लखनऊ: ‘हिटमैन’ के नाम से फेमस क्रिकेटर रोहित शर्मा की गिनती मॉडर्न क्रिकेट में बेहतरीन खिलाड़ियों में होती है। रोहित के नाम तीन डबल सेंचुरी हैं। वैसे आज हम आपको रोहित के बारे में कुछ ऐसी बातें बताएंगे जोकि आपको नहीं ही मालूम होंगी। तो आइये, जानते हैं रोहित शर्मा के बारे में।
रोहित का स्ट्रगल करना
रोहित का जन्म एक सामान्य परिवार में ही हुआ है। उनके पिता मुंबई की एक ट्रांसपोर्ट फैक्ट्री में काम करते थे, जिसकी वजह से रोहित का क्रिकेट के लिए अपने पैशन को जिंदा रखना और उसे पूरा करना किसी मुश्किल काम से कम नहीं था। उनकी पूरी फैमिली एक रूम के घर में रहती थी।
रोहित की लाइफ में वो पल भी आया जब उन्हें आर्थिक तंगी भी देखनी पड़ी। ये वो दौर था जब उनके पिता की नौकरी छूट गई थी। ऐसी स्थिति में उन्हें उनके एक रिश्तेदार के घर भेज दिया गया था। ये पल रोहित के लिए काफी मुश्किल थे क्योंकि एक 10 साल का बच्चा अब अपने मां-बाप से अलग रह रहा था।
रोहित को शुरू से एक सफल क्रिकेटर ही बनना था। उनके इस सपने को पूरा करने में उनके अंकल ने उनकी काफी मदद की। यही कारण है कि रोहित आज जहां हैं, उसका श्रेय वो अपने अंकल को जरुर देते हैं। रोहित बताते हैं कि उनके अंकल के पास जितनी भी सेविंग थी वो उन्होंने रोहित की क्रिकेट कोचिंग में लगा दी थी।
क्रिकेट के शुरुआत दिन
रोहित के बारे में ये बात बहुत कम ही लोगों को पता है कि वो शुरुआत से एक गेंदबाज थे और स्पिन गेंदबाजी ही उनकी स्पेशलिटी थी। मगर जब रोहित के कोच ने उन्हें बल्लेबाजी करते हुए देखा तो वो ये पहचान गए कि रोहित एक बेहतरीन बल्लेबाज भी हो सकते हैं। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और परिणाम सबके सामने है।
बता दें, जब रोहित ने मुंबई की स्टेट टीम में खेलना शुरू किया तब उन्हें मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के साथ भी खेलने का मौका मिला। आज रोहित एक अग्रेसिव बल्लेबाज के रूप में खुद को स्थापित कर चुके हैं।
इंटरनेशनल क्रिकेट के शुरुआती मैचों में रहे अनलकी
रोहित शर्मा के इंटरनेशनल करियर के शुरुआती मैचों की बात करें तो इस दौरान वो अपने बल्ले से कोई ख़ास कमाल नहीं दिखा पाए। यही कारण है कि रोहित को 2011 वर्ल्ड कप में भी जगह नहीं मिली। मगर इसके बावजूद रोहित ने हार नहीं मानी।
रोहित के करियर को धोनी ने लगाई स्पीड
आमतौर पर पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का नाम कई प्लेयर्स के साथ जुड़ता है, जिनके डूबते करियर को उन्होंने ही रफ़्तार दी है। रोहित उन ही खिलाड़ियों में से एक हैं, जिनके करियर को धोनी ने रफ़्तार दी। धोनी को साल 2007 में भारतीय टीम की कमान मिली थी। ये वहीं साल है जब रोहित ने डेब्यू किया था।
जब भी धोनी को मौका मिलता था तो वो रोहित को अपनी टीम में जरुर शामिल करते थे। ऐसे में रोहित ने भी एक दिन धोनी के उनको सेलेक्ट करने के फैसले को सही साबित करते हुए ओपनर बल्लेबाज के रूप में उन्होंने पहला शतक जड़ा। आपको बता दें कि रोहित को एक ओपनर बल्लेबाज के रूप में भेजना भी धोनी का ही फैसला था।