Happy Birthday Sourav Ganguly: सौरव गांगुली ने मनाया अपना 50वां जन्मदिन, जानें मैदान पर दादागिरी के किस्से
Happy Birthday Sourav Ganguly: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और मौजूदा समय में बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली आज अपना 50वां जन्मदिन मना रहे है। गांगुली ने अंडर-19 से लेकर सीनियर टीम तक अपना लौहा मनवाते हुए परचम लहाराया।
Happy Birthday Sourav Ganguly: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और मौजूदा समय में बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली आज अपना 50वां जन्मदिन मना रहे है। गांगुली का जन्म आज ही के दिन 1972 को पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में हुआ था। गांगुली के पिता का नाम चंडीदास व मां का नाम निरूपा गांगुली है। जबकि पत्नी डोना गांगुली और एक बेटी जिसका नाम सना गांगुली है। क्रिकेट जगत में सौरव गांगुली के चाहने वाले लोग उन्हें प्यार से 'दादा' कहते है। गांगुली ने अंडर-19 क्रिकेट से लेकर सीनियर टीम तक अपना लौहा मनवाते हुए परचम लहाराया।
सौरभ गांगुली गांगुली ने भारतीय क्रिकेट टीम के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट में 424 मैच खेलते हुए 18,575 रन बनाए हैं. इसके अलावा उन्होंने इतने ही मुकाबलों में 132 विकेट भी चटकाए है, गांगुली ने टेस्ट क्रिकेट में 113 मैच खेले जिस में 188 पारियों में 42.2 की औसत से 7,212 और वनडे में 311 मैच की 300 पारियों में 41.0 की औसत से 11,363 रन बनाए है, इसके अलावा दादा ने टेस्ट क्रिकेट में 32 और वनडे में 100 विकेट भी झटकें है।
उनकी कप्तानी में भारतीय टीम ने 2003 वनडे वर्ल्ड कप के फाइनल तक का सफर तय किया था। गांगुली की अगुवाई में भारतीय ने कई अहम मुकाबले अपने नाम किए, भारतीय टीम ने ऑस्ट्रलिया में वनडे टूर्नामेंट जीता है। यही नहीं भारतीय टीम साल 2005 में पाकिस्तान को भी टेस्ट सीरीज में धूल चटाई थी। गांगुली की मैदान पर भी दादागिरी चली जिसकी चर्चा इस लेख में करेंगे।
साल 2002 में जिम्बाब्वे की टीम भारत के दौरे पर थीं, विपक्षी टीम को फरीदाबाद में जीत के लिए 275 रनों का लक्ष्य मिल था, विपक्षी टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज डगलस मरेलियर जबर्दस्त फॉर्म में थे, मेहमान टीम को जीत के आखिरी 4 गेंदों में 5 रनों की जरूरत और एक विकेट शेष था, इस बीच ड्रेसिंग रूम से रणनीति के तहत पमेलो बंगवा पानी लेकर मैदान में आए, खिलाड़ियों को पानी देने के बजाय पहले बातचीत करनी शुरू कर दी, इस पर गांगुली खफा हो गए और उन्होंने मैदान में बल्लेबाजी कर रहे उन दोनों बल्लेबाजों से दूर खड़ा कर दिया।
साल 2002 में चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल मुकाबला भारत और श्रीलंका के बीच खेला जा रहा था, इस मुकाबले में विपक्षी टीम के खिलाड़ी रसेल अर्नाल्ड एक लेट कट लगाने के बाद विकेट के बीच में दौड़ने लगे, अर्नोल्ड के इस हरकत को देख विकेटकीपर राहुल द्रविड़ ने अंपायर से तुरंत शिकायत कराई की, लेकिन अंपायर से पहले गांगुली अर्नाल्ड के इस हरकत से काफी खफा हो गए, फिर पूरे मैच के दौरान गांगुली ने अर्नोल्ड का पीछा नहीं छोड़ा उनसे बात करते रहे।
नेटवेस्ट सीरीज का फाइनल मुकाबला ऐतिहासिक क्रिकेट ग्राउंड लॉर्ड्स में खेला जा रहा था, इस मुकाबले में जैसे ही भारतीय टीम ने 2 विकेट से मुकाबला अपने नाम किया गांगुली ने अपनी जर्सी उतारकर हवा में लहराते कर जीत का जश्न मनाया, मैच इतिहास में गांगुली के सेलिब्रेशन स्टाइल को कोई नहीं भूल सकता है, पूर्व भारतीय कप्तान का इस बारे में कहना कहा, कि वह ऐसा नहीं करना चाहते थे, लेकिन इंग्लिश टीम के ऑलराउंडर खिलाड़ी एंड्रयू फ्लिंटॉफ ने भारतीय दौरे पर जिस तरह से जर्सी उतारकर जश्न मनाया वह बस उसका जवाब था।
पाकिस्तान की टीम साल 2005 में भारत के दौरे पर थी। एक मुकाबले में विपक्षी टीम के अनुभवी बल्लेबाज मोहम्मद यूसुफ अपनी कोहनी में चोट मार बैठे, यूसुफ की कोहनी से काफी खून बह रहा था, ऐसे में खेल रूका, खेल के रूके होने की वजह से दादा ने यूसुफ से बात करते हुए कहा, मैं यह नहीं कह रहा कि आप जानबूझकर ऐसा कर रहे, पर आपको आराम करना है, तो कर लो लेकिन मुझे फाइन ना भरना पड़े. आप अपना समय नोट कर लीजिए।