निशानेबाज मनु भाकर ने लगवाई वैक्सीन, लोगों ने पूछा कैसे मिला मौका, VVIP कल्चर हावी
अर्जुन अवार्डी निशानेबाज मनु भाकर (Manu bhakar) ने कोरोना वैक्सीन लगवाई तो सोशल मीडिया पर ट्रोलर्स पीछे पड़ गए।
नई दिल्ली: देश की प्रमुख निशानेबाज खिलाड़ी मनु भाकर (Manu bhakar) ने भी बुधवार को कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) की पहली डोज ले ली है। उनके वैक्सीन लगवाने पर सोशल मीडिया पर लोग पूछ रहे हैं कि आखिर उन्हें यह वैक्सीन एक मई से पहले कैसे मिल गई। क्या वह कोरोना फ्रंटलाइन वर्कर हैं अथवा वीवीआईपी कल्चर (VVIP Culture) की वजह से उन्हें मौका मिला है।
आईएसएसएफ वर्ल्ड कप में गोल्ड मेडल जीतने वाली अर्जुन अवार्डी निशानेबाज मनु भाकर (Manu bhakar) ने कोरोना वैक्सीन लगवाई तो सोशल मीडिया पर ट्रोलर्स पीछे पड़ गए। उनसे पूछा जाने लगा कि आखिर 19 साल की उम्र में उन्हें यह वैक्सीन कैसे मिल गई। वह तो अभी 45 साल की नहीं हैं। 18 साल से अधिक उम्र वालों को वैक्सीन की डोज पहली मई से दी जाएगी तो उन्हें यह मौका कैसे मिल गया। क्या देश में वीवीआईपी कल्चर अब भी बचा हुआ है।
दूसरी ओर वैक्सीन लगवाने के बाद मनु भाकर ने लोगों से कहा कि सभी लोग कोरोना वैक्सीन लगवाएं। भीड़ वाले स्थानों बाजार आदि पर जाने से बचें और स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बताए गए उपायों को अपनाते हुए खुद को स्वस्थ रखें।
इसलिए मिली मनु को पहली डोज
निशानेबाज मनु भाकर को सोशल मीडिया पर ट्रोलर्स का शिकार बनना पड़ा है लेकिन उन्हें कोरोना वैक्सीन की पहली डोज का संबंध टोक्यो ओलंपिक से है। जुलाई में होने वाले टोक्यो ओलंपिक में वह भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली हैं। नेशनल राइफल एसोसिएशन ने टोक्यो निशानेबाजी प्रतियोगिता के लिए जो 15 सदस्यीय टीम घोषित की है उसमें मनु भाकर का नाम शामिल है। अन्य खिलाडि़यों को भी वैक्सीन की पहली डोज दी गई है लेकिन मनु भाकर ने वैक्सीन डोज लेने की फोटो सोशल मीडिया पर साझा की तो ट्रोलर्स उनके पीछे पड़ गए हैं। टोक्यो ओलंपिक आयोजन समिति ने सभी खिलाडि़यों को अनिवार्य तौर टीकाकरण अभियान में शामिल होने के लिए कहा है। यह प्रक्रिया अगले एक महीने में पूरी कर ली जानी है। जिन खिलाडि़यों को मई अंत तक वैक्सीन की दोनों डोज नहीं मिलेगी उन्हें टोक्यो ओलंपिक में शामिल नहीं होने दिया जाएगा।