WPL Star Player Deepti Sharma: जानिए कौन हैं WPL में इतिहास रचने वाली दीप्ति शर्मा, भाई का ऐसे मिला साथ
WPL Star Player Deepti Sharma Biography: क्या आप WPL में इतिहास रचने वाली दीप्ति शर्मा की कहानी जानते हैं। आइये आपको बताते हैं कैसे उनके भाई ने दिया उन्हें अपना पूरा सपोर्ट।
WPL Star Player Deepti Sharma: इस समय सभी की नज़रें महिला प्रीमियर लीग पर टिकी हुईं हैं वहीँ भारतीय महिला क्रिकेट टीम की ऑलराउंडर प्लेयर और अर्जुन अवार्ड से सम्मानित दीप्ति शर्मा ने इतिहास रच दिया है। उन्हें WPL नीलामी में यूपी वारियर्स ने 2.6 करोड़ रुपये में खरीदा था। ऐसे में उन्होंने एक नया रिकॉर्ड भी बनाया है। दरअसल वो इस लीग के इतिहास में हैट्रिक विकेट चटकाने वाली पहली भारतीय गेंदबाज बन गई हैं। आइये जानते हैं कैसे दीप्ति ने अपने करियर की करि शुरुआत और कैसे उनके भाई ने उन्हें इस मुकाम पर लाने में उनकी सहायता की।
WPL में इतिहास रचने वाली दीप्ति शर्मा की कहानी
महिला प्रीमियर लीग के दूसरे सीजन में दीप्ति शर्मा ने वो करके दिखा दिया जो बड़े बड़े दिग्गज नहीं कर पाते। वो WPL की पहली महिला बन गईं हैं जिन्होंने हैट्रिक विकेट लिए हैं। साथ ही ये उन्होंने दिल्ली के खिलाफ खेले गए 8 मार्च के मैच में किया। उनके इस शानदार प्रदर्शन ने न सिर्फ लोगों का दिल जीता बल्कि उन्होंने यू.पी की अपनी टीम को भी इस मुकाबले में जीत दिलाई। ये बात अलग है कि उनकी टीम प्लेऑफ की रेस से बाहर हो चुकी है।
दीप्ति शर्मा, WPL नीलामी में स्मृति मंधाना के बाद चौथी सबसे महंगी और दूसरी सबसे महंगी भारतीय खिलाड़ी बन गईं थीं। आपको बता दें कि मुंबई इंडियंस, गुजरात जायंट्स, दिल्ली कैपिटल्स और यूपी वारियर्स जैसी टीमें स्टार ऑलराउंडर के लिए बोली युद्ध स्तर पर लगाई गयी थी। दरअसल दीप्ति काफी शानदार खिलाड़ी हैं। वो जहाँ टीम की उप-कप्तान हैं वहीँ वो एक चतुर स्पिनर एक विकेट लेने वाली गेंदबाज है जो अपनी उड़ान और चालाकी से बल्लेबाजों को धोखा दे जातीं हैं। इसके साथ वो दबाव में भी आगे बढ़ने वाली खिलाड़ी है। वो 2023 एडिशन में 9 मैचों में 9 विकेट के साथ यूपीडब्ल्यू की दूसरी सबसे अधिक विकेट लेने वाली गेंदबाज थीं। 26 वर्षीय खिलाड़ी हाल ही में शानदार फॉर्म में है और उन्होंने इसे डब्ल्यूपीएल में भी बखूबी जारी रखा।
दीप्ति शर्मा का जन्म आगरा में हुआ था। उनका परिवार एक मध्यमवर्गीय परिवार है। दीप्ति अपने निजी में काफी शांत स्वभाव की हैं। उनकी कहानी सभी के लिए प्रेरणादायक है खासकर युवाओं के लिए। उनके पिता का नाम भगवान शर्मा जो भारतीय रेलवे में हैं और माता सुशीला शर्मा जो एक हाउस मेकर हैं। डब्ल्यूपीएल के इस सीजन में दीप्ति ने कुल 295 रन बनाए थे। इतना ही नहीं वो सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में तीसरे स्थान पर हैं। आज भले ही उन्हें हर कोई सराह रहा है लेकिन उनका इस मुकाम को हासिल करना इतना आसान नहीं था।
कैसे हुई क्रिकेट में एंट्री
साल 20214 में दीप्ति ने अपना पहला मैच खेला वहीँ आज उनकी हर कोई तारीफ करते नहीं थक रहा है। उन्होंने अब तक अपने क्रिकेट करियर में चार टेस्ट, 86 वनडे और 104 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खले हैं।जिसमे दीप्ति ने अब तक 3314 रन बनाये हैं। इसके साथ ही दीप्ति 229 अंतरराष्ट्रीय विकेट भी लिए हैं। आइये जानते हैं उनके इस सफर में दीप्ति के भाई ने कैसे उनका साथ दिया।
आज भले ही सभी दीप्ति के नाम के चर्चे कर रहे हों लेकिन उन्हें यहाँ तक लाने के पीछे उनके भाई की भी अहम भूमिका रही है। उन्होंने छोटी उम्र में ही इस बात को समझ लिया था कि दीप्ति में हुनर है। दीप्ति जब 9 साल की थीं तबसे वो क्रिकेट खेल रहीं हैं। इसमें उनको अपने माता-पिता का भी पूरा-पूरा सपोर्ट मिला। दीप्ति के भाई सुमित शर्मा भी गेंदबाज़ी करते हैं और वो भी अंडर 19 और अंडर 23 में यूपी की तरफ से खेल चुके हैं। भाई ने दीप्ति का हर मोड़ पर साथ दिया और यही वजह है कि आज वो रक बेहतरीन प्लेयर बनकर पूरे भारत का नाम स्वर्णिम अक्षरों में लिखने का काम कर रहीं हैं।
दीप्ति के एक महिला क्रिकेट में शामिल होने पर पिता भगवान शर्मा और माता सुशीला शर्मा दोनों का भी पूरा सपोर्ट मिला। वहीँ दीप्ति के भाई को जब पहली बार ये जानकारी मिली कि दीप्ति को भारतीय महिला क्रिकेट टीम में स्थान मिला है तो उनकी खुशियों का कोई ठिकाना नहीं था। ये बात खुद सुमित ने अपने इंटरव्यू में साझा की थी। उन्होंने कहा कि, उस दिन उन्हें एहसास हुआ कि उनका नौकरी छोड़ देने का फैसला बिलकुल सही था।
सुमित अपनी बहन दीप्ति शर्मा को रोज़ सुबह और शाम प्रैक्टिस करवाने के लिए मैदान पाए ले जाया करते थे। ऐसे में उन्हें अपनी नौकरी छोड़नी पड़ी। ऐसे में उन्होने खुद से एक वादा किया कि वो अपनी बहन को क्रिकेट टीम में जगह दिलवाएंगे ऐसे में उन्हें अपनी नौकरी से रिजाइन करना पड़ा।