T20 Playing Conditions: आईसीसी ने टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में किया बड़ा बदलाव, स्लो ओवर रेट पर टीम को देना होगा यह जुर्माना

आईसीसी के नए नियमों के मुताबिक पुरुषों और महिलाओं के टी20 इंटरनेशल मैच में स्लो ओवर रेट का जुर्माना मैच के दौरान ही लगाया जाएगा।

Written By :  Divyanshu Rao
Newstrack :  Network
Update:2022-01-07 15:11 IST

आईसीसी की साकेंतिक तस्वीर (फोटो:सोशल मीडिया)

T20 Playing Conditions: क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में अतंरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने काफी अहम बदलाव किए हैं। आईसीसी ने टी20 इंटरनेशनल के प्लेइंग कंडीशन में परिवर्तन की घोषणा की है। आईसीसी का यह नया नियम 16 जनवरी से लागू होगा। 16 जनवरी को वेस्टइंडीज और आयरलैंड के बीच होने वाले एकमात्र टी20 इंटरनेशनल मैच में आईसीसी का नया नियम प्रभाव में होगा।

आईसीसी के नए नियमों के मुताबिक पुरुषों और महिलाओं के टी20 इंटरनेशल मैच में स्लो ओवर रेट का जुर्माना मैच के दौरान ही लगाया जाएगा। आईसीसी ने टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में एक और बदलाव किया है। किसी भी द्विपक्षीय इंटरनेशनल सीरीज में दोनों टीमों के प्रत्येक पारी में 2.5 मिनट का ऑप्शनल ड्रिक्स ब्रेक भी लिया जाएगा। हालांकि इस नियम के लिए सीरीज से पहले दोनों देशों के क्रिकेट बोर्ड को समजझौता करना होगा।

आईसीसी की साकेंतिक (फोटो:सोशल मीडिया)

जानें क्या है नया नियम 

टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में ओवर रेट के नियम प्लेइंग कंडीशन के खंड के 13.8 में दर्ज हैं। जो यह निर्धारित करते हैं कि एक फील्डिंग साइड पारी के अंतिम ओवर की पहली गेंद को निर्धारित या पुननिर्धारित समय के अंदर फेंकने के स्थिति में होनी चाहिए।

लेकिन आईसीसी के नए नियमों के मुताबिक अब कोई टीम ओवर रेट समय से पीछे होगी, तो बाकी बचे ओवर में एक कम फील्डर को 30 गज के दायरे में करने की अनुमति दी जाएगी। जिसके बाद एक अधिक फील्डर बचे ओवरों में 30 गज के दायरे में फील्डिंग करता नजर आएगा।

आपको बता दें कि मौजूदा नियम के मुताबिक पावरप्ले में बाद (यानि पहले 6 ओवर के बाद) जो बचे ओवर होते हैं, उसमें 5 फील्डर 30 गज के बाहर रह सकते हैं। लेकिन ओवर रेट के लिए पेनल्टी के रुप में चार फील्डर ही 30 गज के बाहर रह पाएंगे।

जानकारी के मुताबिक आईसीसी क्रिकेट समिति के द्वारा टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में बदलाव की सिफारिश की गई थी। जो नियमित रूप इंटरनेशनल क्रिकेट के सभी फॉर्मेटों के नियमों में सुधार के तरीकों पर चर्चा करता है।

Tags:    

Similar News