जानिए क्यों होता है पति-पत्नी में मनमुटाव या किस वजह से करते हैं लोग आत्महत्या
जयपुर: जीवन है तो उसमें उतार चढ़ाव लगा रहता है। कभी हार तो कभी जीत। ये सब हमारे कर्म के अनुसार होता है। और कुछ भाग्य में बनी रेखाओं के कारण होता है। आप देखते होंगे कि किसी की असमय मृत्यु हो जाती है तो किसी के पति-पत्नी के बीच नहीं बनता हैं। जानते हैं ऐसा क्यों होता है। क्रॉस के निशान केवल गुरु पर्वत पर ही शुभ होता है। अन्य स्थान पर होने से हमेशा इसका अशुभ फल मिलता है। यदि शनि पर्वत पर क्रॉस का निशान हो तो जातक को लड़ाई में चोट लगती है और उसकी अकाल मृत्यु हो जाती है।
यदि किसी जातक का केतु पर्वत पर क्रॉस का निशान हो तो जातक की शिक्षा किसी पारिवारिक समस्या के चलते पूरी नहीं हो पाती या फिर इस तरह के जातक बचपन में बहुत अधिक बीमार रहते हैं। यदि मंगल पर्वत पर क्रॉस का चिह्न हो तो जातक लड़ाई-झगड़ों में विश्वास करने वाला होता है। इसी के चलते ऐसे जातक को जेल भी जाना पड़ता है।
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इस तरह के जातक आत्महत्या तक कर लेते हैं। राहु पर्वत पर क्रॉस का चिह्न होना जातक को यौवन काल में दुःख देता है और इस तरह के जातक चेचक रोग के शिकार होते हैं। यदि किसी जातक के गुरु पर्वत पर क्रॉस का निशान हो तो वह हर तरह का सुख पाता है। ऐसे जातक को उनका लाइफ पार्टनर शिक्षित और धनी कुल का होता है। उसका वैवाहिक जीवन सुखी रहता है। यदि क्रॉस का निशान सूर्य पर्वत पर हो तो जातक बदनामी का पात्र बन जाता है। इस तरीके के जातक को हमेशा कारोबार में घाटा उठाना पड़ता है। यदि बुध पर्वत पर क्रॉस का निशान हो तो इस तरह के जातकों से हमेशा दूर रहना चाहिए। ये जातक धोखेबाज़, ठग और झूठे होते हैं।
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पति-पत्नी के बीच वैचारिक मतभेद
यदि विवाह रेखा के अंत में किसी सांप की जीभ के समान दो शाखाएं हों तो पति-पत्नी के बीच वैचारिक मतभेद रहते हैं और छोटी-छोटी बातों पर तू-तू, मैं-मैं होती रहती है।यदि किसी व्यक्ति के दोनों हाथों में विवाह रेखा के आरंभ में दो शाखाएं हो तो उस व्यक्ति की शादी टूटने का भय रहता है।यदि किसी स्त्री के हाथ में विवाह रेखा के आरंभ में द्वीप चिह्न हो तो उसका विवाह किसी धोखे से होने की संभावनाएं रहती हैं। साथ ही यह निशान जीवन साथी के खराब स्वास्थ्य की ओर भी इशारा करता है।
यदि किसी व्यक्ति के हाथ में विवाह रेखा बहुत अधिक नीचे की ओर झुकी हुई दिखाई दे रही है और वह हृदय रेखा को काटते हुए ओर नीचे चले जाए तो यह शुभ लक्षण नहीं माना जाता है। ऐसी रेखा वाले व्यक्ति का जीवन साथी उसकी मौजूदगी में ही गुजर सकता है।यदि किसी व्यक्ति की हथेली में विवाह रेखा लम्बी और सूर्य पर्वत तक जाने वाली है तो यह संपन्न और समृद्ध जीवनसाथी का प्रतीक है। यदि बुध पर्वत से आई हुई कोई रेखा विवाह रेखा को काट दे तो व्यक्ति का वैवाहिक जीवन परेशानियों भरा होता है। विवाह रेखा अगर बीच में टूटी हो तो यह विवाह टूटने का संकेत माना जाता है।