Sunil Gavaskar ने निकाला गुस्सा, पूर्व बल्लेबाज ने SENA मीडिया को आड़े हाथ लेकर सिखाया सबक

IND vs SA: सुनील गावस्कर ने SENA मीडिया पर जमकर निशाना साधा है। पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर को न्यूलैंड्स ट्रैक से कोई शिकायत नहीं थी। लेकिन मीडिया द्वारा बल्लेबाज़ों पर उठाए गए सवाल पर गावस्कर का गुस्सा दिखा।

Written By :  Yachana Jaiswal
Update:2024-01-05 14:03 IST

Sunil Gavaskar (Pic Credit-Social Media)

IND vs SA: केपटाउन की पिच पर बॉल मूवमेंट और बल्लेबाजों द्वारा बड़ा स्कोर खड़ा करने में असमर्थता को लेकर सवाल उठते रहे हैं। इसे लेकर सुनील गावस्कर ने SENA मीडिया पर जमकर निशाना साधा है। पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर को न्यूलैंड्स ट्रैक से कोई शिकायत नहीं थी। हालांकि, उन्होंने SENA मीडिया (दक्षिण अफ्रीका इंग्लैंड न्यूजीलैंड ऑस्ट्रेलिया मीडिया) पर निशाना साधा और बताया कि जब उपमहाद्वीप में एक दिन में इतने सारे विकेट गिरते हैं तो वे कैसे सवाल उठाते हैं। इसपर पूर्व बल्लेबाज SENA मीडिया की जमकर आलोचना की है।

कैसा रहा मैच का हाल 

दूसरे टेस्ट मैच के पहले दिन की बड़ी टक्कर के दौरान कुल 23 विकेट गिरे। दक्षिण अफ्रीका अपनी पहली पारी में महज 55 रनों पर ही ढेर हो गई। मोहम्मद सिराज ने इस गिरावट में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और 6 विकेट 15 रन देकर प्रभावशाली स्कोर हासिल किया। उनके अटैक का मतलब था कि दक्षिण अफ्रीका ने टेस्ट क्रिकेट में पुनः प्रवेश के बाद से अपना सबसे कम स्कोर बनाया। जवाब में भारत ने अच्छी शुरुआत की थी, लेकिन अचानक हुए पतन के कारण टीम 153 रन पर ऑलआउट हो गई।

स्टार स्पोर्ट्स से बातचीत में SENA को लिया आड़े हाथ 

स्टार स्पोर्ट्स के साथ बातचीत में, जब पूर्व बल्लेबाज गावस्कर से पूछा गया कि क्या एक बल्लेबाज की असली परीक्षा तेज और उछाल भरी पिचों पर होती है, तो भारतीय बल्लेबाजी के दिग्गज ने कहा कि सेना मीडिया की धारणा के विपरीत, एक बल्लेबाज की असली परीक्षा स्पिनिंग ट्रैक पर होती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि स्पिनिंग ट्रैक पर तेज़ ट्रैक की तुलना में गेंद की मूवमेंट ज्यादा होती है। गावस्कर ने स्टार स्पोर्ट्स से बात करते हुए टर्निंग पिचों को लेकर SENA मीडिया पर सवाल उठाया।

SENA Media पर बरसे गावस्कर 

उन्होंने कहा कि, “यह टेस्ट क्रिकेट का सार है, यह एक सच्ची परीक्षा है। यदि आप उन पिचों पर नहीं खेल सकते हैं जहां गेंद घूमती है, खासकर यदि आप तेज, उछाल वाली पिचों पर संघर्ष करते हैं, तो SENA देश का मीडिया आपकी बल्लेबाजी क्षमताओं पर संदेह करता है। मेरा मानना है कि एक बल्लेबाज को बहुमुखी होना चाहिए और विभिन्न पिच परिस्थितियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करना चाहिए।'

उन्होंने कहा कि, “मैं माफी चाहता हूं, लेकिन अगर आप टर्निंग पिचों पर संघर्ष करते हैं, तो आपको सच्चा बल्लेबाज नहीं माना जा सकता। उछाल भरी पिचों पर, दो गतिविधियों को संभालना होता है। लेकिन टर्निंग पिचों पर, पिच के नीचे जाना, क्रीज का उपयोग करना और अपने सभी शॉट्स का प्रदर्शन करना महत्वपूर्ण है। ”

भारतीय मीडिया अलग है

उन्होंने अंत में कहा कि, मेरा मानना है कि हमारे(भारतीय )मीडिया को इस मुद्दे पर ध्यान देना चाहिए। उन्हें इस तथ्य पर चर्चा करनी चाहिए कि, कभी-कभी वे खिलाड़ियों के साक्षात्कार पर अत्यधिक निर्भर होते हैं। वे किसी को भी परेशान नहीं करना चाहते हैं। नतीजतन, वे कुछ विदेशी खिलाड़ियों की बल्लेबाजी क्षमताओं पर सवाल उठाने से झिझकते हैं। दुर्भाग्य से यहां, ऐसा ही है।'' 

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