इस खिलाड़ी में दिखता है सहवाग का अक्स,टीम इंडिया में हो सकती है एंट्री

Update: 2016-03-09 11:05 GMT

Sanjay Bhatnagar

लखनऊ: अगर घरेलू क्रिकेट खासकर रणजी ट्रॉफी का प्रदर्शन कोई पैरामीटर है तो श्रेयस अय्यर को टीम इंडिया में अपनी एंट्री की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए। वजह साफ है, अभी ख़त्म हुए रणजी सीजन में 11 मैंचो में 4 शतक, 7 अर्धशतक , 73 रनों का औसत और फाइनल में शानदार सेंचुरी के साथ सर्वाधिक 1321 रन । ये तो हैं आंकड़े, लेकिन इसके ऊपर है तमाम पूर्व और वर्तमान खिलाडिओं की उनके बारे में राय जो उन्हें न केवल एक सक्षम बैट्समैन मानती है, बल्कि भारतीय क्रिकेट टीम का सबसे प्रबल कैंडिडेट भी कहती है।

21 साल के श्रेयस मुंबई रणजी ट्राफी टीम में वन डाउन बैट्समैन के रूप में स्थापित तो हो ही गए हैं। उनकी बल्लेबाजी का स्टाइल बेहद आक्रामक है, जिसकी वजह से वो क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट के लिए उपयुक्त माने जाते हैं। कोई आश्चर्य नहीं है कि मुंबई रणजी ट्रॉफी टीम के उनके साथी रोहित शर्मा को उनकी बैटिंग देखकर वीरेंद्र सहवाग की याद आती है, जो अपने स्ट्रोक प्ले के कारण विपक्षी गेंदबाजों के लिए सज़ा से कम नहीं थे।

पूर्व क्रिकेटर प्रवीण आमरे की देखरेख में प्रथम श्रेणी क्रिकेट में श्रेयस का खेल परवान चढ़ा। उससे पहले वो अंडर-19 टीम के सदस्य थे और दो सीजन पहले ही उन्होंने रणजी ट्राफी में डेब्यू किया था।निडर एप्रोच वाले श्रेयस ऑफ साइड के बेहतरीन प्लेयर कहे जाते हैं और सारे स्ट्रोक्स खेलते हैं। मुंबई के पूर्व कप्तान और मुंबई क्रिकेट में बेहद सम्माननीय खिलाड़ी मिलिंद रेगे तो श्रेयस को मौजूदा दौर का सबसे विस्फोटक बैट्समैन मानते हैं। वो तो इन्हें 'डिस्ट्रॉयर' का तमगा दे चुके हैं।

महान खिलाडी दिलीप वेंगसरकर भी श्रेयस की प्रतिभा के कायल हैं। उनका कहना है की रणजी ट्रॉफी फाइनल में उनकी सेंचुरी बेहतरीन नमूना थी हाई क्लास बॉलिंग को खेलने की। उनका मत है कि श्रेयस को मुंबई के ही तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर के साथ तुरंत टीम इंडिया में जगह दे देना चाहिए। दिलीप कहते हैं कि किसी भी खिलाड़ी को टीम इंडिया में जगह तभी मिलनी चाहिए जब वह यंग हो और टॉप फॉर्म में हो। कभी राष्ट्रीय चयन समिति के अध्यक्ष रह चुके दिलीप फरमाते हैं कि ऐसे ही समय चयनकर्ताओं का विवेक सामने आता है।

श्रेयस अय्यर ने पिछले आईपीएल में भी 128 के स्ट्राइक रेट के साथ रन बना कर छोटे फॉर्मेट में भी अपनी उपयोगिता दर्शाई थी, हालांकि वह मूलतः एक स्ट्रोक प्लेयर हैं और गेंदबाजों पर हावी रहना पसंद करते हैं।

टीम इंडिया में शिखर धवन, रोहित शर्मा , विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे की मौजूदगी में टीम में उनका स्थान बनना मुश्किल ज़रूर है, लेकिन इतने टैलेंट को कब तक बहार रखा जा सकता है यह भी देखने की बात है। बहरहाल सहवाग के बाद एक ताबड़तोड़ बल्लेबाज की कमी को पूरा करने के लिए श्रेयस तैयार दिख रहे हैं।

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