World Test Championship: वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप-2 के लिए भारत के सामने हैं कई चुनौतियां, इन कमियों को करना होगा दूर

World Test Championship: आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (ICC World Test Championship) के दूसरे सत्र में टीम इंडिया के सामने क्या हैं चुनौतियां।

Written By :  Dharmendra Singh
Update: 2021-08-12 15:30 GMT

 एक मैच के दौरान टीम इंडिया के खिलाड़ी (फाइल फोटो: सोशल मीडिया)

World Test Championship: आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (ICC World Test Championship) के दूसरे सत्र की शुरुआत हो चुकी है। आईसीसी ने टेस्ट चैंपियनशिप के दूसरे चरण 2021 से 2023 का आधिकारिक तौर पर घोषणी की थी। यह चैंपियनशिप भारत और इंग्लैंड के बीच हो रही टेस्ट सीरीज के साथ शुरू हो गई है। विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की आखिरी सीरीज मार्च 2023 में होगी। इसके बाद फाइनल मैच में चैंपियन का निर्णय होगा। इस बार भी सभी 9 टीमें 6-6 टेस्ट सीरीज में हिस्सा लेंगी।

विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के पहले चरण के फाइनल में पहुंचने वाली भारतीय टीम की बल्लेबाजी और गेंदबाजी वर्तमान समय में दोनों अच्छी है। लेकिन टीम इंडिया के सामन कुछ चुनौतियां भी हैं जिनसे पार पाना होगा।
भारतीय टीम ने पहले चरण के रोहित शर्मा, पृथ्वी शॉ, मयंक अग्रवाल और शुभमन गिल को सलामी बल्लेबाजी के तौर आजमा कर देखा और सभी को पर्याप्त मौके दिए। लेकिन अभी तक टीम इंडिया को कोई ठोस ओपनिंग संयोजन नहीं मिल पाया है। यह चारों खिलाड़ी किसी न किसी वजह से निरंतरता की कमी से जूझ रहे हैं। भारतीय टीम को ओपनिंग संयोजन की जरूरत है।


टीम इंडिया में केएल राहुल की भूमिका तय नहीं हो पाई है। वह कभी ओपनर के तौर पर, तो कभी मध्य क्रम में बल्लेबाजी करते दिखाई देते हैं। हार्दिक पंड्या के टीम में नहीं होने पर भी भारत को एक तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर का विकल्प तैयार रखना चाहिए। चोट से उबर जाने के बावजूद भी हार्दिक फिलहाल सीमित ओवर क्रिकेट खेलते नजर आ रहे हैं।
शार्दुल ठाकुर की बात करें, तो उन्होंने कई मौकों पर शानदार बल्लेबाजी की है, लेकिन वह अभी तक एक ऑलराउंडर का विकल्प नहीं बन पाए हैं। हर्ष पटेल को भी ऑलराउंडर के विकल्प के तौर पर देखा जाता है, लेकिन उनकी उम्र बाधा बन सकती है।
स्पिन की बात करें तो अश्विन और रवींद्र जाडेजा ती दावेदारी बरकरार है, लेकिन कुलदीप यादव टीम में नहीं हैं। टीम ने शाहबाज नदीम को मौक दिया, लेकिन उनको आत्मविश्वास नहीं दिखा। अक्षर पटेल ने इंग्लैंड के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन टीम को अभी इस फाॅमेंट में एक बेहतर लेग स्पिनर की जरूरत है टीम जिसकी तलाश कर रही है।


भारतीय टीम की मजबूती
अगर देख तो भारतीय टीम की गेंदबाजी कुछ सालों में मजबूत हुई है। इनमें से कुछ खिलाड़ियों ने ऑस्ट्रेलिया में साबित भी किया है। श्रीलंका में भी अपना दिखाया। पृथ्वी शॉ ने मुंबई की तरफ से विजय हजारे ट्रॉफी शान प्रदर्शन किया है। 30 वर्षीय सूर्यकुमार यादव ने भी बेहतरीन प्रदर्शन किया। रेड-बॉल क्रिकेट में वॉशिंगटन सुंदर बल्लेबाजी में ऑलराउंडर के विकल्प के तौर उभरे हैं। भारतीय टीम में मोहम्मद सिराज ने गेंदबाजी में शानदार प्रदर्शन किया है।
शुभमन गिल ने भी अपने खेल से लोगों को आकर्षित किया है। लेकिन अब देखना होगा कि क्या वह सलामी बल्लेबाज़ के रूप में टीम उभरक सामने आते हैं या नहीं। ऋषभ पंत ने 6 महीने के अंदर ही तीनों फ़ॉर्मेट में शानदार प्रदर्शन किया है।





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