जयपुर:चंद्रग्रहण के दौरान क्या न करें, इसका विचार हर व्यक्ति करता है। चंद्रग्रहण का प्रभाव हर व्यक्ति के जीवन में किसी न किसी रूप में पड़ता है। 21वीं सदी का सबसे लंबा चंद्रग्रहण 27 जुलाई 2018 लगने वाला है। इस चंद्रग्रहण की रोमांचकता देखना लायक होगी। आषाढ़ पूर्णिमा यानि 27 जुलाई 2018 दिन शुक्रवार को पूरे एशिया, यूरोप के ज्यादा हिस्सों में यह पूर्ण चंद्रग्रहण दिखाई देगा। चंद्रग्रहण रात्रि 11 बजकर 54 मिनट पर शुरू होगा जिसकी समाप्ति रात्रि 3 बजकर 5 मिनट पर होगी। ज्योतिष के जानकारों के अनुसार यह चंद्रग्रहण पूरे भारत में दिखाई देगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार आषाढ़ पूर्णिमा के दिन चंद्रग्रहण लगने के कारण इसका महत्व और भी अधिक बढ़ गया है।
*ग्रहण के समय भोजन ग्रहण नहीं करना चाहिए और जल के सेवन से भी बचाना चाहिए। ग्रहण से पहले ही जिस बर्तन में पानी रखते हों उसमें कुश और तुलसी के कुछ पत्ते डाल देने चाहिए। ऐसा करने से ग्रहण का प्रभाव नहीं पड़ता है। ग्रहण के बर्तन का पानी बदल लेना चाहिए।
*ग्रहण के दौरान मनुष्य की पाचन शक्ति कमजोर पद जाती है। ये बात वैज्ञानिक शोध में भी प्रमाणित हो चुका है। ऐसे में पेट में दूषित अन्न या पानी चला जाए तो बीमार होने की संभावना अधिक रहती है। इसलिए ग्रहण के समय भोजन करना और बनाना दोनों निषेध माना गया है।
सदी का सबसे बड़ा चंद्रगहण, जानिए आपकी राशि पर क्या पड़ेगा प्रभाव
ग्रहण की अवधि में पति-पत्नी को भूलकर भी शारीरिक संबंध नहीं बनाना चाहिए। शास्त्रों में अनुसार ग्रहण अवधि में शारीरिक संबंध से कोई बच्चा पैदा होता है तो उसे जीवन भर परेशानी रहती है। यह परेशानी शारीरिक अथवा मानसिक या दोनों भी हो सकती है।
*इस दौरान बालों की सफाई, दांतों की सफाई आदि नहीं करना चाहिए। इसके अलावे ग्रहण काल में मल-मूत्र त्याग भी नहीं करना चाहिए। गर्भवती महिला को ग्रहण की छाया से बचना चाहिए। क्योंकि ग्रहण की छाया गर्भ में पल रहे शिशु पर बुरा असर डालता है।ग्रहण की अवधि में भगवान की पूजा करना वर्जित माना गया है। यही कारण है कि ग्रहण काल में मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाते हैं। ऐसे में देव-उपासना, देवता का दर्शन नहीं करना चाहिए।ग्रहण जिस समय लगता है उस समय सोना नहीं चाहिए। लेकिन गर्भवती महिला, बीमार और वृद्ध व्यक्ति आराम कर सकते हैं।
*ग्रहण के दौरान किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत नहीं करना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि ग्रहण के दौरान शुभ कार्य करने से काम में सफलता नहीं मिलती है। बाल या नाखून नहीं काटना या कटवाना चाहिए। ग्रहण की अवधि में सिलाई-कढ़ाई करना भी अशुभ माना जाता है। इसलिए ऐसे कार्यों से बचना चाहिए।