YouTube: अश्लील कंटेंट पर यूट्यूब को नोटिस

YouTube: यूट्यूब पर मां बेटे से संबंधित एक अश्लील कंटेंट का राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने संज्ञान लिया है और यूट्यूब अधिकारी को नोटिस भेज कर हाजिर होने को कहा गया है। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने नहीं पेश होने पर कड़ी क़ानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है।

Written By :  Neel Mani Lal
Update:2024-01-11 16:41 IST

अश्लील कंटेंट पर यूट्यूब को नोटिस: Photo- Social Media

YouTube: यूट्यूब पर मां बेटे से संबंधित एक अश्लील कंटेंट का राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने संज्ञान लिया है और यूट्यूब अधिकारी को नोटिस भेज कर हाजिर होने को कहा गया है। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने नहीं पेश होने पर कड़ी क़ानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है।

एनसीपीसीआर ने यूट्यूब के प्रशासन एवं सार्वजनिक नीति प्रमुख मीरा चैट के नाम जारी एक नोटिस में उनसे यूट्यूब पर ऐसी विषय सामग्री परोसने वाले चैनलों की सूची के साथ 15 जनवरी को व्यक्तिगत तौर पर पेश होने के लिए कहा है।

क्या कहा आयोग ने?

एनसीपीसीआर के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने कहा है कि यूट्यूब पर कई ऐसे मां और बेटे से संबंधित वीडियो हैं जो यौन अपराधों से बच्चों की सुरक्षा (पॉक्सो) अधिनियम 2012 का उल्लंघन करते हैं इसलिए ऐसा नोटिस दिया गया है। यूट्यूब की मीरा चैट को संबोधित पत्र में एनसीपीसीआर प्रमुख प्रियंक कानूनगो ने कहा कि आयोग ने यूट्यूब चैनलों पर माताओं और बेटों से जुड़े संभावित अश्लील कृत्यों को दिखाने वाले कंटेंट के साथ एक खतरनाक प्रवृत्ति का संज्ञान लिया है।

प्रियंक कानूनगो ने इस मामले में चेतावनी देते हुए कहा है कि यूट्यूब को ऐसे अश्लील कंटेंट के टेलीकास्ट पर तुरंत रोक लगानी होगी। जिन लोगों ने ऐसा अपराध किया है उन्हें जेल भी जाना होगा। इस तरह के वीडियो का व्यवसायीकरण अश्लील कंटेंट बेचने जैसा है। कोई भी मंच अगर ऐसे वीडियो पेश करता है, जहां बच्चों का यौन शोषण दिख रहा है तो उसे जेल जाना ही होगा।

यू ट्यूब पर मां और बेटे के बीच अश्लील हरकतें

बताया जाता है कि यू ट्यूब पर डाले गए इस वीडियो में मां और बेटे के बीच अश्लील हरकतें, जैसे चुंबन दिखाया गया है। इसी संबंध में आयोग ने कदम उठाया है। बाल संरक्षण आयोग ने कहा कि कुछ यूट्यूब चैनल माताओं और बेटों से जुड़े संभावित अश्लील कंटेंट को टेलीकास्ट कर रहे हैं। आयोग ने कहा कि इससे बच्चों की भलाई व सुरक्षा को होने वाले संभावित नुकसान के बारे में गंभीर चिंता पैदा होती है। इसके अलावा, इन वीडियो में नाबालिगों समेत दर्शकों की अच्छी खासी संख्या होना भी चिंता पैदा करती है।

Tags:    

Similar News