सोने पर निशाना लगाने के लिए आज रियो ओलिंपिक में उतरेंगे अभिनव और गगन नारंग

Update: 2016-08-08 08:02 GMT

लखनऊ: वह मौका आ गया है, जब एक बार फिर से आज इंडिया के दिग्गज रियो ओलिंपिक में भारत की साख को मजबूत कराने के इरादे से उतरेंगे। वैसे तो अभी तक हमारे देश के खिलाड़ी रियो खेलों में भारत को कोई खास पदक दिलाने में नाकाम रहे हैं। ऐसे में आज इंडिया के ‘गोल्डन ब्वॉय’ अभिनव बिंद्रा और गगन नारंग जैसे खिलाड़ियों से 10 मीटर एयर रायफल में पदक की उम्मीद की जा रही है।

वहीं निशानेबाजी में एक बार उतर चुके इंडियन शूटर मानवजीत संधू और कीनान चेनाइ रियो ओलिंपिक में मेंस की ट्रैप इवेंट के क्वालिफिकेशन राउंड के पहले दिन 17वें और 19वें स्थान पर रहे। वे अपने निशाने से कुछ भटक गए। पहले दिन कुल 33 शूटर्स क्वालीफाइंग राउंड में उतरे1 इस वजह से दोनों आज फिर से उतरेंगे, जिसमें दोनों को 2.25 टारगेट और मिलेंगे।

गोल्डन पदक दिला चुके हैं अभिनव बिंद्रा

रियो ओलिंपिक 2016 की ओपनिंग सेरेमनी में तिरंगा लेकर चलने वाले अभिनव बिंद्रा को इंडिया का गोल्डन ब्वॉय कहा जाता है। सिंगल कम्पटीशन के बीजिंग 2008 ओलिंपिक खेलों में गोल्ड मेडल जीतने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं। ओलिंपिक में जाने से पहले उन्होंने सोशल मीडिया में अपने मजबूत इरादे जाहिर किए थे। उन्होंने कहा था कि इस बार वे पूरी तैयारी के साथ रियो में भाग लेंगे और इंडिया के खाते में कोई न कोई पदक जरुर भरेंगे।

बता दें कि अभिनव बिंद्रा आज 10 मीटर एयर रायफल कैटेगरी में अपनी दावेदारी पेश करेंगे। बिंद्रा को 2001 में खेलों का सर्वोच्च अवॉर्ड राजीव गांधी खेल रत्न भी मिल चुका है। उन्हें 2000 में अर्जुन अवॉर्ड और 2009 में पद्मभूषण से भी सम्मानित किया जा चुका है। 2012 के लंदन ओलिंपिक में अभिनव बिंद्रा कुछ खास नहीं कर पाए और 10 मीटर राइफल शूटिंग मुकाबले से बाहर हो गए थे। लेकिन आज उनकी पूरी कोशिश है कि वह इंडिया को पदक दिलवाएं।

दिखाएंगे तीन कम्पटीशन में गगन नारंग अपना दम

वहीं रायफल शूटिंग में ही इंडिया को ब्रॉन्ज मेडल दिला चुके गगन नारंग भी आज 10 मीटर रायफल शूटिंग में हिस्सा लेंगे। गगन नारंग अब तक तीन ओलिंपिक में भाग ले चुके हैं। पहली बार वह एथेन्स ओलिंपिक, 2004 में गए थे, लेकिन कुछ भी नहीं कर पाए। नारंग को अपने तीसरे ओलिंपिक में सफलता मिली, वह भी लंदन ओलिंपिक गेम्स 2012 में। गगन नारंग ने इसमें देश को 10 मीटर एयर रायफल स्पर्धा में ब्रॉन्ज मेडल दिलाकर प्रसिद्धि पाई थी।

ये खिलाड़ी नहीं दिला पाए कोई भी पदक

ब्राजील में हो रहे रियो ओलिंपिक गेम्स में इनसे पहले इंडिया के कई खिलाड़ी तीरंदाजी में पदक दिलाने के लिए मैदान में उतरे। लेकिन कोई सफलता नहीं मिल पाई। शूटर जीतू और गुरप्रीत फ़ाइनल में पहुंचने से पहले बाहर हो गए। वहीं महिला खिलाडियों से भी निराशा ही हाथ लगी। फिर वह चाहे अयोनिका पॉल हों, अपूर्वी चंदेला या फिर हीना संधू। इनमे से कोई भी खिलाड़ी इंडिया के खाते में एक पदक लाने में सक्षम नहीं रहा।

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