महिला टी20 लीग शानदार रहा लेकिन ज्यादा टीमें होनी चाहिए: हरमनप्रीत
उन्होंने कहा, ‘‘ मेरे लिये यह शानदार टूर्नामेंट रहा, मैंने काफी कुछ सीखा और दूसरे खिलाड़ियों के लिए भी ऐसा ही है। हम इस (टूर्नामेंट) से ऐसी ही उम्मीदें कर रहे थे।’’
जयपुर: महिला टी20 चैलेंज का खिताब जीतने वाली सुपरनोवाज टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने कहा कि इस लीग का शुरूआती सत्र शानदार रहा लेकिन इसमें और अधिक टीमों होनी चाहिए।
सुपरनोवाज ने हरमनप्रीत कौर की 51 रन की पारी के दम पर फाइनल मुकाबले में शनिवार को यहां वेलोसिटी को चार विकेट से शिकस्त देकर खिताब अपने नाम किया।
ये भी देंखे:चुनाव के बाद SP-BSP की दोस्ती चूर-चूर होगी: पीएम मोदी
हरमनप्रीत ने मैच के बाद कहा कि टूर्नामेंट की सफलता को देखते हुए इसमें ज्यादा टीम की भागीदारी होनी चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘ मेरे लिये यह शानदार टूर्नामेंट रहा, मैंने काफी कुछ सीखा और दूसरे खिलाड़ियों के लिए भी ऐसा ही है। हम इस (टूर्नामेंट) से ऐसी ही उम्मीदें कर रहे थे।’’
फाइनल मुकाबले के दौरान मैदान में लगभग 15,000 दर्शक मौजूद थे जिन्होंने हरमनप्रीत का हौसला बढ़ाया। उन्होंने अगले सत्र में ज्यादा टीमों की मांग करते हुए कहा, ‘‘ हम भारत में टी20 लीग खेलना चाहते थे और जिस तरह से इसका आयोजन हुआ उससे मैं काफी खुश हूं। हम उम्मीद कर रहे है कि अगले सत्र में ज्यादा टीमें और ज्यादा मैच होंगे।’’
उन्होंने कहा कि विदेशी खिलाड़ी भी चाहते हैं कि अगले साल से टूर्नामेंट का आयोजन बड़े स्तर पर हो।
हरमनप्रीत ने कहा, ‘‘ यह दिखाता है कि विदेशी खिलाड़ियों के लिए भी यह लीग कितनी अहम है। विदेशी खिलाड़ी हमेशा पूछती रहती कि भारत में महिला लीग कब और कहां होगी ताकि वे यहां खेल सके। आप देख सकते हैं कि सबके लिए यह कितना मायने रखती है। वे यहां खेलने के लिए आतुर हैं। ’’
फाइनल में अपनी अर्धशतकीय पारी के बारे में पूछे जाने पर भारतीय महिला टी20 टीम की कप्तान ने कहा कि टीम के काम आने से वह खुश हैं।
ये भी देंखे:प्रियंका गांधी का BJP पर हमला, कहा- जा रही है मोदी सरकार
उन्होने कहा,‘‘ मैंने मैच खत्म करने के बारे में सीखा है, हर समय छक्का लगने पर निर्भर रहने से बात नहीं बनती, कई बार आपको मैच जीतने के लिए मैदान पर शाट खेलने होते हैं। मेरे अधूरे काम को राधा यादव ने पूरा किया। ’’
वेलोसिटी के लिए 32 गेंद में 40 रन की नाबाद खेलने के साथ एमेलिया केर (36) के साथ छठे विकेट के लिए 71 रन की साझेदारी करने वाली विकेटकीपर सुषमा वर्मा ने कहा कि इस टूर्नामेंट से उन्होंने सकारात्मक रहना सीखा।
उन्होंने कहा, ‘‘ मैंने महसूस किया कि विदेशी खिलाड़ियों का दृष्टिकोण काफी सकारात्मक रहता है। मैं चाहूंगी कि भारतीय खिलाड़ी भी ऐसा ही दृष्टिकोण रखें। इस टूर्नामेंट से मैंने हर परिस्थिति में तनाव के बिना खेलना सीखा।’’
(भाषा)