Shane Warne Death: शेन वॉर्न के सपने में क्यों आने लगे थे मास्टर ब्लास्टर
Shane Warne Death: ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज गेंदबाज शेन वॉर्न के सपने में सचिन तेंदुलकर उनके सिर के ऊपर से लगाते थे छक्के।
Shane Warne Death: दुनिया के सबसे बेहतरीन लेग स्पिनर गेंदबाज शेन वॉर्न का शुक्रवार देर शाम ह्रदय गति रुकने से निधन हो गया। शेन वॉर्न छुट्टियां मनाने थाइलैंड गए थे। शेन वॉर्न के मैंनेजमेंट के मुताबिक उनकी मौत संदिग्ध हार्ट अटैक से हुई है। लेकिन चलिए जानते हैं था कि क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर उनके लिए बुरा सपना बनकर क्यों आते थे।
शेन वॉर्न और सचिन तेंदुलकर के बीच बल्ले और गेंद के बीच जंग अक्सर भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मैच में देखने को मिलती थी। इसी कड़ी में शेन वॉर्न और सचिन तेंदुलकर का साल 1998-99 का किस्सा हर क्रिकेट फैंस को याद होगा। साल 1998-99 में खेली गई भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली गई वनडे सीरीज में सचिन तेंदुलकर की खेली गई तूफानी पारियां आज भी क्रिकेट फैंस को याद हैं।
इस वनडे और टेस्ट सीरीज में सचिन तेंदुलकर ने ऑस्ट्रेलिया के हर गेंदबाज की जमकर धुनाई की थी। जिसमें शेन वॉर्न का नाम भी शामिल था। हालांकि उस समय शेन वॉर्न 708 टेस्ट विकेट ले चुके थे। तब शेन वॉर्न ने कहा था कि जब मैं बेड पर जाता हूं मुझे सपने में सचिन मेरे सिर के उपर छक्का मार रहे होते हैं। सचिन तेंदुलकर को रोक पाना मुश्किल है। उन्होंने आगे कहा था कि मुझे नहीं लगता कि डॉन ब्रैडमैन के अलावा कोई उस क्लास में हैं। जिसमें सचिन हैं, वह दुनिया के एक शानदार बल्लेबाज हैं।
साल 1992-93 में खेली गई तीन टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले मैच में सचिन तेंदुलकर ने नाबाद 155 रनों की पारी खेली थी। सचिन तेंदुलकर ने पहले टेस्ट मैच की दूसरी पारी में नॉटआउट 155 रन बनाए थे। हालांकि पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में शेन वॉर्न ने ही सचिन तेंदुलकर को आउट किया था।
जिसके बाद सचिन तेंदुलकर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में 177 रनों की पारी खेली। इस पारी के दौरान सचिन ने ऑस्ट्रेलिया के हर गेंदबाज की गेंदों पर रन बरसाए थे।
शेन वॉर्न ने अपने इंटरनेशनल करियर की शुरुआत भारत के खिलाफ साल 1992 में सिडनी में टेस्ट मैच के साथ की। हालांकि शेन वॉर्न ने उस मैच में 150 रन खर्च करके 1 विकेट ले पाए थे। लेकिन वॉर्न ने अपने 16 सालों के लंबे क्रिकेट करियर में 339 इंटरनेशनल मैचों में 25.51 की औसत से 1001 विकेट चटकाए। वॉर्न ने 10 बार एक साथ दस विकेट लेने का कारनामा भी किया। वहीं इसके साथ ही 38 बार पांच बल्लेबाजों को एक साथ आउट करने का कारनामा किया है।
बता दें कि क्रिकेट की दुनिया में मुथैया मुरलीधरन और शेन वॉर्न दो ही ऐसे फिरकी गेंदबाज हैं जिन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में 1 हजार से अधिक विकेट एक साथ लिए हैं। सचिन तेंदुलकर की शानदार पारियों की बदौलत टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में 2-1 से जीत हासिल की थी।