Sourav Ganguly: BCCI से रिटायर के बाद नई इनिंग की तैयारी में जुटे दादा, CAB अध्यक्ष पद के लिए भरा पर्चा
सौरभ गांगुली बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन का चुनाव लड़ने जा रहे हैं। आज गांगुली ने कोलकाता स्थित मशहूर क्रिकेट ग्राइउं इडेन गार्ड्न आकर अध्यक्ष पद के लिए पर्चा भरा।
Sourav Ganguly: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और निर्वतान बीसीसीआई प्रमुख सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) एक नई पारी की शुरूआत करने की तैयारी में जुट गए हैं। गांगुली बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन का चुनाव (Bengal Cricket Association Election) लड़ने जा रहे हैं। आज यानी रविवार को उन्होंने पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता स्थित मशहूर क्रिकेट ग्राइउं इडेन गार्ड्न आकर अध्यक्ष पद के लिए पर्चा भरा। पूर्व क्रिकेटर सौरव गांगुली पहले भी बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन (कैब) की कमान संभाल चुके हैं।
साल 2019 में सौरव गांगुली बने बीसीसीआई के अध्यक्ष
साल 2015 में पूर्व बीसीसीआई प्रमुख जगमोहन डालमिया के निधन के बाद उन्होंने अध्यक्ष पद संभाला था। इसी पद पर रहते हुए वे साल 2019 में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई के अध्यक्ष बने थे। उनके अध्यक्ष बनने के बाद जगमोहन डालमिया के पुत्र अभिषेक डालमिया कैब के अध्यक्ष बने थे। अभिषेक डालमिया का कार्यकाल समाप्ति की ओर है। ऐसे में गांगुली कैब के अन्य पदाधिकारियों के साथ इस पद के लिए चुनाव लड़ने जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि इसी महीने के अंत तक चुनाव करा लिए जाएंगे।
बीसीसीआई से विदाई
क्रिकेटर से खेल प्रशासक बने सौरव गांगुली ने 23 अक्टूबर 2019 को बीसीआईआई का अध्यक्ष पद संभाला था। इस प्रकार उनके तीन वर्षों का कार्यकाल आज समाप्त हो गया। बताया जा रहा है कि गांगुली दोबारा अध्यक्ष बनना चाहते थे, मगर बीसीसीआई के मौजूदा पदाधिकारी इसके लिए राजी नहीं हुए। इसके बाद उन्होंने आईसीसी का चुनाव लड़ने की इच्छा जताई, इस पर भी बोर्ड ने सहमति नहीं दी। बीसीसीआई की तरफ गांगुली को आईपीएल के चेयरमैन पद का ऑफर दिया गया, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया था।
इस फेरबदल में 24 अक्टूबर 2019 को यानी सौरव गांगुल के अध्यक्ष बनने के एक दिन बाद बीसीसीआई के सचिव बने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह अपनी कुर्सी बचाने में कामयाब रहे। वहीं, गांगुली की जगह बीसीसीआई की कमान साल 1983 के विश्व कप विजेता टीम के खिलाड़ी रोजर बिन्नी को मिली है। उन्हें 18 अक्टूबर को बीसीसीआई के एजीएम में निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया।