Neeraj Chopra: देश की झोली में पेरिस ओलंपिक का पहला सिल्वर डालने के बाद भी खुश नहीं हैं नीरज चोपड़ा, सामने आया रिएक्शन
Neeraj Chopra: भारत के गोल्डन बॉय नीरज चोपड़ा पेरिस ओलंपिक में गोल्ड से चूके, लेकिन उन्होंने जेवलिन थ्रो इवेंट में दूसरे नंबर पर आकर जीता सिल्वर मेडल
Neeraj Chopra: पेरिस ओलंपिक 2024 अपने आखिरी पड़ाव पर है। इस ओलंपिक के खत्म होने से ठीक 3 दिन पहले भारत की झोली में 2 मेडल आए, जहां गुरुवार की शाम ढलते-ढ़लते हमारी हॉकी टीम ने देश का खुश किया तो रात तक भारत के गोल्डन बॉय के नाम से पहचान बना चुके भालाफेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने इतिहास रचते हुए लगातार दूसरे ओलंपिक में भारत को मेडल दिलाकर पूरे देश में हर्षोल्लास का माहौल बना दिया।
जेवलिन थ्रो इवेंट में नीरज चोपड़ा ने जीता सिल्वर मेडल
भारत को 4 साल पहले टोक्यो ओलंपिक 2020 में जेवलिन थ्रो इवेंट में गोल्ड मेडल दिलाने वाले नीरज चोपड़ा ने इस बार सिल्वर मेडल दिलाया। नीरज चोपड़ा इस फाइनल राउंड में कुछ ही पॉइंट्स पीछे रह गए और वो 89.45 मीटर दूर भाला फेंककर दूसरे स्थान पर रहे। जेवलिन स्पर्धा में पाकिस्तान के अरशद खान ने गोल्ड मेडल पर कब्जा किया, उन्होंने 92.97 मीटर दूर भाला फेंककर पहला स्थान हासिल किया। ऐसे में नीरज चोपड़ा गोल्ड मेडल से कुछ ही दूर रह गए।
सिल्वर मेडल हासिल कर खुश नहीं हैं नीरज
नीरज चोपड़ा ने जबरदस्त प्रदर्शन किया और इस ओलंपिक में जेवलिन स्पर्धा में दूसरा स्थान हासिल जरूर किया, लेकिन वो फिर भी अपने प्रदर्शन से खुश नहीं दिखे। मैच के खत्म होने के बाद अपने प्रदर्शन को लेकर बात की और बताया कि हर एक खिलाड़ी का अपना दिन होता है और उन्होंने माना कि आज उनके प्रतिद्दंवी अरशद खान का दिन था।
नीरज चोपड़ा नहीं है सिल्वर से खुश, कहा- हर खिलाड़ी का अपना दिन होता है
पेरिस ओलंपिक में रजत पदक जीतने के बाद नीरज चोपड़ा ने एएनआई के साथ बात की, जिसमें उन्होंने कहा कि, "प्रतियोगिता शानदार थी। हर खिलाड़ी का अपना दिन होता है, आज अरशद का दिन था। टोक्यो, बुडापेस्ट, एशियाई खेलों का अपना दिन था। मैंने अपना बेस्ट दिया, लेकिन कुछ चीजें हैं जिन पर ध्यान देने और काम करने की ज़रूरत है। आज भले ही हमारा राष्ट्रगान नहीं बजाया गया हो, लेकिन भविष्य में कहीं और ज़रूर बजाया जाएगा।"
नीरज चोपड़ा ने माना कुछ सुधार की जरूरत, भविष्य में दूर करेंगे कमियां
नीरज चोपड़ा ने इसके बाद आगे अपने खेल में कुछ सुधार करने की बात कही। नीरज का मानना है कि कहीं ना कहीं कुछ सुधार की जरूरत है। नीरज चोपड़ा ने कहा कि, "जब भी हम देश के लिए मेडल जीतते हैं तो हम सभी खुश होते हैं। अब थ्रो में सुधार करने का वक्त आ गया है। हमें चोटों पर काम करना होगा। हम कमियों में सुधार करेंगे। हम बैठकर चर्चा करेंगे और प्रदर्शन में सुधार करेंगे।"