कटक। भारत और श्रीलंका के बीच कल यानी 20 दिसंबर से तीन टी-20 मैचों की सीरीज शुरू होने वाली है। सीरीज का पहला मैच बुधवार को कटक के बाराबाती स्टेडियम में खेला जाएगा। इस सीरीज को जहां भारतीय टीम अपने नाम करते हुए अपनी जीत का सिलसिला जारी रखना चाहेगी, वहीं, श्रीलंकाई टीम भारत को उसी के घर में धूल चटाना चाहेगी।
भले ही टी-20 में भारत के पास श्रीलंका पर बढ़त है लेकिन कल का मैच भारत के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। दरअसल, कटक के बाराबाती स्टेडियम पर भारतीय टीम का रिकॉर्ड बेहद ख़राब रहा है।
वहीं, आकड़ों की बात करें तो भारत ने खेल के सबसे छोटे प्रारुप में श्रीलंका के खिलाफ 7 मैच जीते हैं जबकि चार में उसे हार मिली है। इस मैदान पर हालांकि भारत का पिछला मैच अच्छा नहीं रहा था। 2015 में दक्षिण अफ्रीका ने उसे सिर्फ 92 रनों पर ही ढेर कर दिया था।
इस सीरीज में भारतीय टीम टी-20 के नए कप्तान रोहित शर्मा की आगुआई में उतरेगी। वनडे में भी रोहित कप्तान थे। विराट कोहली को आराम दिए जाने के कारण रोहित को कप्तानी सौंपी गई है। इस सीरीज में रोहित के पास शिखर धवन के अलावा लोकेश राहुल के रूप में एक और सलामी जोड़ीदार मौजूद है।
टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी मध्यक्रम में टीम को संभालने के लिए तैयार हैं। उनके जिम्मे श्रेयस अय्यर, दीपक हुड्डा जैसे युवा खिलाड़ियों को निखारने का जिम्मा है। अय्यर ने वनडे सीरीज में लगातार दो मैचों में दो अर्धशतक जड़े थे। वह टी-20 में भी इसी फॉर्म को जारी रखना चाहेंगे।
इनके अलावा टीम के पास दिनेश कार्तिक और हार्दिक पांड्या के रूप में दो ऐसे खिलाड़ी हैं जो टीम के निचले क्रम को स्थिरता प्रदान कर सकते हैं। गेंदबाजी में भारत के पास जसप्रीत बुमराह जैसा टी-20 विशेषज्ञ गेंदबाज है। हालांकि उनके जोड़ीदार भुवनेश्वर कुमार इस सीरीज में उनके साथ नहीं है। बुमराह को हालांकि मोहम्मद सिराज, बासिल थंपी जैसे युवा और प्रातिभाशाली खिलाड़ियों के साथ गेंदबाजी का भार साझा करना होगा।
घरेलू क्रिकेट में सिराज और थंपी के प्रदर्शन को देखते हुए उम्मीद है कि यह दोनों मौका मिलने पर टीम को निराश नहीं करेंगे। वहीं बाएं हाथ के तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट के रूप में भी टीम के पास अच्छा विकल्प है। उनके पास अंतर्राष्ट्री क्रिकेट का अनुभव भी है।
वहीं श्रीलंका इस मैच में लगातार पांच टी-20 मैच हारने के बाद उतर रही है। उसके लिए उपुल थरंगा और पूर्व कप्तान एंजेलो मैथ्यूज सबसे अहम खिलाड़ी हैं। थरंगा ने तीसरे वनडे में 95 रन बनाए थे जबकि मैथ्यूज ने दूसरे वनडे में सैंकड़ा जड़ा था।
इन दोनों के अलावा टीम को विकेटकीपर-बल्लेबाज निरोशन डिकवेवाल से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी। गेंदबाजी की बात की जाए तो मेहमान टीम पूरी तरह से अपने स्ट्राइक गेंदबाज सुरंगा लकमल के ऊपर निर्भर करेगी। लकमल ने टेस्ट और वनडे दोनों में टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन किया है।
उनके अलावा नुवान प्रदीप, विश्वा फर्नाडो के ऊपर भी लकमल का साथ जेने की जिम्मेदारी है। सचिथ पथिराना के कंधों पर स्पिन विभाग की जिम्मेदारी होगी, हालांकि टी-20 में सचिथ को ज्यादा अनुभव नहीं है, लेकिन वनडे प्रदर्शन को देखते हुए उनसे टीम को उम्मीदें जरूर होंगी।
टीमें :
भारत : रोहित शर्मा (कप्तान), लोकेश राहुल, श्रेयस अय्यर, मनीष पांडे, दिनेश कार्तिक, महेंद्र सिंह धौनी (विकेटकीपर), हार्दिक पांड्या, वॉशिंगटन सुंदर, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, दीपक हुड्ड़ा, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, बासिल थंपी, जयदेव उनादकट।
श्रीलंका : थिसारा पेररा (कप्तान), उपुल थरंगा, एंजेलो मैथ्यूज, कुशल जनिथ परेरा, दानुष्का गुणाथिलका, निरोशन डिकवेला (विकेटकीपर), असेला गुणारत्ने, सादिरा समाराविक्रमा, दासुन शनका, चाटुरंगा डी सिल्वा, सचिथ पाथिराना, धनंजय डी सिल्वा, नुवान प्रदीप, विश्वा फर्नाडो, दुशमंथा चामीरा।