Mirzapur News : जिले की बेटी केएम चंदा का चार सेकंड की देरी से टूटा टोक्यो ओलंपिक जाने का सपना

खेलो इंडिया यूथ गेम्स, नेशनल जूनियर एथलेटिक्स का रिकार्ड अपने नाम कर रच चुकी हैं इतिहास, 2022 में होने वाले एशियाई गेम्स के लिए बहा रही पसीना

Report :  Brijendra Dubey
Published By :  Sushil Shukla
Update: 2021-07-02 05:30 GMT

धावक केएम चंदा (फाइल फोटो)

मिर्जापुर। जिले की गौरव व शान भारत की बेटी टोक्यो ओलंपिक्स में जाने से मात्र चार सेकेंड दूर रह गई। मिर्जापुर के मड़िहान तहसील नक्सल प्रभावित राजगढ़ ब्लाक के सोनपुर गांव की रहने वाली धावक केएम चंदा गरीब किसान सत्यनरायन प्रजापति की बेटी है। नेशनल एथलीट केएम चंदा टोक्यो ओलंपिक क्वालीफाइंग राउंड में महज चार सेकेंड से चूक गई। केएम चंदा मात खाने के बाद थोड़ी बेचैन सी है, लेकिन वह निराश नहीं हैं।

केएम चंदा अब वर्ष 2022 में होने वाले एशियाई गेम्स की तैयारियों के लिए दिल्ली में दिनरात पसीना बहा रहीं हैं। इससे पहले विदेशी धरती पर एशियाई खेलों में पदक जीतने वाली केएम चंदा खेलो इंडिया यूथ गेम्स, नेशनल जूनियर एथलेटिक्स का रिकार्ड अपने नाम कर इतिहास रच चुकी है। यही नहीं मार्च 2021 पटियाला में हुए 24 वीं फेडरेशन कप नेशनल एथलेटिक्स चैम्पियनशिप के 800 मीटर में गोल्ड जीतने में कामयाब रहीं। खेल विशेषज्ञों का मनना है कि कोविड-19 संक्रमण के चलते दिल्ली में खेल मैदान के पूरी तरह से बंद होने के बाद के एम चंदा के अभ्यास में कमी रह गई। लिहाजा केएम चंदा को टोक्यो ओलंपिक टिकट से वंचित होना पड़ा। नेशनल एथलेटिक्स चैम्पियनशिप एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (आक) की ओर से पंजाब के पटियाला में 25 से 29 जून तक आयोजित किया गया। सीनियर वर्ग एथलेटिक्स चैंपियनशिप में निर्धारित समय से चार सेकेंड के फासले से टोक्यो ओलंपिक क्वॉलिफाई नहीं कर पाईं। केएम चंदा 800 मीटर रेस 2.03.0 समय में पूरी कर ली, जबकि 1500 मीटर दौड़ 4.18.0 में पूरी कर ली, 1500 मीटर में वह 4 सेकेंड पीछे रहीं, इसी के साथ केएम चंदा के टोक्यो ओलंपिक में भाग लेने के अरमान पर पानी फिर गया । टोक्यो ओलिंपिक खेल में चंदा अपने गांव,जिला व देश का नाम जरूर रोशन करतीं। हालांकि चंदा अपने कोच कुलवीर सिंह की सलाह पर आगामी 2022 एशियन गेम्स की तैयारी में जुट गईं हैं।


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