National Sports Day: राष्ट्रीय खेल दिवस पर निबंध, जानिए इस दिन का महत्व
National Sports Day: राष्ट्रीय खेल दिवस 29 अगस्त को इसलिए मनाया जाता है कि क्योंकि इसी दिन दिग्गज हॉकी प्लेयर मेजर ध्यानचंद का जन्मदिन होता है।
Written By : Dharmendra Singh
Update:2021-08-21 14:18 IST
National Sports Day: भारत में हर साल 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया जाता है। राष्ट्रीय खेल दिवस 29 अगस्त को इसलिए मनाया जाता है कि क्योंकि इसी दिन दिग्गज हॉकी प्लेयर मेजर ध्यानचंद का जन्मदिन होता है। मेजर ध्यानचंद ने भारत का नाम खेल में अपने उत्तम प्रदर्शन द्वारा ऊंचाईयों तक पहुंचाया है। इसीलिए मेजर ध्यानचंद याद में हर साल 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाता हैं। इस दिन भारत सरकार द्वारा उच्च प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को खेल रत्न, अर्जुन अवॉर्ड और द्रोणाचार्य अवॉर्ड से सम्मानित किया जाता है।
मेजर ध्यानचंद का जन्म 29 अगस्त 1905 में उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद जिले जो वर्तमान में जो प्रयागराज के नाम से जाता है में हुआ था। साल 1922 में मेजर ध्यानचंद सेना में भर्ती हो गए। सेना में भर्ती होने के चार साल बाद ही वह न्यूजीलैंड के दौरे पर गए, जहां उनका चयन भारतीय हॉकी टीम में किया गया।
छह साल खेलने के बाद उनको ओलंपिक में खेलने का मौका मिला। ध्यानचंद ने ओलंपिक में ऑस्ट्रेलिया को 6–0 तथा नीदरलैंड को 3-0 से हरा दिया। इसी तरह उन्होंने सभी टीमों को हरा दिया और पहला ओलंपिक स्वर्ण पदक जीत लिया। इसके साथ ही दिग्गज खिलाड़ी को हॉकी विजार्ड के खिताब से सम्मानित किया गया।
मेजर ध्यानचंद जब मैदान पर खेलते थे तो मानो वह कोई कोई जादूगर हैं और खेल को जीतते जा रहे हैं। वह सामने वाले टीम को कोई मौका नहीं देते थे और लगातार गोल दागते थे। शानदार प्रदर्शन की वजह से मेजर ध्यानचंद को हॉकी का जादूगर भी कहा जाता है।
भारत ने साल 1932 में लॉस एंजेल्स में ओलपिंक स्वर्ण पदक जीता था। इसके बाद साल 1936 में बर्लिन ओलंपिक में मेजर ध्यानचंद ने शानदार प्रदर्शन किया और जर्मनी को हार का सामना करना पड़ा। इसी तरह मेजर ध्यानचंद ने तीन बार भारतीय हॉकी टीम को ओलंपिक स्वर्ण पदक दिलाया। मेजर ध्यानचंद देश को साल 1928, 1932 और 1936 में तीन ओलंपिक स्वर्ण पदक दिलाए।
उन्हें अपनी गेंद नियंत्रण की कला में महारथ के लिए "विज़ार्ड" कहा जाता था। उन्होंने 1948 में अपने अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच खेले। उन्होंने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर के दौरान 400 से अधिक गोल किए। भारत सरकार ने 1956 में भारत के तीसरे उच्चतम सम्मान पद्म भूषण के साथ ध्यानचंद को सम्मानित किया। इसलिए उनका जन्मदिन 29 अगस्त भारत में राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है।
क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीय खेल दिवस
असीम है राष्ट्रीय खेल दिवस का महत्व। यह सिर्फ इस दिन का जश्न मनाने के लिए ही नहीं है बल्कि पूरे में खेलों और खेलों की भावना का जश्न मनाने के लिए हैं। उत्सव के रूप में इस दिन को मनाने का मतलब है कि खेल के प्रति लोगों का ध्यान आकर्षित करना। इस तरह के दिवस युवाओं को मान्यता प्रदान करते हैं और अलग-अलग प्रतियोगिताओं में भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन के बारे में जागरूक करते हैं। राष्ट्रीय खेल दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य खेल के महत्व के बारे में लोगों को जागरुक करना।
राष्ट्रीय खेल दिवस कैसे मनाया जाता है
राष्ट्रीय खेल दिवस मुख्य रूप से अकादमिक संस्थानों और खेल अकादमियों में मनाया जाता है। राष्ट्रीय खेल दिवस के लिए वि खेल और कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। क्रिकेट, फुटबॉल, वॉलीबॉल, लॉन टेनिस, मैराथन और बास्केटबाल आदि शामिल हैं। अधिकतर स्कूल हर साल इस दिन वार्षिक स्पोर्ट्स इवेंट का आयोजन करते हैं, लेकिन कोरोना महामारी की वजह से दो सालों से स्कूलों में बड़े स्तर पर आयोजन नहीं हो रहा है।