लखनऊ: कहते हैं इसान कितना भी बड़ा क्यों ना हो जाएं उसे जमीन से जुड़कर ही रहना चाहिए। और खाने के साथ तो यह बात 100 प्रतिशत खरी उतरती है। मतलब ये कि खाना इंसान को कभी भी टेबल पर नहीं जमीन पर ही बैठकर खाना चाहिए। हमारे बड़े आज भी जमीन पर बैठकर खाना खाते हैं। ऐसा इसलिए नहीं कि उनके विचार पुराने हैं ऐसा इसलिए क्योंकि जमीन पर बैठकर खाना खाने से स्वास्थ्य सही रहता है । हमारे देश में जमीन पर बैठकर खाना खाने कि परंपरा सदियों पुरानी है। भले ही आजकल लोग डाइनिंग टेबल पर बैठकर खाते हों, लेकिन कई घरों में आज भी लोग ज़मीन पर बैठकर खाना खाते हैं।
क्या आपको पता है जमीन पर बैठकर खाना खाने के भी कई फायदे होते हैं। सुखासन यानी पालती मारकर बैठने से हमारा दिमाग अपने आप शांत हो जाता है और हम ढंग से भोजन पर ध्यान केंद्रित कर पाते हैं । जिससे हमारा वजन नियंत्रण में रहता है। डाइनिंग टेबल की बजाए जमीन पर बैठ कर खाने से खाने की क्रिया धीमी होती है। यह पेट और दिमाग को सही समय पर तृप्ति का एहसास करवाता है। सुखासन में बैठकर खाने से आप जरूरत से ज्यादा खाने से बचते हैं।
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*बैठकर खाने से पाचन में मदद मिलती है। जब हम भोजन करने के लिए इस मुद्रा में बैठते हैं, तो पेट से जुड़ी समस्याएं कम होती हैं। जमीन पर बैठ कर खाना खाने से हमारा ब्लड सर्कुलेशन सुधरता है। इस तरह दिल बड़ी आसानी से पाचन में मदद करने वाले सभी अंगों तक खून पहुंचाता है, लेकिन जब आप कुर्सी पर बैठ कर खाते हैं तो यहां ब्लड सर्कुलेशन विपरीत होता है । बॉडी पोस्चर में सुधार होता है।
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*जमीन पर बैठने से हमारा पोस्चर अपने आप ही बेहतर होता है। हम अपनी कमर सीधी करके, कंधों को पीछे करके, बिलकुल ठीक मुद्रा में जमीन पर बैठते हैं। इससे हमारा स्वास्थ्य अच्छा रहता है । जो लोग जमीन पर पद्मासन में या सुखासन में बैठते हैं और बिना किसी सहारे के खड़े होने में सक्षम होते हैं, उनकी लंबे समय तक जीवित रहने की संभावना ज्यादा होती है।
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*इस मुद्रा से उठने के लिए अधिक लचीलेपन और शारीरिक शक्ति की आवश्यकता होती है। जमीन पर बैठ कर खाना खाने से आपसी रिश्तें मज़बूत होते हैं। पूरे परिवार के साथ बैठकर खाना खाने की परंपरा देश में रही है। साथ बैठ कर खाने की वजह से रिश्ते मजबूत होते हैं।
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*जब हम जमीन पर बैठ कर खाना खाते हैं, तो खाने के लिए थोड़ा आगे झुकते हैं और खाने को निगलने के लिए वापस अपनी पहले वाली अवस्था में आ जाते हैं। इस तरह लगातार आगे और पीछे की ओर झुकने से आपकी पेट की मांसपेशियां सक्रिय रहती हैं । जिससे भोजन को पचाना बहुत आसान हो जाता है।