीम इंडिया के हेड कोच ने कहा कि यह अच्छी बात है कि हमारे खिलाड़ी लगातार शानदार क्रिकेट खेल कर देश का नाम बुलंद कर रहे हैं। हम क्रिकेट के तीनों प्रारूपों के फाइनल में पहुंचने में कामयाब रहे हैं और इसका पूरा श्रेय टीम के खिलाड़ियों को जाता है। द्रविड़ ने कहा कि अगर तकदीर ने साथ दिया तो इस बार टीम इंडिया फाइनल मुकाबला जरूर जीतेगी।
फाइनल के लिए खिलाड़ी पूरी तरह तैयार
टीम के खिलाड़ियों की मानसिक तैयारी के संबंध में पूछे जाने पर द्रविड़ ने कहा कि सेमीफाइनल और फाइनल के बीच सिर्फ एक दिन का अंतर होने से इस दिशा में कुछ भी नहीं किया जा सकता। गुयाना में खेले गए सेमीफाइनल में इंग्लैंड को हराने के बाद टीम बारबडोस पहुंची है। ऐसे में टीम को मानसिक रूप से तैयार होने के लिए ज्यादा वक्त नहीं मिला है।
कोच ने कहा कि बीच में सिर्फ एक दिन का समय मिलने के कारण अभ्यास करना भी संभव नहीं था मगर यह आधुनिक क्रिकेट का हिस्सा है। हम टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल मुकाबले के लिए शारीरिक, मानसिक और रणनीतिक रूप से पूरी तरह तैयार हैं।