Tokyo Olympic : यूपी के गोल्डन ब्वॉय सौरभ लाएंगे ओलंपिक से सोना, बनेगा रिकॉर्ड
Tokyo Olympic : 10 मीटर एयर पिस्टल शूटर सौरभ ने 2018 एशियाई खेलों में स्वर्ण हासिल किया है। टोक्यो ओलंपिक में इस बार हिंदुस्तान को सौरभ से निशानेबाजी में स्वर्ण पदक जीतने की उम्मीद है।
Tokyo Olympic : भारतीय निशानेबाज (shooter) जिसने स्वर्ण पदक (gold medal) से शुरुआत की। उत्तर प्रदेश (uttar pradesh) के मेरठ के रहने वाले सौरभ चौधरी (Saurabh chaudhry) ने 2018 एशियन गेम (Asian games) में यह कारनामा कर दिखाया जब वह मात्र 16 साल के थे। सौरभ ने 2018 एशियाई खेलों में 10 मीटर एयर पिस्टल (Air pistal) में स्वर्ण पदक जीता। वह एशियाई खेलों में सबसे कम उम्र के भारतीय स्वर्ण पदक विजेता थे। उन्होंने पहले स्वर्ण पदक जीते थे और जर्मनी के सुहल में आईएसएसएफ जूनियर विश्व कप में एक नया जूनियर विश्व रिकॉर्ड बनाया था। वह ISSF विश्व चैम्पियनशिप, ISSF विश्व कप, युवा ओलंपिक खेलों, एशियाई खेलों और एशियाई एयर गन चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाले एकमात्र भारतीय निशानेबाज हैं। उन्होंने 245.5 के स्कोर के साथ अपना ही विश्व रिकॉर्ड तोड़ा और कोरिया के चांगवोन में 2018 विश्व चैम्पियनशिप में जूनियर पुरुष 10 मीटर एयर पिस्टल में स्वर्ण पदक जीता। 10 मीटर एयर पिस्टल शूटर सौरभ ने व्यक्तिगत और मिश्रित टीम इवेंट में आठ विश्व कप स्वर्ण जीते हैं जिसमें 2018 एशियाई खेलों में स्वर्ण हासिल करना शामिल है। टोक्यो ओलंपिक में इस बार हिंदुस्तान को सौरभ से निशानेबाजी में स्वर्ण पदक जीतने की उम्मीद है।
10 मीटर एयर पिस्टल में है विश्व रिकाॅर्ड
भारतीय निशानेबाज सौरभ चैधरी ने राष्ट्रीय निशानेबाजी ट्रायल्स में पुरुषों के 10 मीटर एयर पिस्टल का खिताब अपने नाम किया। 19 साल के सौरभ ने फाइनल्स में 246.9 अंक के साथ विश्व रिकॉर्ड बनाया। सौरभ ने 60 शॉट के क्वालीफिकेशन दौर में 590 का स्कोर बनाया और फिर फाइनल में 246.9 के स्कोर के साथ अपने प्रतिद्वंद्वियों को पीछे छोड़ा। बता दें कि फाइनल्स का विश्व रिकॉर्ड 246.5 अंक है, जो उत्तर कोरिया के किम सोंग गुक के नाम दर्ज है।
सौरभ ने हासिल की यह उपलब्धियां
सौरभ ने 2018 में आईएसएसएफ जूनियर विश्वकप में तीन अलग-अलग स्पर्धाओं में तीन स्वर्ण पदक जीते। व्यक्तिगत 10 मीटर एयर पिस्टल, टीम 10 मीटर एयर पिस्टल और मिश्रित टीम 10 मीटर एयर पिस्टल। इसी टूर्नामेंट में जीत के साथ-साथ उन्होंने जूनियर वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बनाया। इसके बाद 2018 एशियाई खेलों में, सौरभ ने व्यक्तिगत 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में टूर्नामेंट के वरिष्ठ प्रतिभागियों को हराकर स्वर्ण पदक जीता। वह एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले सबसे कम उम्र के