जयपुर:दीपोत्सव का पर्व दीवाली इस साल गुरूवार को है। शास्त्रों के अनुसार गुरूवार का दिन भगवान विष्णु और देवताओं के गुरु बृहस्पति का दिन है। जो कि धन समृद्धि और खुशहाली के लिए अच्छे माने गए हैं।
इस दिन माता लक्ष्मी की पूजा के अतिरिक्त भगवान विष्णु और बृहस्पति की पूजा बहुत फलदायी माना गया है। इसके अलावे माता लक्ष्मी विष्णु भगवान की पत्नी हैं। मान्यता के अनुसार भगवान विष्णु को प्रसन्न कर धन-वैभव प्राप्त किया जा सकता है। इसलिए गुरूवार के दिन पड़ने वाले इस विशेष संयोग पर पीतल के विशेष प्रयोग से हर तरह के कष्टों से मुक्ति पा सकते हैं। इसके अलावे धन-संपत्ति पाने के लिए पीतल की वस्तुओं का दान और उपयोग सबसे उत्तम है।
यह भी पढें...दिवाली एक रंग अनेक, इसीलिए कहते हैं- अजब दिवाली, गजब दिवाली
इस दिन पीतल के वस्तुओं का दान और उपयोग करना दोनों ही लाभकारी माना जाता है। खासकर माता लक्ष्मी की पूजा में पीली वस्तुओं का प्रयोग करना अच्छा माना गया है। इसलिए पूजा में अवश्य इन वस्तुओं का प्रयोग करना चाहिए। पीपल के पेड़ का संबंध शनिदेव के अलावा विष्णु जी का भी है। इसलिए इस दिन सुबह स्नान करने के बाद पीतल के किसी बर्तन में दही भरकर पीपल के पेड़ के नीचे रखें। फिर अपने इष्ट देव का स्मरण करें। इसके बाद भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी और बृहस्पति देव का भी ध्यान कर अपनी मनोकामनाएं पूरी करने की प्रार्थना करें।
इस दिन सुबह किसी पीतल के बर्तन में चना दाल भरें। फिर इस बर्तन को किसी विष्णु मंदिर में दान करें। ऐसा करने से सुख और समृद्धि बढ़ती है। इसके अलावा दीवाली की पिछली रात को चना दाल को भिंगोकर रखें। अगले दिन सुबह में यानि दीवाली के दिन गुड़ के साथ मिलाकर किसी गाय को खिला दें। साथ ही किसी कृष्ण जी के मंदिर में घी से भरा पीतल के पात्र चढाएं। इसके अलावे किसी पंडित या गरीब या फिर जरूरतमंद को दें। ऐसा करने से धन से संबंधित सभी प्रकार की समस्या का समाधान हो जाता है।