UPI Payment App: यूपीआई से करते हैं ऑनलाइन ट्रांजेक्शन, तो इन बातों का रखें विशेष ध्यान
UPI Payment App: ऑनलाइन पेमेंट करते हुए आपको यूपीआई (UPI) पेमेंट सिक्योरिटी टिप्स और तरीकों के बारे में अच्छे से जानकारी होनी चाहिए।
UPI Payment App: डिजिटलाइजेशन के दौर में रुपए-पैसों का लेन-देन ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से सबसे ज्यादा किया जा रहा है। चाहे छोटा ट्रांजेक्शन करना हो और चाहे बड़े एमाउंट का पेमेंट करना हो यूपीआई आईडी की मदद से कुछ सेंकेडों में काम हो जाता है। जीं हां ऑनलाइन पेमेंट करने के लिए Google Pay, Paytm और PhonePe जैसे तमाम यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) ऐप हैं जिनकी मदद से ऑनलाइन ट्रांजेक्शन कभी भी आसानी से किया जा सकता है।
ऑनलाइन ट्रांजेक्शन का सबसे ज्यादा चलन कोरोना वायरस महामारी के बाद से होने लगा। लोग नोटों के लेन-देन करने पर महामारी के डर से ऑनलाइन पेमेंट करने लगे। लेकिन इन ऐप्स के जरिए ऑनलाइन पेमेंट करते हुए आपको यूपीआई (UPI) पेमेंट सिक्योरिटी टिप्स और तरीकों के बारे में अच्छे से जानकारी होनी चाहिए।
साइबर क्राइम में तेजी से हो रही बढ़ोत्तरी
क्योंकि जितनी तेजी से ऑनलाइन पेमेंट में बढ़ोत्तरी हुई है उतनी ही तेजी से साइबर क्राइम भी होने लगा है। ऐसे में ट्रांजैक्शन करने के दौरान बहुत ही सतर्क और सचेत रहने की जरूरत है। नहीं सिर्फ एक गलत लिंक पर क्लिक और आपके सामने बड़ी मुसीबत खड़ी हो सकती है।
वैसे तो ऑनलाइन पेमेंट करना बहुत ही आसान है। इसके लिए बस आपके पास स्मार्टफोन होना चाहिए, जिसमें ऑनलाइन पेमेंट वाली एप डाउनलोड हो सके। साथ ही एक बैंक अकाउंट होना चाहिए, जिसमें आपका मोबाइल नंबर लिंक होना चाहिए।
इसके बाद ऑनलाइन पेमेंट वाली एप का रजिस्ट्रेशन करना होगा। जिससे आप एप को पूरी तरह से यूज कर सके। ऐसे में अगर आप Google Pay, PhonePe, Paytm समेत अन्य ट्रॉंजैक्शन एप का उपयोग करते हैं तो साइबर क्राइम, फ्रॉड और धोखा-धड़ी से बचने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। आइए आपको कुछ बहुत जरूरी सिक्योरिटी टिप्स के बारे में बताते हैं, जिनको आपको ट्रॉंजैक्शन करते समय बहुत ध्यान से देखना होगा।
यूपीआई (UPI) पेमेंट करते समय इन बातों का रखें ध्यान
स्मार्टफोन का स्क्रीन लॉक
आपको स्मार्टफोन पर आप सभी पेमेंट या ट्रांजेक्शन ऐप्स को डाउनलोड करते हैं तो आपको एक सीक्रेट स्क्रीन लॉक, पासवर्ड या पिन जरूरी सेव करनी चाहिए। इस सीक्रेट लॉक से आपका फोन गलत हाथों में जाने के बाद भी ट्रॉंजैक्शन के डर से बचा रहता है। बस आपको पासवर्ड कुछ कठिन रखने चाहिए, जिसका आपके सिवा कोई अंदाजा न लगा सके।
किसी से भी न शेयर करें अपनी पिन
ध्यान रखें कि अपनी पिन को किसी के साथ शेयर न करें। क्योंकि अगर अपनी पिन को आपने किसी के साथ शेयर किया तो मतलब होगा कि आप सीधे अपने पैरों में खुद कुल्हाड़ी मार रहे हैं। पिन पता होने पर कोई भी आपको फोन से कितनी भी मनी ट्रांसफर कर सकता है।
गलती से भी अनवेरीफाइड लिंक पर न क्लिक करें और फेक कॉल पर जानकारी न बताएं
फोन के मैसेज में बहुत सारे अनवेरीफाइड लिंक आते हैं फेक लोन वाले मैसेज आते हैं। लेकिन लालच बस आप किसी भी लिंक पर क्लिक न करें। न ही फोन कॉल पर किसी से अपनी पर्सनल डिटेल शेयर न करें। न ही ओटीपी और कोई कोड बताएं।
UPI ऐप को टाइम टू टाइम अपडेट करें
यूपीआई एप को समय समय पर अपडेट करते रहें। क्योंकि नए वर्जन पर आपको नई चीजें और सुविधाएं मिलती हैं। साथ ही सिक्योरिटी फीचर्स भी अपडेट होते रहते हैं।
पेमेंट्स ऐप्स कम रखे
पेमेंट करने के लिए कुछ चुनिंदा एप्स को ही चुने। जिनसे आप हमेशा पेमेंट करें। वैरिफाइड एप की ही चुनें।