SA20 Final: दक्षिण अफ्रीका में सनराइजर्स की धूम, लगातार दूसरी बार खिताब किया अपने नाम, जानें कैसा रहा फाइनल मैच का हाल
SA20 Final: एडेन मार्करम की कप्तानी वाली टीम सनराइजर्स ईस्टर्न केप ने फाइनल मैच में डरबन सुपरजॉयंट्स को 89 रनों से मात दी।
SA20 Final: दक्षिण अफ्रीका की सरजमीं पर होने वाले सबसे बड़े टूर्नामेंट SA20 का फाइनल मैच एक बार फिर से सनराइजर्स की टीम ने अपने नाम कर लिया है। शनिवार को दक्षिण अफ्रीका बोर्ड के बैनर तले होने वाले इस टी20 टूर्नामेंट में ऑरेंज आर्मी ने धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए फाइनल मैच में सुपरजॉयंट्स को एकतरफा अंदाज में 89 रनों से रौंद डाला और इस टूर्नामेंट का लगातार दूसरा टाइटल जीतने में सफलता हासिल की।
फाइनल मैच में सनराइजर्स ईस्टर्न केप ने डरबन सुपरजॉयंट्स को 89 रनसे दी मात
आईपीएल की 6 फ्रेंचाइजियों के स्वामित्व वाली टीमों के बीच दक्षिण अफ्रीका में खेले गए SA20 2024 में खिताबी जंग सनराइजर्स ईस्टर्न केप और डरबन सुपरजॉयंट्स के बीच हुई। इस ग्रैंड फिनाले में सनराइजर्स ईस्टर्न केप का जलवा बरकरार रहा और टूर्नामेंट का लगातार दूसरा खिताब जीत लिया। ऑरेंज आर्मी जो काम पिछले 7 साल से आईपीएल में नहीं कर पायी है, वो काम उन्होंने यहां पर लगातार 2 साल में दूसरी बार किया है।
सनराइजर्स ने तूफानी बल्लेबाजी के दम पर बनाए 204 रन
दक्षिण अफ्रीका में पिछले करीब एक महीनें से खेले जा रहे इस टूर्नामेंट के फाइनल मैच में एक बार फिर से एडेन मार्करम की कप्तानी वाली टीम ने प्रवेश किया और फाइनल मैच में उन्होंने टॉस जीतने के बाद जबरदस्त बल्लेबाजी कर 204 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। सनराइजर्स ईस्टर्न केप के लिए इस मैच में धमाकेदार बल्लेबाजी देखने को मिली ,जहां ट्रिस्टन स्टब्स के 30 गेंद में नाबाद 56 रनों की पारी के साथ ही टॉम एबेल के 34 गेंद में 55 रन, कप्तान मार्करम की 26 गेंद में 42 रन की नॉटआउट पारी के अलावा जॉर्डन हारमर के 42 रनों की मदद से 20 ओवर में 3 विकेट खोकर 204 रनों का बड़ा स्कोर खड़ा किया। डरबन की तरफ से कप्तान केशव महाराज की कुछ हद तक अच्छी गेंदबाजी कर सके और उन्होंने 2 विकेट झटके।
डरबन सुपरजॉयंट्स की बैटिंग फ्लॉप, 115 रन पर ढ़ेर पूरी टीम
दूसरे सीजन के फाइनल मैच को जीतने के लिए डरबन सुपरजॉयंट्स की टीम के सामने 204 रनों की चुनौती थी। लेकिन डरबन की बैटिंग बुरी तरह से फ्लॉप रही। डरबन सुपरजॉयंट्स के स्टार बल्लेबाज क्विंटन डी कॉक, हेनरिक क्लासेन पूरी तरह से नाकाम रहे। टीम ने एक वक्त तो 69 रन पर ही 6 विकेट खो दिए। इसके बादज वियान मुल्डर के 22 गेंद में 38 रन की पारी के साथ ही ड्वेन प्रिटोरियस के 17 गेंद में 28 रनों की मदद से स्कोर 100 के पार जरूर पहुंचा, लेकिन पूरी टीम मार्को यानसेन के पंजे में दब गई और 17 ओवर में 115 रन पर ढ़ेर होने के साथ ही उनका फाइनल जीतने का सपना टूट गया। मार्को यानसेन ने जबरदस्त गेंदबाजी करते हुए 4 ओवर में 30 रन देकर 5 विकेट झटके। उनकी टीम ने इस टूर्नामेंट के दूसरे एडिशन को भी जीत लिया।