भारतीय निशानेबाज और ऐसा करने वाले पांचवें भारतीय निशानेबाज बन गए। सौरभ ने ISSF विश्व निशानेबाजी चैंपियनशिप में स्वर्ण, रजत और कांस्य सहित तीन अतिरिक्त पदक जीतकर शानदार वर्ष का समापन किया। उन्होंने अर्जेंटीना यूथ ओलंपिक में भी स्वर्ण पदक जीता था। उन्होंने एक युवा खिलाड़ी के रूप में इतना कुछ हासिल किया। इस समय सौरभ की उम्र मात्र 16 साल थी। जूनियर स्पर्धाओं में दबदबा बनाने के बाद, सौरभ ने सीनियर टूर्नामेंट में भाग लिया। 2019 में, उन्होंने नई दिल्ली में ISSF विश्व कप में पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल में स्वर्ण पदक के साथ अपने सीनियर करियर की शुरुआत की, जिसमें विश्व रिकॉर्ड 245 की शूटिंग की। स्वर्ण के साथ, उन्होंने टोक्यो ओलंपिक के लिए स्थान पक्का किया।
उपलब्धि की तरह बड़ी है संघर्ष की कहानी
एशियन गेम्स में गोल्ड जीतने वाले कालीना गांव के शूटर सौरभ चैधरी के संघर्षों की कहानी भी उसकी उपलब्धि की तरह बड़ी है। किसान परिवार से ताल्लुक रखते हुए भी सौरभ चैधरी ने देश के लिए इंटरनेशनल स्पर्धा में गोल्ड लाने के ख्वाब को कभी कम नहीं होने दिया। जनपद मेरठ के कलीना गांव से 17 किलोमीटर दूर का सफर तय कर सौरभ प्रतिदिन जनपद बागपत के बिनोली की वीर शाहमल शूटिंग रेंज पर प्रशिक्षण करने के लिए आता है। किसी दिन बस मिल जाती है तो किसी दिन डग्गामार वाहन में लटक कर ही उसे यह सफर तय करना पड़ता। सौरभ के जीवन में तमाम परेशानियां आईं, लेकिन उसने हार नहीं मानी। उसके पास पर्याप्त संसाधन भी नहीं थे। मुसीबतों से जूझते हुए वो रोजाना घर से दूर शूटिंग रेंज में प्रैक्टिस के लिए जाता था। वहां पर भी अंतर्राष्ट्रीय सुविधाएं नहीं थीं। इसके अलावा पढ़ाई भी पूरी करने का दबाव था। लेकिन तमाम परेशानियों को झेलते हुए उसने खुद की पहचान बनाई और पूरे विश्व में तिरंगा फहरा दिया।
सौरभ से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियाँ
- सौरभ का जन्म उत्तर प्रदेश के जाट परिवार में हुआ था।
- उनके परिवार ने बताया कि सौरभ की बचपन से ही शूटिंग के खेल में दिलचस्पी रही है, जिसके चलते वह सुबह 5 बजे अभ्यास करना शुरू कर देते हैं।
- उन्होंने एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने से 3 साल पहले ही वर्ष 2015 में शूटिंग खेलना शुरू किया था।
- 15 साल की उम्र में, उन्होंने 2017 में केएसएस शूटिंग चैम्पियनशिप के फाइनल में जीतू रॉय को हराया था।
- दिसंबर 2017 में, उन्होंने 10 वें एशिया यूथ ओलंपिक खेलों की योग्यता में स्वर्ण पदक के साथ यूथ ओलंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई किया था।
- 21 अगस्त 2018 को, उन्होंने जापान के टॉमॉयकी मत्सुदा को हराकर 240.7 के रिकॉर्ड स्कोर के साथ एशियाई खेलों में 10 मीटर एयर राइफल टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीता।