भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्ज़ा ने किया रिटायरमेंट का ऐलान, अगले महीने खेलेगी आखिरी टूर्नामेंट
Sania Mirza Retirement: भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्ज़ा ने शनिवार को अपने रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया है। महिला टेनिस में भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर परचम लहराने वाली सानिया मिर्ज़ा अगले महीने दुबई ड्यूटी फ्री टेनिस चैंपियनशिप टूर्नामेंट के बाद इस खेल से विदाई लेंगी।
Sania Mirza Retirement: भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्ज़ा ने शनिवार को अपने रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया है। महिला टेनिस में भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर परचम लहराने वाली सानिया मिर्ज़ा अगले महीने दुबई ड्यूटी फ्री टेनिस चैंपियनशिप टूर्नामेंट के बाद इस खेल से विदाई लेंगी। बता दें सानिया मिर्ज़ा ने पहली बार ऑस्ट्रेलियन ओपन 2009 के मिक्स्ड डबल्स में जीत दर्ज कर टेनिस जगत में सनसनी मचा दी थी। उसके बाद से उन्होंने कई बड़े टूर्नामेंट अपने नाम किए। फिर पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक से शादी कर उन्होंने जमकर सुर्खियां बटोरी थी।
टेनिस में बढ़ाया देश का मान:
बता दें भारत में टेनिस के बहुत ही कम खिलाड़ी हुए हैं, जिन्होंने इंटरनेशनल स्तर पर अपनी एक ख़ास पहचान बनाई हो। महिला टेनिस खिलाड़ी का जिक्र तो देश में बहुत ही कम सुनने का मिलता था, उस वक्त सानिया मिर्ज़ा ने देश का खूब मान बढ़ाया। स्टार टेनिस प्लेयर सानिया मिर्ज़ा का करियर बहुत ही शानदार रहा है। उन्होंने हिंदुस्तान के लिए 6 बड़ी चैंपियनशिप में मेडल हासिल किए हैं। अपने खेल के दम पर पहचान बनाकर सानिया मिर्जा अनगिनत लड़कियों की रोल मॉल बनी। लेकिन अब वो इस खेल को अलविदा कहने जा रही है।
भारत सरकार से मिले कई अवॉर्ड:
टेनिस के खेल में अपनी खास उपलब्धि के चलते भारत सरकार ने भी सानिया मिर्ज़ा को कई अवॉर्ड से सम्मानित किया है। उन्हें 2004 में अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। उसके दो साल बाद यानी 2006 में पद्म श्री अवॉर्ड मिला। इसके बाद भी भारत सरकार द्वारा इन सम्मानित अवॉर्ड मिलने का सिलसिला जारी रहा। उन्हें केंद्र में मोदी सरकार के आने बाद 2015 में राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। इसके एक साल बाद ही एक और अवॉर्ड पद्म भूषण अवॉर्ड से नवाजा गया।
सानिया मिर्जा का जीवन:
सानिया मिर्जा का जन्म मुंबई में 15 नवंबर 1986 को हुआ था। उन्होनें अपना बचपन हैदराबाद में बिताया। उनके पिता का नाम इमरान मिर्जा था, वह सानिया के जन्म के बाद काम के चलते हैदराबाद में रहने लगे। इमरान एक स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट थे। उन्होंने बाद में एक प्रिंटिंग बिजनेस की शुरुआत की और फिर निर्माता बन गए। उनके इस बिजनेस में सानिया की मां नसीमा मिर्जा भी शामिल थीं। टेनिस की बेताज बादशाह सानिया की प्रारम्भिक शिक्षा खेराताबाद की नासर स्कूल से शुरू हुई। आगे की पढ़ाई हैदराबाद के सेंट मैरी कॉलेज से हुई। जब सानिया महज 6 वर्ष की थीं तो उनके पिता ने हैदराबाद के निजाम क्लब में उनका एडमिशन करा दिया। लेकिन वहां के कोच ने कम आयु होने के कारण टेनिस सिखाने से मना कर दिया। लेकिन सानिया मिर्जा के टेनिस के प्रति लगन को देखते हुए ट्रेनिंग देने के लिए तैयार हो गए।