भक्तों से गुलज़ार हुआ माँ का द्वार,बच्चों ने भी मंदिरों में बजाई घंटियाँ
त्योहारों के देश भारत में नवरात्र एक अहम् त्यौहार माना जाता है,जिसके रंग में बड़े तो बड़े ,मासूम बच्चे भी रंग जाते है। बाकी दिनों भले ही इनका दिमाग खुराफातियों में लगा रहे ,मगर नवरात्री में बच्चे भी जमकर माँ की आराधना करते है।
लखनऊ : नवरात्र-शक्ति की प्रतीक माँ दुर्गा की आराधना के नौ दिन।नवरात्र हिन्दू संस्कृति का ऐसा पर्व है जो पूरब से लेकर पश्चिम और उत्तर से लेकर दक्षिण तक पूरी श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया जाता है।यूं तो नवरात्रि साल में चार बार आती है: पौष ,चैत्र ,आषाढ़ और आश्विन।लेकिन इनमे से चैत्र और आश्विन वाली नवरात्र को अहम् महत्व दिया जाता है।
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बच्चों से लेकर बुज़ुर्गों तक सबमे छाया माँ के प्यार का खुमार
त्योहारों के देश भारत में नवरात्र एक अहम् त्यौहार माना जाता है,जिसके रंग में बड़े तो बड़े ,मासूम बच्चे भी रंग जाते है। बाकी दिनों भले ही इनका दिमाग खुराफातियों में लगा रहे ,मगर नवरात्री में बच्चे भी जमकर माँ की आराधना करते है।
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